बाँका । पूर्व राष्ट्रपति डॉ प्रवण मुखर्जी का आज निधन हो गया है ।स्व . मुखर्जी के पुत्र डा.अभिजीत ने सबसे पहले ट्वीट कर बताया कि दिल्ली के आर आर अस्पताल के चिकित्सकों ने उन्हें बचाने का हर प्रयास किया लेकिन वे इसमें नाकाम रहे ।हालांकि कुछ दिनों पूर्व वे कोरोना बीमारी से भी ग्रसित हो गए थे ।
डॉ प्रवण मुखर्जी का राजनीति में 1969 में आगमन हुआ जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राज्य सभा से जीता कर संसद में लायीं ।स्व मुखर्जी सफल राजनेता, कुशल प्रशासक, शानदार वक्ता और संवेदनशील इंसान ने थे ।वे अपने पार्टी में तो लोकप्रिय थे ही प्रायः विरोधी पार्टियों में भी उनके अनगिनत चहेते थे ।स्व मुखर्जी को सबसे पहले 1973 में मंत्री बनाया गया, फिर वे कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा ।वे सरकार में वित्त मंत्रालय से लेकर विदेश मंत्रालय का सफलतापूर्वक निर्वहन किया ।कई बार कांग्रेस के लिए संकटमोचक बन बेहतरीन नमूना पेश किया ।पूर्व राष्ट्रपति डॉ मुखर्जी के निधन से संपूर्ण भारत गमगीन हो गया है ।
गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बी सी सी आई के अध्यक्ष शौरभ गांगुली, शाहनवाज हुसैन ,सांसद रामकृपाल यादव, सहित कांग्रेस के संजीव सिंह, राधा झा, मो आजम सईद आदि ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इनके रिक्त स्थानों को भरना कठिन ही नहीं बल्कि काफी मुश्किल भी होगा । * के पी चौहान बाँका ।

























