हिमाचल प्रदेश
जगत सिंह तोमर
शिमला में राष्ट्र सेविका समिति ने जवानों को राखीयां बांधी
सीमाओं पर डटे रह कर हमारे देश के असंख्य भाई-बहनों की रक्षा में तत्पर है आईटीबीपी के हमारे सैनिक भाई न केवल बाह्य बल्कि आंतरिक सुरक्षा प्रदान कर देश में शांति का वातावरण बनाए रखने में अपना बहुमूल्य योगदान प्रदान करते हैं । यह विचार आज राष्ट्र सेविका समिति हिमाचल प्रदेश की प्रांत संचालिका राज कुमारी सूद ने आई टी बी पी शोघी मैं अधिकारियों एवम् जवानों को रक्षासूत्र बांधने के उपरांत अपने संबोधन में व्यक्त किए।
उन्होंने कहाआपदा में भी बचाव व राहत के माध्यम से प्राथमिकता प्रदान करते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सेवारत रहते हैं हमारे सैनिक भाई।
विगत कई दशकों से राष्ट्र सेवा में लीन आईटीबीपी के जवानों ने अन्य सैनिकों के साथ-साथ देश सेवा के लिए अनेकों बलिदान दिए हैं, जिसके कारण आज हमारे देश में एकता, अखण्डता, प्रभुसत्ता व अक्षुणता बनी हुई है। राष्ट्र सेविका समिति की सभी बहनें अपने इन भाईयों को राखी बांधकर अपने आपको गौरवान्वित अनुभव कर रही है।
उन्होंने कहा कि मां भारती की सेवा का सच्चा श्रेय देश के सैनिकों को जाता है, जो सभी भावों से भरकर मातृ भूमि की रक्षा के लिए सदैव अग्रसर है। आज हम देश की सीमाओं की स्थिति पर नजर डाले तो लगभग सभी दिशाओं से देश की सीमाओं को खतरा है किंतु आईटीबीपी के साथ-साथ सेनाओं के तीनों अंगों के सैनिकों के दृढ़ निश्चय और भारत भूमि की रक्षा के कृत संकल्प से भारतवासियों मंे सुरक्षा भाव भरा हुआ है। आईटीबीपी के हमारे यह सैनिक भाई रक्षा और सुरक्षा कार्य से इत्तर विकासात्मक गतिविधियों तथा बुनियादी चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए भी व्यापक अभियान छेड़े हुए हैं। इसके अतिरिक्त समाज में सार्वजनिक स्वच्छता, प्रौढ़ शिक्षा और बच्चों को शिक्षा प्रदान करने अथवा स्वास्थ्य सुविधाओं के तहत चिकित्सा जांच शिविरों का आयोजन, लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्धता एवं अन्य सामाजिक समरसता के कार्यों में भी योगदान प्रदान कर सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन इनके द्वारा किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि आईटीबीपी के जवानों रक्षा सूत्र बांधने के इस पावन अवसर पर सह संचालिका कमलेश शर्मा प्रांत निधि प्रमुख सुरेखा शर्मा सह सेवा प्रमुख डॉक्टर अनुपम ठाकुर तथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की बहने तथा आइटीबीपी के डीआईजी प्रेम सिंह , कमांडेंट केदार सिंह रावत सहित बड़ी संख्या में सैनिक जवान वअधिकारी उपस्थित रहे.

























