(दिनांक 16.04.2020)
आज दिनांक 16.04.2020 को डाॅ॰ प्रेम कुमार, माननीय मंत्री, कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मगध प्रमण्डल के पाॅचों जिलों गया, जहानाबाद, अरवल, नवादा एवं औरंगाबाद के जिला कृषि पदाधिकारियों, परियोजना निदेषक, आत्मा, सहायक निदेषक, उद्यान, सहायक निदेषक, कृषि अभियंत्रण, भूमि संरक्षण, सहायक निदेषक, रसायन मिट्टी जाॅच, सहायक निदेषक, पौधा संरक्षण से कोरोना वैष्विक महामारी के कारण जारी लाॅक डाउन में कृषि कार्यो की प्रगति और गरमा बीज वितरण की स्थिति तथा खरीफ की कार्ययोजना पर समीक्षा किया। माननीय मंत्री के साथ संयुक्त निदेषक, शष्य, मगध प्रमण्डल, गया श्री आभान्षु सी॰ जैन, जिला कृषि पदाधिकारी, गया श्री अषोक कुमार सिन्हा, परियोजना निदेषक, आत्मा, गया श्री षिवदत्त कुमार सिन्हा, उप निदेषक, उद्यान, गया श्री राकेष कुमार, सहायक निदेषक, उद्यान, गया श्री ओम ¬प्रकाष मिश्रा, उप परियोजना निदेषक, आत्मा, गया श्री नीरज कुमार वर्मा, सहायक निदेषक, रसायन, मिट्टी जाॅच, श्री ललन कुमार सुमन, सहायक निदेषक, कृषि अभियंत्रण, भूमि संरक्षण, गया श्री ब्रजेष कुमार, सहायक निदेषक, पौधा संरक्षण, गया श्री अभिषेक सिंह उपस्थित थे।
माननीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा आज आॅनलाईन खरीफ कर्मषाला 2020 में केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने के लिये सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को किसानों के सम्पर्क में रहकर मिषन मोड कार्य करने के संदेष को सभी पदाधिकारियों को दिया।
जिला कृषि पदाधिकारियों द्वारा कृषि समन्वयकों एवं किसान सलाहकारों को कोरोना संकट के लिये प्रषासन द्वारा विभिन्न प्रषासनिक कार्यो में लगाये जाने के विषय में जानकारी दी गई। प्रमण्डल में 70 प्रतिषत गेहॅू की कटनी हो गई है। गरमा की फसल मक्का, मूंग एवं उरद के बीज जीलों में पहुॅच गये है किसानों के द्वारा आॅनलाईन बीज क्रय किया जा रहा है।
माननीय मंत्री ने कहा कि प्राथमिकता कृषि है इसीलिये कृषि क्षेत्र को लाॅक डाउन से मुक्त रखा गया है। सभी पदाधिकारी एवं कर्मियों को संकट की इस घड़ी में किसानों के बीच रहकर कार्य करना चाहिये। उन्होंने कहा कि सभी योजनाओं के लिये लाभार्थियों का चयन करके आॅनलाईन आवेदन में पंचायत एवं प्रखण्ड स्तरीय कर्मी किसानों को सहायता करें क्योंकि साईबर कैफे और वसुधा केन्द्र लाॅक डाउन में बंद चल रहे हैं। माननीय मंत्री ने कहा कि उद्यान विभाग की योजनाओं से किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी, इसलिये हाइब्रिड सब्जी वितरण, शहजन की योजना, पपीता लगाने की योजना, स्ट्राबेरी की खेती, ड्राई लैण्ड हार्टिकल्चर, अलान पर खेती जैसी योजनाओं के लाभार्थियों का चयन समय रहते कर लिया जाय।
माननीय मंत्री ने कहा कि सिंचाई जल के समुचित उपयोग के लिये प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अन्तर्गत राज्य सरकार 90 प्रतिषत अनुदान पर ड्रिप सिंचाई प्रणाली लगवा रहीं है गेहूॅ कटने के बाद इस प्रणाली को लगवाने का सही समय है अतः अधिक से अधिक किसानों को इस योजना के लाभ के बारे में जानकारी दी जाय और उनके खेतों में ड्रिप तथा स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणालियों को लगवाया जाय। इसके साथ ही मिट्टी जाॅच के लिये नमूना एकत्र करने का समय गेहॅू की कटाई के बाद 30 अप्रैल तक निर्धारित है और लाॅक डाउन की स्थिति में यह चुनौतीपूर्ण कार्य है इसलिये सहायक निदेषक, रसायन, मिट्टी जाॅच की यह जवाबदेही है कि वे स्वयं इस कार्य का पर्यवेक्षण करें और जीविका की दीदियों, आत्मा के कृषक हित समूहों के सदस्यों, महिला खाद्य सुरक्षा समूह के सदस्यों, षिक्षित ग्रामीण युवकों को नमूना लेने के तरीके का प्रषिक्षण देकर उनकी सहायता से निर्धारित समय मे नमूना एकत्र करने का कार्य सम्पन्न करायें।
सभी पदाधिकारी किसानों को पराली नहीं जलाने के लिये जागरुक करें एवं फसल अवषेष प्रबंधन से होने वाले लाभ की जानकारी दें। हार्वेस्टर के मालिको से निर्धारित प्रारुप में पराली नहीं जलाने संबंधी शपथ पत्र ले लिया जाय।










































