मालदा मंडल द्वारा अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत पिरपैंती एवं राजमहल स्टेशनों के उन्नयन कार्यों का प्रदर्शन हेतु मीडिया टूर का आयोजन
संवाददाता - शाहिद आलम
रेलवे अवसंरचना के आधुनिकीकरण और यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पूर्व रेलवे के मालदा मंडल ने आज *पिरपैंती एवं राजमहल रेलवे स्टेशनों* पर अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत चल रहे पुनर्विकास कार्यों को प्रदर्शित करने हेतु एक मीडिया टूर का आयोजन किया गया।
इस मीडिया टूर का नेतृत्व *मालदा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (DRM) श्री यतीश कुमार* ने किया, जिनके साथ मंडल के सभी वरिष्ठ शाखा अधिकारीगण भी उपस्थित रहे। इस दौरे का उद्देश्य मीडिया को चल रहे पुनर्विकास कार्यों की जानकारी देना, परियोजना की प्रगति से अवगत कराना एवं भविष्य की रूपरेखा साझा करना था।
*पिरपैंती रेलवे स्टेशन पुनर्विकास की मुख्य विशेषताएं*
*पिरपैंती स्टेशन* पर DRM/Malda ने मीडिया प्रतिनिधियों को पुनर्विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी दी एवं स्टेशन का भ्रमण कराकर उन्नत अवसंरचना और यात्री सुविधाओं का प्रत्यक्ष अवलोकन कराया।
उल्लेखनीय है कि *अगस्त 2023 में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी* द्वारा पिरपैंती स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों की आधारशिला वर्चुअली रखी गई थी।
एनएसजी-5 श्रेणी में आने वाला पिरपैंती स्टेशन, पूर्व रेलवे के सबसे व्यस्त स्टेशनों में से एक है। अमृत भारत स्टेशन योजना के प्रथम चरण के अंतर्गत *₹18.93 करोड़* की लागत से विभिन्न कार्य स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें सिविल, इलेक्ट्रिकल, एसएंडटी, साइनेज, लिफ्ट, 12 मीटर फुट ओवर ब्रिज / रूफ प्लाज़ा, आगमन एवं प्रस्थान ब्लॉक का निर्माण, पैदल मार्ग, आकर्षक मूर्तियाँ, आधुनिक आंतरिक सज्जा, सौंदर्यपूर्ण लाइटिंग के साथ नवीन अग्रभाग (फैसाड) आदि शामिल हैं।
*पिरपैंती स्टेशन पर प्रथम चरण में पूर्ण किए गए प्रमुख कार्य:*
• सौंदर्यपूर्ण लाइटिंग के साथ आधुनिक अग्रभाग (फैसाड) का निर्माण
• प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी प्रतीक्षालय, डिजर्व लाउंज, एग्जीक्यूटिव लाउंज तथा महिला प्रतीक्षालय का विकास
• कांकर्स एरिया एवं आगमन ब्लॉक का निर्माण
• सर्कुलेटिंग एरिया का विकास जिससे यात्री आवागमन सरल हो
• इंडोर व आउटडोर बड़े आकार की वीडियो वॉल्स की स्थापना
• स्टेशन में दिशानिर्देशन हेतु साइनेजेज कार्यों का निष्पादन
• दिव्यांगजन-अनुकूल पूर्ण अवसंरचना की व्यवस्था
स्टेशन की डिज़ाइन एवं इंटीरियर को स्थानीय कला एवं समीपवर्ती ऐतिहासिक धरोहरों से प्रेरणा लेकर तैयार किया गया है, जिससे इसे एक विशिष्ट पहचान मिली है। निर्धारित सभी कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं।
*राजमहल रेलवे स्टेशन पुनर्विकास की मुख्य विशेषताएं*
इसी प्रकार का मीडिया टूर *राजमहल रेलवे स्टेशन* पर भी आयोजित किया गया, जहाँ मीडिया प्रतिनिधियों को अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत हुए महत्वपूर्ण कार्यों की जानकारी दी गई। यह योजना राजमहल स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित करने की दिशा में अग्रसर है।
राजमहल स्टेशन भी एनएसजी-5 श्रेणी में आता है और पूर्व रेलवे के प्रमुख स्टेशनों में शामिल है। पुनर्विकास कार्य चरणबद्ध रूप से किया जा रहा है, जिसके प्रथम चरण हेतु *₹7.03 करोड़* की लागत स्वीकृत की गई है। इसमें सिविल, इलेक्ट्रिकल, एसएंडटी कार्य, साइनेज शामिल हैं।
*राजमहल स्टेशन पर प्रथम चरण में पूर्ण किए गए प्रमुख कार्य:*
• आधुनिक अग्रभाग का निर्माण एवं सौंदर्यपूर्ण अग्रभाग लाइटिंग
• सर्कुलेटिंग एरिया एवं पैदल मार्गों का विकास
• लंबी ट्रेनों के लिए प्लेटफार्म का विस्तार
• प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी प्रतीक्षालय, रिजर्व लाउंज, एग्जीक्यूटिव लाउंज, महिला प्रतीक्षालय तथा पे एंड यूज़ टॉयलेट का निर्माण
• दिशानिर्देशन हेतु साइनेजेज कार्यों का निष्पादन
• आकर्षक मूर्तियों की स्थापना एवं मानक इंटीरियर्स का विकास
• स्थानीय कला और ऐतिहासिक धरोहरों से प्रेरित आंतरिक एवं बाह्य डिज़ाइन
• पूर्णतः दिव्यांगजन-अनुकूल अवसंरचना
• इंडोर बड़ी स्क्रीन वीडियो वॉल की स्थापना
यह समग्र उन्नयन कार्य यात्री अनुभव को बेहतर बनाने के साथ-साथ क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को उजागर करने के उद्देश्य से किया गया है। यहाँ भी नियोजित कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं।






































































