मवेशी टकराव (CRO) की घटनाओं को रोकने हेतु मालदा मंडल द्वारा जन - जागरूकता अभियान आयोजित
श्री यतीश कुमार, मंडल रेल प्रबंधक, मालदा मंडल* के नेतृत्व में ट्रेनों के संचालन की सुरक्षा और समयबद्धता को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में, आज मंडल के संवेदनशील सेक्शनो में मवेशी टकराव (Cattle Run Over - CRO) की घटनाओं को रोकने हेतु संयुक्त जन जागरूकता अभियान चलाया गया।
ऐसा ही एक जन जागरूकता अभियान मन्दार हिल – हँसडीहा सेक्शन के मवेशी टकराव संभावित क्षेत्रों में आयोजित किया गया। इस अभियान में आरपीएफ/भागलपुर, ट्रैफिक इंस्पेक्टर/गोड्डा तथा मालदा मंडल के परिचालन, इंजीनियरिंग एवं वाणिज्य विभागों के अधिकारियों की संयुक्त भागीदारी रही। अभियान का उद्देश्य आस - पास के गांवों के निवासियों को रेल पटरियों के निकट आवारा मवेशियों की उपस्थिति से होने वाले खतरों के प्रति जागरूक करना और सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु जिम्मेदार व्यवहार को प्रोत्साहित करना था।
इसी प्रकार का एक अन्य जागरूकता अभियान भागलपुर–टिकानी सेक्शन में भी चलाया गया, जिसमें ट्रैफिक इंस्पेक्टर/भागलपुर, पीडब्ल्यूआई/भागलपुर एवं आरपीएफ/भागलपुर ने भाग लिया। स्थानीय समुदाय को यह समझाया गया कि रेलवे परिसर को विशेष रूप से पशुओं से मुक्त रखना दुर्घटनाओं और अवरोधों से बचने के लिए अत्यंत आवश्यक है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रायः पशुपालकों द्वारा अपने मवेशियों को खुले में छोड़ दिया जाता है, साथ ही बेसहारा अथवा आवारा पशु भी रेलवे पटरियों के निकट विचरण करते रहते हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। रेलवे अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों से अनुरोध किया कि वे सतर्कता बरतें एवं अपने पशुओं को रेलवे ट्रैक से दूर रखें।
वित्तीय वर्ष 2024–25 के दौरान मालदा मंडल में अब तक मवेशी टकराव (CRO) के 245 मामले दर्ज किए गए हैं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य रेल पटरियों के आस-पास रहने वाले ग्रामीणों को इन घटनाओं के खतरों के प्रति संवेदनशील बनाना था। प्रत्यक्ष संवाद एवं शैक्षिक माध्यमों के द्वारा रेलवे अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से आग्रह किया कि वे मवेशी पालन में जिम्मेदार उपाय अपनाएं और किसी भी अनहोनी से बचने के लिए सतर्क रहें।
मालदा मंडल रेलवे पटरियों के समीप रहने वाले सभी नागरिकों से अपील करता है कि वे सजग और सतर्क रहते हुए ऐसे हादसों को रोकने में सक्रिय भूमिका निभाएं। जन-जागरूकता और सतर्कता ही सुरक्षित एवं निर्बाध रेलवे सेवा की कुंजी है।







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