नियमित रूप से योग करें और स्वस्थ रहें - सांसद*
*जिलाधिकारी ने किया योग।*
*स्वस्थ रहने का सरल तरीका है योग - जिलाधिकारी
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संवादाता ! फैजुल शेख
भागलपुर, 21 जून 2024. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सैंडीस कंपाउंड के झंडोतोलन स्थल पर जिला प्रशासन के द्वारा विशिष्ट योग फाउंडेशन के सौजन्य से आयोजित योग प्रशिक्षण कार्यक्रम में माननीय सांसद श्री अजय कुमार मंडल, जिलाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी, सहायक समाहर्ता सुश्री गरिमा लोहिया, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था श्री महेश्वर प्रसाद सिंह, संयुक्त निदेशक जनसंपर्क श्री नागेंद्र कुमार गुप्ता, डॉक्टर हेमशंकर शर्मा, डॉक्टर चंद्र किशोर, प्रोफेसर राणा प्रताप सिंह एवं प्रदीप जैन ने योग प्रशिक्षण में भाग लिया।
योग गुरु श्री राजीव मिश्रा द्वारा कई आसान आसन कराया गया जिसमें सूर्य नमस्कार, भ्रामरी, अनुलोम विलोम शामिल है।
इस अवसर पर माननीय सांसद ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कहा जाता है कि शरीर की बीमारी का इलाज शरीर के अंदर ही है और वह है योग। उन्होंने बताया कि जब वे एमएलए थे तब उनके कमर और पीठ में दर्द था। वे इलाज के लिए एम्स गए, वहां डॉक्टरों ने एमआरआई कराया और कहा कि रीढ़ का ऑपरेशन करना होगा। उसके बाद वे हरिद्वार के एक प्रसिद्ध योगाश्रम गए। वहां उन्हें कहा गया कि आपको कुछ नहीं करना है आपको कुछ है ही नहीं। वहां 20 दिनों तक योग सिखा। वहां से आकर घर पर मैंने दो महीना तक योग किया और पता चला कि कोई बीमारी है ही नहीं, सब खत्म हो गया।
उन्होंने कहा कि एक बार उन्हें हर्निया की बीमारी हो गई थी और वे भागलपुर, पटना से दिल्ली तक इलाज कराया ।चिकित्सकों ने कहा कि ऑपरेशन के सिवा इसका कोई इलाज नहीं है। वे छत्तीसगढ़ के एक योग आश्रम में गए वहां कुछ योग सिखाया गया जिसे घर पर आकर करने पर हर्निया जैसी बीमारी भी दूर हो गयी। उन्होंने कहा कि वे योग करते हैं। लेकिन सभी बीमारी का योग अलग-अलग होता है। उन्होंने कहा कि इसीलिए वे लोगों से आग्रह करेंगे कि नियमित रूप से योग करें और स्वस्थ रहें ।
इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने कहा कि योग हमारे यहां हजारों वर्षों से चल रहा है। योग हमारी भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है जो देश-विदेश में प्रचलित है, लेकिन हमारे देश में ही सभी लोग उस रूप में योग को नहीं अपना रहे हैं जिस रूप में उन्हें अपनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक चिकित्सक होने के नाते वे जानते हैं कि योग में ऐसे कई आसन हैं जो शरीर के विभिन्न अंगों को सक्रिय करता है और यदि आप इसे लगातार करते रहें तो यह निश्चित है कि आपको कोई रोग भी है तो आपको दवा लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। विशेष कर जितने स्पाइन, जॉइंट पेन या पेट की बीमारी है। इन सबसे आप योग के माध्यम से छुटकारा पा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे शरीर की संरचना काम करने के लिए की गई है लेकिन कालांतर में मशीनों को आ जाने से हमारे शरीर के विभिन्न अंगों को जो काम करना चाहिए वह नहीं हो रहा है। खास करके शहरी क्षेत्र के लोग जिनके जीवन में व्यस्तता आ गई और जीवन शैली बदल गई है। उन लोगों से गुजारिश की वे नियमित रूप से योग करें।
उन्होंने कहा कि हमने अपने जीवन शैली को बदल दिया है इसलिए स्वस्थ रहने के लिए योग आवश्यक है। कार्यक्रम को सहायक समाहर्ता सुश्री गरिमा लोहिया, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था श्री महेश्वर प्रसाद सिंह, संयुक्त निदेशक जनसंपर्क श्री नागेंद्र कुमार गुप्ता एवं अन्य आगत अतिथियों ने भी संबोधित किया।
संयुक्त निदेशक जन संपर्क,
भागलपुर।