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*प्रेस विज्ञप्ति* *डेयरी किसानों को दूध का पैसा समय पर भुगतान करें मिल्क यूनियन-डाॅ॰ प्रेम कुमार* (दिनांक 15.04.2020) आज दिनांक 15.04.2020 को डाॅ॰ प्रेम कुमार, माननीय मंत्री, कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार ने समाहरणालय गया से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी 09 मिल्क यूनियन के प्रबन्ध निदेषकों से कोरोना वैष्विक महामारी में जारी लाॅक डाउन की स्थिति में राज्य में मिल्क कलेक्षन, दूध एवं दुग्ध पदार्थों की बिक्री की स्थिति, मिल्क प्रोसेसिंग प्लान्ट को चलाने के लिये आवष्यक केमिकलस, ईधन, पैकेजिंग मटेरियल की स्थिति, डेयरी किसानों को दूध के पैसे का भुगतान, किसानों के पास पशुचारा की उपलब्धता आदि की समीक्षा हेतु बैठक की। बैठक में पटना से सचिव, पशु, डेयरी एवं मत्स्यसंसाधन विभाग, बिहार डा॰ एन॰ सरवन कुमार एवं काम्फेड की प्रबन्ध निदेषक श्रीमती षिखा श्रीवास्तव भी सम्मिलित हुये। सचिव महोदय ने बताया कि राज्य में इस समय 19 लाख 31 हजार लीटर दूध का कलेक्षन हो रहा है जो 24 मार्च को लाॅक डाउन लागू होने से पहले 19 लाख 16 हजार लीटर होता था। उन्होने कहा कि करीब 15000 लीटर दूध का कलेक्षन बढ़ गया है। जबकि इस अवधि में भोजपुर एवं समस्तीपुर मिल्क यूनियन में कलेक्षन घटा है। उन्होने बताया कि मिठाई की दुकानों के बन्द होने, चैक चैराहों एवं सार्वजनिक स्थानों पर चाय आदि की दुकानें बन्द रहने के कारण दुग्ध संघों से जुड़े किसान अपना पूरा दूध मिल्क यूनियनों को उपलब्ध करा रहें हैं। उन्होने बताया कि राज्य में 9 लाख लीटर दूध की प्रोसेसिंग हो रही है एवं शेष करीब 10 लाख लीटर दूध से दुग्ध उत्पाद एवं दुग्ध पाउडर बनाये जा रहे हैं। सभी मिल्क यूनियनों ने बताया कि दूध की बिक्री घटी हुई है। सरकार के द्वारा दूध की बिक्री का समय बढ़ाये जाने से बिक्री में थोड़ा सुधार हुआ है परन्तु लाॅक डाउन से पहले जितना दूध नहीं बिक रहा है। उन्होने सभी मिल्क यूनियनों से कहा कि ऐसे किसान जो मिल्क यूनियन से जुड़े हुये हैं और अपना दूध यूनियन को देते है उनसे दूध कलेक्षन नियमित रुप से करते रहें। कई मिल्क यूनियनों ने कहा कि वे डेयरी किसानों को उनके दूध का भुगतान प्रत्येक 10 दिनों पर कर देते हैं। अभी 31 मार्च तक भुगतान कर दिया गया है परन्तु 01 से 10 अप्रैल की अवधि में किये गये मिल्क कलेक्षन का भुगतान करने के बाद प्लान्ट चलाने के लिये आवष्यक पैसों की कमी होगी और लाॅक डाउन लम्बा खिचने पर बिना विषेष सहायता या कर्ज के किसानों को समय पर भुगतान करने का संकट खड़ा हो जायेगा। माननीय मंत्री ने कहा कि सरकार एन॰सी॰डी॰सी॰ से एवं राज्य योजना से संकट की इस घड़ी में डेयरी किसानों को मदद करने के लिये 320 करोड़ रुपये की व्यवस्था करने के प्रस्ताव पर कार्य कर रही है। किसी भी स्थिति में डेयरी किसानों को दूध का मूल्य समय पर भुगतान किया जाय। इस समय किसानों को अतिरिक्त सहायता दिये जाने का प्रयास किया जाय। पूर्व में सूखा एवं बाढ़ के समय में दी गई कैटल फीड सब्सिडी को भी लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। सुधा के दूध के अतिरिक्त अन्य उत्पादों पर भी ध्यान दें लाक डाउन की स्थिति में सुधा की मिठाईयों, दही, पनीर एवं आईसक्रीम की उपलब्धता लोंगों के घरों के पास तक हो यह सुनिष्चित किया जाय। आॅनलाईन बिक्री एवं होम डिलीवरी सिस्टम को मजबूत किया जाय। पार्लरों के अतिरिक्त सभी बिक्री केन्द्रो से भी मिठाई, दही, पनीर और आईसक्रीम की बिक्री की व्यवस्था बनायी जाय। मिल्क यूनियनें अपने स्तर से एन॰डी॰डी॰बी॰ से कर्ज लेने की प्रक्रिया को आगे बढ़ायें सरकार उनको कर्ज दिलवाने में सहायता करेगी। मिल्क पार्लरों एवं विक्रेताओं के व्हाट्सऐप ग्रुप के साथ ही। अलग-अलग दुग्ध समितियों के किसानों के भी व्हाट्स ऐप ग्रुप बनाकर उनकी समस्याओं की जानकारी लें और उनको आवष्यक सलाह, सुझाव तथा सहयोग दिया जाय। मगध मिल्क यूनियन के प्रबन्ध निदेषक श्री अवधेष कुमार कर्ण ने बताया कि लाॅक डाउन की स्थिति में मगध डेयरी मे इस समय 55000 लीटर दूध का कलेक्षन हो रहा है एवं 35000 लीटर की बिक्री है। शेष 20000 लीटर दूध का पाउडर बनाने के लिये बिहार शरीफ भेजा जाता है। सुधा के कैटल फीड की बिक्री 30 प्रतिषत तक बढ़ गई है। गया में पनीर और लस्सी की बिक्री बढ़ गई है। लगभग 3000 लीटर दूध की होम डिलीवरी की जा रही है। यूनियन के अधीन 846 आउटलेट्स और 40 होल डे पार्लरों से सुधा दूध और दूध से निर्मित उत्पादों की बिक्री हो रही है।

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*प्रेस विज्ञप्ति*
*डेयरी किसानों को दूध का पैसा समय पर भुगतान करें मिल्क यूनियन-डाॅ॰ प्रेम कुमार*
(दिनांक 15.04.2020)
आज दिनांक 15.04.2020 को डाॅ॰ प्रेम कुमार, माननीय मंत्री, कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार ने समाहरणालय गया से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी 09 मिल्क यूनियन के प्रबन्ध निदेषकों से कोरोना वैष्विक महामारी में जारी लाॅक डाउन की स्थिति में राज्य में मिल्क कलेक्षन, दूध एवं दुग्ध पदार्थों की बिक्री की स्थिति, मिल्क प्रोसेसिंग प्लान्ट को चलाने के लिये आवष्यक केमिकलस, ईधन, पैकेजिंग मटेरियल की स्थिति, डेयरी किसानों को दूध के पैसे का भुगतान, किसानों के पास पशुचारा की उपलब्धता आदि की समीक्षा हेतु बैठक की। बैठक में पटना से सचिव, पशु, डेयरी एवं मत्स्यसंसाधन विभाग, बिहार डा॰ एन॰ सरवन कुमार एवं काम्फेड की प्रबन्ध निदेषक श्रीमती षिखा श्रीवास्तव भी सम्मिलित हुये।
सचिव महोदय ने बताया कि राज्य में इस समय 19 लाख 31 हजार लीटर दूध का कलेक्षन हो रहा है जो 24 मार्च को लाॅक डाउन लागू होने से पहले 19 लाख 16 हजार लीटर होता था। उन्होने कहा कि करीब 15000 लीटर दूध का कलेक्षन बढ़ गया है। जबकि इस अवधि में भोजपुर एवं समस्तीपुर मिल्क यूनियन में कलेक्षन घटा है। उन्होने बताया कि मिठाई की दुकानों के बन्द होने, चैक चैराहों एवं सार्वजनिक स्थानों पर चाय आदि की दुकानें बन्द रहने के कारण दुग्ध संघों से जुड़े किसान अपना पूरा दूध मिल्क यूनियनों को उपलब्ध करा रहें हैं। उन्होने बताया कि राज्य में 9 लाख लीटर दूध की प्रोसेसिंग हो रही है एवं शेष करीब 10 लाख लीटर दूध से दुग्ध उत्पाद एवं दुग्ध पाउडर बनाये जा रहे हैं। सभी मिल्क यूनियनों ने बताया कि दूध की बिक्री घटी हुई है। सरकार के द्वारा दूध की बिक्री का समय बढ़ाये जाने से बिक्री में थोड़ा सुधार हुआ है परन्तु लाॅक डाउन से पहले जितना दूध नहीं बिक रहा है। उन्होने सभी मिल्क यूनियनों से कहा कि ऐसे किसान जो मिल्क यूनियन से जुड़े हुये हैं और अपना दूध यूनियन को देते है उनसे दूध कलेक्षन नियमित रुप से करते रहें।
कई मिल्क यूनियनों ने कहा कि वे डेयरी किसानों को उनके दूध का भुगतान प्रत्येक 10 दिनों पर कर देते हैं। अभी 31 मार्च तक भुगतान कर दिया गया है परन्तु 01 से 10 अप्रैल की अवधि में किये गये मिल्क कलेक्षन का भुगतान करने के बाद प्लान्ट चलाने के लिये आवष्यक पैसों की कमी होगी और लाॅक डाउन लम्बा खिचने पर बिना विषेष सहायता या कर्ज के किसानों को समय पर भुगतान करने का संकट खड़ा हो जायेगा।
माननीय मंत्री ने कहा कि सरकार एन॰सी॰डी॰सी॰ से एवं राज्य योजना से संकट की इस घड़ी में डेयरी किसानों को मदद करने के लिये 320 करोड़ रुपये की व्यवस्था करने के प्रस्ताव पर कार्य कर रही है। किसी भी स्थिति में डेयरी किसानों को दूध का मूल्य समय पर भुगतान किया जाय। इस समय किसानों को अतिरिक्त सहायता दिये जाने का प्रयास किया जाय। पूर्व में सूखा एवं बाढ़ के समय में दी गई कैटल फीड सब्सिडी को भी लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। सुधा के दूध के अतिरिक्त अन्य उत्पादों पर भी ध्यान दें लाक डाउन की स्थिति में सुधा की मिठाईयों, दही, पनीर एवं आईसक्रीम की उपलब्धता लोंगों के घरों के पास तक हो यह सुनिष्चित किया जाय। आॅनलाईन बिक्री एवं होम डिलीवरी सिस्टम को मजबूत किया जाय। पार्लरों के अतिरिक्त सभी बिक्री केन्द्रो से भी मिठाई, दही, पनीर और आईसक्रीम की बिक्री की व्यवस्था बनायी जाय। मिल्क यूनियनें अपने स्तर से एन॰डी॰डी॰बी॰ से कर्ज लेने की प्रक्रिया को आगे बढ़ायें सरकार उनको कर्ज दिलवाने में सहायता करेगी। मिल्क पार्लरों एवं विक्रेताओं के व्हाट्सऐप ग्रुप के साथ ही। अलग-अलग दुग्ध समितियों के किसानों के भी व्हाट्स ऐप ग्रुप बनाकर उनकी समस्याओं की जानकारी लें और उनको आवष्यक सलाह, सुझाव तथा सहयोग दिया जाय।
मगध मिल्क यूनियन के प्रबन्ध निदेषक श्री अवधेष कुमार कर्ण ने बताया कि लाॅक डाउन की स्थिति में मगध डेयरी मे इस समय 55000 लीटर दूध का कलेक्षन हो रहा है एवं 35000 लीटर की बिक्री है। शेष 20000 लीटर दूध का पाउडर बनाने के लिये बिहार शरीफ भेजा जाता है। सुधा के कैटल फीड की बिक्री 30 प्रतिषत तक बढ़ गई है। गया में पनीर और लस्सी की बिक्री बढ़ गई है। लगभग 3000 लीटर दूध की होम डिलीवरी की जा रही है। यूनियन के अधीन 846 आउटलेट्स और 40 होल डे पार्लरों से सुधा दूध और दूध से निर्मित उत्पादों की बिक्री हो रही है।

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मुज़फ़्फ़रपुर कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं उससे बचाव को लेकर जिले को लॉक डाउन किया गया है। ऐसी स्थिति में विभिन्न राज्यों में फंसे हुए हैं सभी जिलों सहित मुजफ्फरपुर जिले के भी प्रवासी मजदूरों के खाते में सरकार के द्वारा राशि उपलब्ध कराई जा रही है। इस संबंध में जिला प्रशासन मुजफ्फरपुर द्वारा गठित कोषांग से संबंधित तकनीकी पदाधिकारियो ,सहायकों एवं कर्मियों की समीक्षा जिला सूचना विज्ञान अधिकारी नवीन कुमार सुमन के द्वारा स्थानीय डी ईओ सी में की गई ।उन्होंने कोरोना सहायता मोबाइल ऐप में प्राप्त आवेदनों की स्वीकृति एवं उसके रिजेक्शन को लेकर अधतन स्थिति का जायजा लिया साथ ही निर्देश दिया कि प्राप्त आवेदनों की जांच सतर्कता पूर्वक करें। फेक आवेदनों को निरस्त करें ।कहा कि आवेदनों की जांच में अनिवार्य रूप से सतर्कता बरतें ।इस संबंध में बताया गया कि विभिन्न प्रदेशों में फंसे हुए बिहारी मजदूरों में मुजफ्फरपुर जिले से संबंधित 78920 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 63341 आवेदनों को स्वीकृत किया गया एवं 4623 को रिजेक्ट किया गया जबकि 4706 आवेदन पेंडिंग है। स्वीकृत सभी आवेदनों से सम्बंधित प्रत्येक लाभुक के खाते में सरकार द्वारा 1000 की राशि भेजी गई है। बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट

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मुज़फ़्फ़रपुर कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं उससे बचाव को लेकर जिले को लॉक डाउन किया गया है। ऐसी  स्थिति में विभिन्न राज्यों में फंसे हुए हैं सभी जिलों सहित मुजफ्फरपुर जिले के भी  प्रवासी मजदूरों के खाते में सरकार के द्वारा राशि उपलब्ध कराई जा रही है। इस संबंध में जिला प्रशासन मुजफ्फरपुर द्वारा गठित कोषांग से संबंधित तकनीकी पदाधिकारियो ,सहायकों एवं कर्मियों की समीक्षा जिला सूचना विज्ञान अधिकारी नवीन कुमार सुमन के द्वारा स्थानीय डी ईओ सी में की गई ।उन्होंने कोरोना सहायता मोबाइल ऐप में प्राप्त आवेदनों की स्वीकृति एवं उसके रिजेक्शन को लेकर अधतन स्थिति का जायजा लिया साथ ही निर्देश दिया कि प्राप्त आवेदनों की जांच सतर्कता पूर्वक करें। फेक आवेदनों को निरस्त करें ।कहा कि आवेदनों की जांच में  अनिवार्य रूप से सतर्कता बरतें ।इस संबंध में बताया गया कि विभिन्न प्रदेशों में फंसे हुए बिहारी मजदूरों में मुजफ्फरपुर जिले से संबंधित 78920 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 63341 आवेदनों को स्वीकृत किया गया एवं 4623 को रिजेक्ट किया गया जबकि 4706 आवेदन पेंडिंग है। स्वीकृत सभी आवेदनों से सम्बंधित प्रत्येक  लाभुक के खाते में सरकार द्वारा 1000 की राशि भेजी गई है।

बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट


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मुजफ्फरपुर :- नए राशन कार्ड के लिए प्राप्त आवेदनों का पुनर्मूल्यांकन का कार्य चल रहा है। शीघ्र ही सभी पात्र लाभुकों को राशन कार्ड उपलब्ध करा दिया जाएगा। वही नियमित खाद्यान्न का 85% से अधिक डीलरों को उपलब्ध कराया गया है ।जो निशुल्क राशन यानी 5 केजी चावल प्रति सदस्य दिया जाना है उसे 30 अप्रैल तक शत-प्रतिशत लाभुकों को उपलब्ध करा दिया जाएगा। राशन वितरण से संबंधित किसी प्रकार की शिकायत हेतु नियंत्रण कक्ष से संपर्क किया जा सकता है जिसका दूरभाष नंबर-0621-2212436, 2216374, 2217359 एवं जिला स्तर पर शिकायत /सहायता हेतु 180034656158 पर या दोनो अनुमंडल पदाधिकारी के मोबाइल no पर सम्पर्क किया जा सकता है। *जिला प्रशासन द्वारा अपील की गई है कि लॉक डाउन का पालन में आम लोगों का सहयोग अपेक्षित है ।कहा गया है कि किसी के बहकावे में ना आएं एवं दलालों के चक्कर में ना पड़ें। लॉक डाउन का उल्लंघन करने वाले को प्रशासन सख्ती से निपटेगी ।जो नही मानेंगे उनपर प्रथमिकी भी दर्ज की जाएगी बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट

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मुजफ्फरपुर :- नए राशन कार्ड के लिए प्राप्त आवेदनों का पुनर्मूल्यांकन का कार्य चल रहा है। शीघ्र ही सभी पात्र लाभुकों को राशन कार्ड उपलब्ध करा दिया जाएगा। वही नियमित  खाद्यान्न का 85% से अधिक डीलरों को उपलब्ध कराया गया है ।जो निशुल्क राशन यानी 5 केजी चावल प्रति सदस्य दिया जाना है उसे 30 अप्रैल तक शत-प्रतिशत लाभुकों को उपलब्ध करा दिया जाएगा। राशन वितरण से संबंधित किसी प्रकार की शिकायत हेतु नियंत्रण कक्ष से संपर्क किया जा सकता है जिसका दूरभाष नंबर-0621-2212436, 2216374, 2217359 एवं जिला स्तर पर शिकायत /सहायता हेतु 180034656158 पर या दोनो अनुमंडल पदाधिकारी के मोबाइल no पर सम्पर्क किया जा सकता है। *जिला प्रशासन द्वारा अपील की गई है कि लॉक डाउन का पालन में आम लोगों का सहयोग अपेक्षित है ।कहा गया है कि किसी के बहकावे में ना आएं एवं दलालों के चक्कर में ना पड़ें। लॉक डाउन का उल्लंघन करने वाले   को प्रशासन सख्ती से निपटेगी ।जो नही मानेंगे उनपर प्रथमिकी भी दर्ज की जाएगी

बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट
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मुज़फ़्फ़रपुर :- आपदा प्रबंधन प्रशाखा मुजफ्फरपुर के तत्वाधान में निराश्रित एवं बाहर के राज्यों के फंसे हुए व्यक्तियों के लिए जिले में कुल 7 सामुदायिक किचेन का संचालन कि जा रहा है। गरीब नाथ मंदिर के पास, स्टेशन रोड जिला परिषद, बैरिया बस स्टैंड ,एवं चंदवारा आश्रय स्थल में सामुदायिक किचेन का संचालन किया जा रहा है।वहीं मध्य विद्यालय कांटी, मध्य विद्यालय मोतीपुर ,मध्य विद्यालय साहिबगंज वार्ड नंबर 7 में सामुदायिक किचेन के माध्यम से निराश्रित एवं बाहर के फंसे हुए लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है ।सामुदायिक किचेन में अब तक भोजन करने वाले कुल व्यक्तियों की संख्या 15973 है। बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट

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मुज़फ़्फ़रपुर :- आपदा प्रबंधन प्रशाखा  मुजफ्फरपुर के तत्वाधान में  निराश्रित एवं बाहर के राज्यों के फंसे हुए व्यक्तियों के लिए जिले में कुल 7 सामुदायिक किचेन का संचालन कि  जा रहा है।  गरीब नाथ मंदिर के   पास, स्टेशन रोड जिला परिषद, बैरिया बस स्टैंड ,एवं चंदवारा आश्रय स्थल में सामुदायिक किचेन  का संचालन किया जा रहा है।वहीं मध्य विद्यालय कांटी, मध्य विद्यालय मोतीपुर ,मध्य विद्यालय साहिबगंज वार्ड नंबर 7 में सामुदायिक किचेन के माध्यम से निराश्रित एवं बाहर के फंसे हुए लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है ।सामुदायिक किचेन में  अब तक भोजन करने वाले कुल व्यक्तियों की संख्या 15973  है।

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मुज़फ़्फ़रपुर कोरोना वायरस संक्रमण और उसकी रोकथाम और उस पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिलाधिकारी डॉ०चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में बैठक आहूत की गई ।बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक जयंतकांत सहित सभी कोषांगों के नोडल पदाधिकारी एवं वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक में लॉक डाउन के दूसरे चरण की घोषणा के मद्देनजर जिले में सख्ती बढ़ाने का निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया उन्होंने दोनों अनुमंडल पदाधिकारी एवं संबंधित एसडीपीओ को निर्देश दिया कि लॉक डाउन का कड़ाई से पालन करवाना सुनिश्चित की जाए ।जो बिना किसी कारण के सड़क पर वाहन लेकर घूम रहे हैं उन पर सख्ती बरती जाए। साथ ही उन्होंने जिले वासियों से अपील भी की कि सरकार के निर्देशों का पालन करें क्योंकि यही एकमात्र रास्ता है जिसके माध्यम से कोरोना से जीता जा सकता है ।बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि सुबह 7:00 से 10:00के बीच विभिन्न महत्वपूर्ण सड़कों पर गश्ती बढ़ाई जाए और पुलिस प्रशासन के द्वारा भी पेट्रोलिंग की जाए ताकि लॉक डाउन का उल्लंघन करने वाले पर सख्ती बरती जा सके। जिला कंट्रोल रूम में प्रतिनयुक्त सभी पदाधिकारी अपनी उपस्थिति सुनिश्चित रखेंगे ।जिले के सभी चेकपोस्ट पर कड़ाई बनाए रखने का निर्देश दिया गया। वहीं सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि अपने टीमों के माध्यम से निजी नर्सिंग होम और अस्पतालों में स्क्रीनिंग का कार्य नियमित रूप से करें और यदि किसी में सिम्टम्स मिलता है तो उनका सैंपल जांच के लिए भेजना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त बैठक में कंट्रोल रूम स्क्रीनिंग एवं आ ई सी कोषांग ,कंफर्म केस और आइसोलेशन कोषांग,कोरोंटाईन मॉनेटरिंग एंड ट्रैकिंग कोषांग आदि की भी समीक्षा की गई।बैठक में डीडीसी उज्जवल कुमार सिंह अपर समाहर्ता राजेश कुमार अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा सहित सभी कोषांग के वरीय पदाधिकारी और नोडल पदाधिकारी उपस्थित थे। बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट

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मुज़फ़्फ़रपुर कोरोना वायरस संक्रमण और उसकी  रोकथाम और उस पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिलाधिकारी डॉ०चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय  स्थित सभाकक्ष में बैठक आहूत की गई ।बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक  जयंतकांत सहित सभी कोषांगों के नोडल पदाधिकारी एवं वरीय पदाधिकारी  उपस्थित थे। बैठक में लॉक डाउन के दूसरे चरण की घोषणा के मद्देनजर जिले में सख्ती बढ़ाने का निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया  उन्होंने दोनों अनुमंडल पदाधिकारी एवं संबंधित एसडीपीओ को निर्देश दिया  कि लॉक डाउन का कड़ाई से पालन करवाना सुनिश्चित की जाए ।जो बिना किसी कारण के सड़क पर वाहन लेकर घूम रहे हैं उन पर सख्ती बरती जाए। साथ ही उन्होंने जिले वासियों से अपील भी की कि सरकार के निर्देशों का पालन करें क्योंकि यही एकमात्र रास्ता है जिसके माध्यम से कोरोना से जीता जा सकता है ।बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि सुबह 7:00 से 10:00के बीच  विभिन्न महत्वपूर्ण सड़कों पर गश्ती बढ़ाई जाए  और पुलिस प्रशासन के द्वारा भी पेट्रोलिंग की जाए ताकि लॉक डाउन का उल्लंघन करने वाले पर सख्ती बरती जा सके। जिला कंट्रोल रूम में प्रतिनयुक्त  सभी पदाधिकारी अपनी उपस्थिति सुनिश्चित रखेंगे ।जिले के सभी चेकपोस्ट पर कड़ाई  बनाए रखने का निर्देश दिया गया। वहीं सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि अपने टीमों के माध्यम से निजी नर्सिंग होम और अस्पतालों में स्क्रीनिंग का कार्य नियमित रूप से करें और यदि किसी में सिम्टम्स मिलता है तो उनका सैंपल जांच के लिए  भेजना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त बैठक में कंट्रोल रूम स्क्रीनिंग एवं  आ ई सी कोषांग ,कंफर्म केस और आइसोलेशन कोषांग,कोरोंटाईन  मॉनेटरिंग एंड ट्रैकिंग कोषांग आदि की भी समीक्षा की गई।बैठक में डीडीसी  उज्जवल कुमार सिंह अपर समाहर्ता राजेश कुमार अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा सहित सभी कोषांग के वरीय पदाधिकारी और नोडल पदाधिकारी उपस्थित थे।

बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट
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उत्तरप्रदेश सिद्धार्थनगर। तहसील प्रशासन द्वारा बनाया गया है, सामुदायिक रसोई, तयार किया जाता है गरीबों के लिए भोजन । ==================== इटवा तहसील के विस्कोहर क्षेत्र में गरीबों के भोजन के लिए सामुदायिक रसोई का प्रबन्ध किया गया है, जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर श्री दीपक मीणा के निर्देशानुसार जनपद के विभिन्न क्षेत्र में गरीबो के लिए भोजन व्यवस्था करने के लिए जगह जगह सामुदायिक २सोई का केन्द्र खोला गया है जिससे कोई गरीब भूखा न रहे सभी के भोजन प्रबन्ध के लिए तत्पर उपजिलाधिकारी इटवा विकास कश्यप तथा तहसीलदार इटवा अरविन्द कुमार के संयुक्त देख२ेख में भोजन तयार करके गरीब तक पहुंचाया व खिलाया जा २हा है । राजस्व निरीक्षक राम सजीवन, चेयरमैन रामदयाल, भू लेखपाल हरिकीर्तन त्रिपाठी , भूलेखपाल इन्द्रमणी त्रिपाठी सामुदायिक रसोई विस्कोहर के सिकरा प्राथमिक विद्यालय पर भोजन तयार कर गरीब व असहाय लोगों को भोजन व्यवस्था में लगे हुए हैं । संकट काल में तहसील प्रशासन की सतर्कता व जन सहायता की भावना विशेष सराहनीय है । सुमित शर्मा की रिपोर्ट।

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उत्तरप्रदेश सिद्धार्थनगर।

तहसील प्रशासन द्वारा बनाया गया है, सामुदायिक रसोई,
तयार किया जाता है गरीबों के लिए भोजन ।
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इटवा तहसील के विस्कोहर क्षेत्र में गरीबों के भोजन के लिए सामुदायिक रसोई का प्रबन्ध किया गया है, जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर श्री दीपक मीणा के निर्देशानुसार जनपद के विभिन्न क्षेत्र में गरीबो के लिए भोजन व्यवस्था करने के लिए जगह जगह सामुदायिक २सोई का केन्द्र खोला गया है जिससे कोई गरीब भूखा न रहे सभी के भोजन प्रबन्ध के लिए तत्पर उपजिलाधिकारी इटवा विकास कश्यप तथा तहसीलदार इटवा अरविन्द कुमार के संयुक्त देख२ेख में भोजन तयार करके गरीब तक पहुंचाया व खिलाया जा २हा है । राजस्व निरीक्षक राम सजीवन, चेयरमैन रामदयाल, भू लेखपाल हरिकीर्तन  त्रिपाठी , भूलेखपाल इन्द्रमणी त्रिपाठी सामुदायिक रसोई विस्कोहर के सिकरा प्राथमिक विद्यालय पर भोजन तयार कर गरीब व असहाय लोगों को भोजन व्यवस्था में लगे हुए हैं । संकट काल में तहसील प्रशासन की सतर्कता व जन सहायता की भावना विशेष सराहनीय है ।

सुमित शर्मा की रिपोर्ट।
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*गया के युवा पत्रकारों ने उठाया बेजुबान पशुओं के भोजन का बीड़ा* धीरज गुप्ता की रिपोर्ट गया गया में लॉक डाउन में बेजुबान जानवरों का भी जीना काफी मुहाल हो गया है पशु जो खाने खाने के खोज मे सडक पर दिखते मिले,जिससे देखते हुए गया के युवा पत्रकारों ने एक अभियान के तहत शुरू की है।जिसकी शुरुआत सोमवार से हुई।आज मंगलवार के दिन भी शहर के अम्बेडकर मार्केट,रॉय काशीनाथ, डीएम ऑफिस सहित अन्य स्थलोँ पर आवारा पशुओं के लिए भोजन का व्यवस्था की गई है। इस दौरान युवा पत्रकारों ने कहा कि यह अभियान 3 मई तक चलता ही रहेगा। इस मौके पर मनोज कुमार, सुजीत पांडेय धीरज सिन्हा, श्याम किशोर, एलेन लिली, भोला सरकार, प्रदीप रंजन विप्लव,मनोज कुमार, निक्कू आदि मौजूद थे।

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*गया के युवा पत्रकारों ने उठाया बेजुबान पशुओं के भोजन का बीड़ा*
धीरज गुप्ता की रिपोर्ट गया
गया में  लॉक डाउन में बेजुबान जानवरों का भी जीना काफी मुहाल हो गया है  पशु जो खाने खाने के खोज मे  सडक पर दिखते मिले,जिससे देखते हुए गया के युवा पत्रकारों ने एक अभियान के तहत शुरू की है।जिसकी शुरुआत सोमवार से हुई।आज मंगलवार के दिन भी शहर के अम्बेडकर मार्केट,रॉय काशीनाथ, डीएम ऑफिस सहित अन्य स्थलोँ पर आवारा पशुओं के लिए भोजन का व्यवस्था की गई है। इस दौरान युवा पत्रकारों ने कहा कि यह अभियान 3 मई तक चलता ही रहेगा।
इस मौके पर मनोज कुमार, सुजीत पांडेय  धीरज सिन्हा, श्याम किशोर, एलेन लिली, भोला सरकार, प्रदीप रंजन विप्लव,मनोज कुमार, निक्कू आदि मौजूद थे।

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नई दिल्ली केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को लॉकडाउन 2.0 के दौरान कम जोखिम वाले क्षेत्रों में छूट संबंधी गाइलाइन जारी की है। यह छूट 20 अप्रैल से लागू होगी। कटाई और आने वाले दिनों में नए बुवाई सीजन के शुरू होने के मद्देनजर खेती-किसानी से जुड़े कामों को खास छूट दी गई है। हालांकि, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। फ्लैट्स के निर्माण को भी शर्तों के साथ सीमित छूट दी गई है। लॉकडाउन 2.0 के दौरान इन गतिविधियों पर छूट रहेगी। - हेल्थ सर्विसेज चालू रहेंगी... - खेती से जुड़ी सभी गतिविधियां चालू रहेंगी, किसानों और कृषि मजदूरों को हार्वेस्टिंग से जुड़े काम करने की छूट रहेगी - कृषि उपकरणों की दुकानें, उनके मरम्मत और स्पेयर पार्ट्स की दुकानें खुली रहेंगी - खाद, बीज, कीटनाशकों के निर्माण और वितरण की गतिविधियां चालू रहेंगी, इनकी दुकानें खुली रहेंगी - कटाई से जुड़ी मशीनों (कंपाइन) के एक राज्य से दूसरे राज्य में मूवमेंट पर कोई रोक नहीं रहेगी - मछली पालन से जुड़ी गतिविधियां, ट्रांसपोर्ट चालू रहेंगी - दूध और दुग्ध उत्पाद के प्लांट और इनकी सप्लाई चालू रहेगी - मवेशियों के चारा से जुड़े प्लांट, रॉ मटिरिलय की सप्लाई चालू रहेगी - ग्रामीण क्षेत्रों में (जो म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन या म्यूनिसिपलिटी के तहत न हों) काम करने वाले उद्योगों को छूट -स्पेशल इकनॉमिक जोन में मैन्यूफैक्चरिंग और दूसरे औद्योगिक संस्थानों, निर्यात से जुड़ी इकाइयों को शर्तों के साथ छूट। यहां ये उद्योग अपना काम शुरू कर सकते हैं लेकिन उन्हें वर्करों को अपने परिसर में ही ठहराने का भी इंतजाम करना होगा। वर्करों को वर्कप्लेस पर लाने की जिम्मेदारी नियोक्ता की होगी और उसे इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग के मानकों का पालन करना होगा। - दवा, फार्मा - सड़क की मरम्मत और निर्माण को छूट, जहां भीड़ नहीं हो - बैंक शाखाएं, एटीएम, पोस्टल सर्विसेज चालू रहेंगी - ऑनलाइन टीचिंग और डिस्टेंस लर्निंग को प्रोत्साहित किया जाएगा - मनरेगा के काम की इजाजत रहेगी, सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करते हुए - मनरेगा के कामों को सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करते हुए किया जाएगा - मनरेगा में सिंचाई और वॉटर कंजर्वेशन से जुड़े कामों को प्राथमिकता दी जाएगी - इमर्जेंसी के हालात में फोर वीलर में ड्राइवर के अलावा केवल एक ही रहेगा - दुपहिया पर सिर्फ एक ही शख्स यानी उसका चालक सवार हो सकता है, उल्लंघन करने पर जुर्माना - कोई शख्स क्वारंटीन किया गया है मगर नियमों का उल्लंघन करता है तो आईपीईस की धारा 188 के तहत कार्रवाई - तेल और गैस सेक्टर का ऑपरेशन चलता रहेगा, इनसे जुड़ीं ट्रांसपोर्टेशन, डिस्ट्रिब्यूशन, स्टोरेज और रिटेल से जुड़ी गतिविधियां चलती रहेंगी -गुड्स/कार्गो के लोडिंग-अनलोडिंग के काम को छूट -जरूरी सामानों जैसे पेट्रोलियम और एलपीजी प्रोडक्ट्स, दवाओं, खाद्य सामग्रियों के ट्रांसपोर्टेशन को इजाजत रहेगी -सभी ट्रकों और गुड्स/कैरियर वीइकल्स को छूट रहेगी, एक ट्रक में 2 ड्राइवरों और एक हेल्पर की इजाजत - इस बार ट्रकों के मरम्मत की दुकानों को भी छूट, हाईवेज पर ढाबे भी खुले रहेंगे ताकि ट्रकर्स को दिक्कत न हो -रेलवे की मालगाड़ियों को छूट बरकरार - सभी जरूरी सामानों की सप्लाई चेन की इजाजत - किराना की दुकानों, राशन की दुकानों, फल, सब्जी, मीट, मछली, पोल्ट्री, खाद्यान्न, डेयरी और मिल्क बूथ, मवेशियों के चारे की दुकानों को छूट बरकरार - प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को छूट, डीटीएच और केबल सर्विस को भी छूट -आईटी से जुड़ी कंपनियों को वर्कफोर्स के 50 प्रतिशत स्ट्रेंथ के साथ काम करने की इजाजत (जोखिम वाले क्षेत्रों के रूप चिह्नित इलाकों में नहीं) - ई-कॉमर्स कंपनियों की गतिविधियों, इनके ऑपरेटरों की गाड़ियों को छूट, इसके लिए इजाजत लेनी होगी - सरकारी काम में लगीं डेटा और कॉल सेंटर सर्विसेज को इजाजत -प्राइवेट सिक्यॉरिटी सर्विसेज को इजाजत बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट

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नई दिल्ली

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को लॉकडाउन 2.0 के दौरान कम जोखिम वाले क्षेत्रों में छूट संबंधी गाइलाइन जारी की है। यह छूट 20 अप्रैल से लागू होगी। कटाई और आने वाले दिनों में नए बुवाई सीजन के शुरू होने के मद्देनजर खेती-किसानी से जुड़े कामों को खास छूट दी गई है। हालांकि, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। फ्लैट्स के निर्माण को भी शर्तों के साथ सीमित छूट दी गई है। लॉकडाउन 2.0 के दौरान इन गतिविधियों पर छूट रहेगी।
- हेल्थ सर्विसेज चालू रहेंगी...

- खेती से जुड़ी सभी गतिविधियां चालू रहेंगी, किसानों और कृषि मजदूरों को हार्वेस्टिंग से जुड़े काम करने की छूट रहेगी

- कृषि उपकरणों की दुकानें, उनके मरम्मत और स्पेयर पार्ट्स की दुकानें खुली रहेंगी

- खाद, बीज, कीटनाशकों के निर्माण और वितरण की गतिविधियां चालू रहेंगी, इनकी दुकानें खुली रहेंगी

- कटाई से जुड़ी मशीनों (कंपाइन) के एक राज्य से दूसरे राज्य में मूवमेंट पर कोई रोक नहीं रहेगी

- मछली पालन से जुड़ी गतिविधियां, ट्रांसपोर्ट चालू रहेंगी

- दूध और दुग्ध उत्पाद के प्लांट और इनकी सप्लाई चालू रहेगी

- मवेशियों के चारा से जुड़े प्लांट, रॉ मटिरिलय की सप्लाई चालू रहेगी

- ग्रामीण क्षेत्रों में (जो म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन या म्यूनिसिपलिटी के तहत न हों) काम करने वाले उद्योगों को छूट

-स्पेशल इकनॉमिक जोन में मैन्यूफैक्चरिंग और दूसरे औद्योगिक संस्थानों, निर्यात से जुड़ी इकाइयों को शर्तों के साथ छूट। यहां ये उद्योग अपना काम शुरू कर सकते हैं लेकिन उन्हें वर्करों को अपने परिसर में ही ठहराने का भी इंतजाम करना होगा। वर्करों को वर्कप्लेस पर लाने की जिम्मेदारी नियोक्ता की होगी और उसे इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग के मानकों का पालन करना होगा।

- दवा, फार्मा

- सड़क की मरम्मत और निर्माण को छूट, जहां भीड़ नहीं हो

- बैंक शाखाएं, एटीएम, पोस्टल सर्विसेज चालू रहेंगी

- ऑनलाइन टीचिंग और डिस्टेंस लर्निंग को प्रोत्साहित किया जाएगा

- मनरेगा के काम की इजाजत रहेगी, सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करते हुए

- मनरेगा के कामों को सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करते हुए किया जाएगा

- मनरेगा में सिंचाई और वॉटर कंजर्वेशन से जुड़े कामों को प्राथमिकता दी जाएगी

- इमर्जेंसी के हालात में फोर वीलर में ड्राइवर के अलावा केवल एक ही रहेगा

- दुपहिया पर सिर्फ एक ही शख्स यानी उसका चालक सवार हो सकता है, उल्लंघन करने पर जुर्माना

- कोई शख्स क्वारंटीन किया गया है मगर नियमों का उल्लंघन करता है तो आईपीईस की धारा 188 के तहत कार्रवाई

- तेल और गैस सेक्टर का ऑपरेशन चलता रहेगा, इनसे जुड़ीं ट्रांसपोर्टेशन, डिस्ट्रिब्यूशन, स्टोरेज और रिटेल से जुड़ी गतिविधियां चलती रहेंगी

-गुड्स/कार्गो के लोडिंग-अनलोडिंग के काम को छूट

-जरूरी सामानों जैसे पेट्रोलियम और एलपीजी प्रोडक्ट्स, दवाओं, खाद्य सामग्रियों के ट्रांसपोर्टेशन को इजाजत रहेगी

-सभी ट्रकों और गुड्स/कैरियर वीइकल्स को छूट रहेगी, एक ट्रक में 2 ड्राइवरों और एक हेल्पर की इजाजत

- इस बार ट्रकों के मरम्मत की दुकानों को भी छूट, हाईवेज पर ढाबे भी खुले रहेंगे ताकि ट्रकर्स को दिक्कत न हो

-रेलवे की मालगाड़ियों को छूट बरकरार

- सभी जरूरी सामानों की सप्लाई चेन की इजाजत

- किराना की दुकानों, राशन की दुकानों, फल, सब्जी, मीट, मछली, पोल्ट्री, खाद्यान्न, डेयरी और मिल्क बूथ, मवेशियों के चारे की दुकानों को छूट बरकरार

- प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को छूट, डीटीएच और केबल सर्विस को भी छूट

-आईटी से जुड़ी कंपनियों को वर्कफोर्स के 50 प्रतिशत स्ट्रेंथ के साथ काम करने की इजाजत (जोखिम वाले क्षेत्रों के रूप चिह्नित इलाकों में नहीं)

- ई-कॉमर्स कंपनियों की गतिविधियों, इनके ऑपरेटरों की गाड़ियों को छूट, इसके लिए इजाजत लेनी होगी

- सरकारी काम में लगीं डेटा और कॉल सेंटर सर्विसेज को इजाजत

-प्राइवेट सिक्यॉरिटी सर्विसेज को इजाजत

बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट
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*मीडियाकर्मियों की आवाजाही पर कोई बैन नहीं-डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय* पटना :- बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने मंगलवार को स्पष्ट कहा कि लॉकडाउन की अवधि में मीडियार्किमयों की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं है। वे अपना प्रेस कार्ड दिखाकर अपने वाहन के साथ काम पर निकल सकेंगे। लॉकडाउन को ले पूर्व में जो गाइडलाइन आई थी, उसमें किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है। साथ ही उन्‍होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन में कोई व्‍यक्ति अपना लाइसेंसी हथियार लेकर चला तो उसका लाइसेंस कैंसिल हो जाएगा। मंगलवार को दिन में पटना सहित कई जिलों से यह खबर आयी कि लॉकडाउन में सड़़क पर वाहनों के परिचालन पर लगी रोक का अनुपालन करा रहे पुलिसकर्मी मीडिया के लोगों को भी रोक रहे हैं। कई जगह लोग मीडियार्किमयों से उलझ भी गए। मीडियार्किमयों द्वारा अपने संस्थान का प्रेस कार्ड दिखाने पर भी उन्हें रोकते हुए यह कहा जा रहा कि वे जिला प्रशासन से अपने लिए पास निर्गत कराएं। प्रेस कार्ड नहीं चलेगा। डीजीपी पांडेय ने कहा कि मीडियार्किमयों को नहीं रोकने के संबंध में उन्होंने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिए हैं। लॉकडाउन के तहत जो प्रावधान पूर्व में तय किए गए हैं, उसमें मीडिया को इससे अलग रखा गया है। हॉकर भी सुबह अखबार का वितरण कर सकेंगे। उन पर किसी तरह की रोक नहीं रहेगी। बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट

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*मीडियाकर्मियों की आवाजाही पर कोई बैन नहीं-डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय*

पटना :- बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने मंगलवार को स्पष्ट कहा कि लॉकडाउन की अवधि में मीडियार्किमयों की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं है। वे अपना प्रेस कार्ड दिखाकर अपने वाहन के साथ काम पर निकल सकेंगे। लॉकडाउन को ले पूर्व में जो गाइडलाइन आई थी, उसमें किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है। साथ ही उन्‍होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन में कोई व्‍यक्ति अपना लाइसेंसी हथियार लेकर चला तो उसका लाइसेंस कैंसिल हो जाएगा।

मंगलवार को दिन में पटना सहित कई जिलों से यह खबर आयी कि लॉकडाउन में सड़़क पर वाहनों के परिचालन पर लगी रोक का अनुपालन करा रहे पुलिसकर्मी मीडिया के लोगों को भी रोक रहे हैं। कई जगह लोग मीडियार्किमयों से उलझ भी गए। मीडियार्किमयों द्वारा अपने संस्थान का प्रेस कार्ड दिखाने पर भी उन्हें रोकते हुए यह कहा जा रहा कि वे जिला प्रशासन से अपने लिए पास निर्गत कराएं। प्रेस कार्ड नहीं चलेगा।

डीजीपी पांडेय ने कहा कि मीडियार्किमयों को नहीं रोकने के संबंध में उन्होंने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिए हैं। लॉकडाउन के तहत जो प्रावधान पूर्व में तय किए गए हैं, उसमें मीडिया को इससे अलग रखा गया है। हॉकर भी सुबह अखबार का वितरण कर सकेंगे। उन पर किसी तरह की रोक नहीं रहेगी।

बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट
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इंडियन न्यूज़ नेटवर्क मुज़फ़्फ़रपुर के एसकेएमसीएच में शुरू हुआ कोविड-19 के टेस्ट की कवायद शुरू।डीएम ने कहा मुज़फ़्फ़रपुर के लिए गर्व की बात और SKMCH छुएगा कोविड से लड़ाई में नई बुलंद की ऊंचाई को मुज़फ़्फ़रपुर के SKMCH में अब कोविड 19 की जांच हुआ शुरू एक दर्जन जांच के बाद आई है रिपोर्ट नेगेटिव।अब जिला के साथ प्रमंडल के अन्य जिलों को भी मिलेगी जांच में राहत।मेडिकल कॉलेज की बढ़ेगी शाख। मुज़फ़्फ़रपुर जिले के SKMCH के अस्पताल में अब महामारी बन चुकी कोविड 19 जांच के प्रकिया शुरू हो गई है और यह सूबे का ही 5 वाँ अस्पताल बन गया जो कि अब पटना के IGIMS PMCH DMCH और RMRI के ही बाद अब SKMCH मुज़फ़्फ़रपुर में भी शुरुआत हो गई है।बता दें कि इसमें मुज़फ़्फ़रपुर जिला के अलावा सीतामढ़ी जिला शिवहर वैशाली पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण के साथ ही अब सारण प्रमंडल के कोरोना से ही प्रभावित जिला गोपालगंज में इसकी जांच की कवायद शुरू कर दिया गया है।बता दें कोविड 19 से प्रभावित गोपालगंज को भी किया गया है इससे टैग।जिला अधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने दिया है इसकी जानकारी। बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट

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इंडियन न्यूज़ नेटवर्क

मुज़फ़्फ़रपुर के एसकेएमसीएच में शुरू हुआ कोविड-19 के टेस्ट की कवायद शुरू।डीएम ने कहा मुज़फ़्फ़रपुर के लिए गर्व की बात और SKMCH छुएगा कोविड से लड़ाई में नई बुलंद की ऊंचाई को

मुज़फ़्फ़रपुर के SKMCH में अब कोविड 19 की जांच हुआ शुरू एक दर्जन जांच के बाद आई है रिपोर्ट नेगेटिव।अब जिला के साथ प्रमंडल के अन्य जिलों को भी मिलेगी जांच में राहत।मेडिकल कॉलेज की बढ़ेगी शाख।
मुज़फ़्फ़रपुर जिले के SKMCH के अस्पताल में अब महामारी बन चुकी कोविड 19 जांच के प्रकिया शुरू हो गई है और यह सूबे का ही 5 वाँ अस्पताल बन गया जो कि अब पटना के IGIMS PMCH DMCH और RMRI के ही बाद अब SKMCH मुज़फ़्फ़रपुर में भी शुरुआत हो गई है।बता दें कि इसमें मुज़फ़्फ़रपुर जिला के अलावा सीतामढ़ी जिला शिवहर वैशाली पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण के साथ ही अब सारण प्रमंडल के कोरोना से ही प्रभावित जिला गोपालगंज में इसकी जांच की कवायद शुरू कर दिया गया है।बता दें कोविड 19 से प्रभावित गोपालगंज को भी किया गया है इससे टैग।जिला अधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने दिया है इसकी जानकारी।

बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट
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उत्तरप्रदेश सिद्धार्थनगर। ग्राम- भटगवां , मे स्थापित क्वारेन्टाईन भवन प़ार्थमिक विद्यालय भटगवां का निरीक्षण उपजिलाधिकारी त्रिभुवन जी के द्वारा दिनांक-11/04/2020 को किया गया था। मौके पर उपस्थित ग़ाम प़धान श्री शानू रिजवी एंव अन्य ग़ामवासियों द्वारा विद्यालय प़ागण के बिल्कुल मध्य में स्थित विधुत पोल को अध्ययनरत बच्चों के लिए खतरनाक बताते हुए उनके सुरक्षा के दृष्टिकोण से शीध्र हटाये जाने की मांग किया था। उपजिलाधिकारी महोदय द्वारा तत्काल मौकेपर ही सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को पोल हटाये जाने के लिए आदेशित किया गया था। आदेश के अनुपालन मे आज दिनांक 14/04/2020 को विधुत विभाग द्वारा विधुत पोल हटाकर सुरक्षित स्थान पर लगा दिया गया है। जिसके लिए ग़ाम प़धान शानू रिज्वी सहित अन्य तमाम ग़ामवासियों द्वारा खुशी का इजहार करते हुए उपजिलाधिकारी श्री त्रिभुवन जी को इस नेक कार्य हेतु प़शंसा करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया है। सुमित शर्मा की रिपोर्ट।

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उत्तरप्रदेश सिद्धार्थनगर।

ग्राम- भटगवां , मे स्थापित क्वारेन्टाईन भवन प़ार्थमिक विद्यालय भटगवां का निरीक्षण उपजिलाधिकारी  त्रिभुवन जी के द्वारा दिनांक-11/04/2020 को किया गया था। मौके पर उपस्थित  ग़ाम प़धान श्री शानू रिजवी एंव अन्य ग़ामवासियों द्वारा विद्यालय प़ागण के बिल्कुल मध्य में स्थित विधुत पोल को अध्ययनरत बच्चों के लिए खतरनाक बताते हुए उनके सुरक्षा के दृष्टिकोण से शीध्र हटाये जाने की मांग किया था। उपजिलाधिकारी महोदय द्वारा तत्काल मौकेपर ही सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को पोल हटाये जाने के लिए आदेशित किया गया था। आदेश के अनुपालन मे आज दिनांक 14/04/2020 को विधुत विभाग द्वारा विधुत पोल हटाकर सुरक्षित स्थान पर लगा दिया गया है। जिसके लिए ग़ाम प़धान शानू रिज्वी सहित अन्य तमाम ग़ामवासियों द्वारा खुशी का इजहार करते हुए उपजिलाधिकारी श्री त्रिभुवन जी  को इस नेक कार्य हेतु प़शंसा करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया है।


सुमित शर्मा की रिपोर्ट।

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समाहरणालय, गया (जिला जनसंपर्क शाखा) *कोषांगों के कार्यों की हुई समीक्षा* गया,14 अप्रैल, 2020, जिलाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह व वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा की संयुक्त अध्यक्षता में कोविड 19 वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव व सुरक्षा के लिए किए गए लॉक डाउन के दौरान गठित कोषांगों के कार्यों की समीक्षा की गयी। क्वॉरेंटाइन कोषांग के वरीय पदाधिकारी सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी श्री नरेश झा ने बताया कि अबतक कोरोना के कुल 120 संदिग्ध मामले आए हैं, 110 मामले अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के एवं 10 मामले अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार के हैं। आज 04 मामले एपीएचसी महाकार एवं 01 मामला एएनएमसीएच में आए हैं। कुल 118 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है, जिनमें 10 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार एवं 108 अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल से किये गए हैं। अब तक कुल 05 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसमे 3 मामलों में रिकवरी किया गया है, अब कुल 02 मामलें पॉजिटिव हैं। एएनएमएमसीएच के वरीय प्रभारी सह सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी श्री नरेश झा ने बताया कि एएनएमएमसीएच में 350 बेड तैयार हो गया है और सारे बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था उपलब्ध है। ऑक्सीजन के 150 बड़ा सिलेंडर तथा 200 छोटा सिलेंडर उपलब्ध हैं। 25 ट्रॉली भी उपलब्ध है जिलाधिकारी ने ट्रॉली की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। सिविल सर्जन ने बताया कि जेपीएन एवं प्रभावती अस्पताल में मरीजों का इलाज किया जा रहा है। कुछ चिकित्सकों के द्वारा संबंधित डिग्री न होने के कारण इलाज करने में कोताही बरतने को लेकर एएनएमएमसीएच के अधीक्षक ने कहा कि विभागीय निर्देश के आलोक में एमडी को छोड़कर सभी विभाग के चिकित्सक को एएनएमएमसीएच में काम करना है। जिलाधिकारी ने कहा कि यदि इलाज करने में किसी चिकित्सक के द्वारा कोताही की जाएगी तो प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी साथ ही उन्होंने एमएमसीएच के अधीक्षक को इलाज में कोताही बरतने वाले चिकित्सकों के रजिस्ट्रेशन रद्द करने के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के निदेशक श्री संतोष कुमार ने बताया कि जिले में कुल क्वॉरेंटाइन सेंटर 333 हैं, जिनकी क्षमता 5084 लोगों की है। जिनमें अब तक 11243 होम क्वॉरेंटाइन में रहे तथा 1074 क्वॉरेंटाइन में रखे गए हैं। उन्होंने बताया कि गुरुआ के कोरेनटीन सेंटर के 01 एवं बांके बाज़ार के कवरेन्टीन सेंटर के 01 मामले संदिग्ध पाए गए हैं, जिन्हें एएनएमएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में रखने एवं जांच करने हेतु भेजा गया है। श्री संतोष कुमार ने कहा कि कोरेनटीन की संख्या घट रही है तथा होम क्वॉरेंटीन की संख्या बढ़ रही है। जिलाधिकारी ने होम क्वॉरेंटाइन वाले घर पर स्टीकर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी बताया गया कि शेरघाटी के तीन आदमी सासाराम के हैं जिनका क्वॉरेंटाइन की अवधि पूर्ण हो गई है और वे सासाराम जाना चाहते हैं। सिविल सर्जन ने बताया कि नालंदा के 14 लोगों में से तीन का रिजल्ट आ गया है,सभी नेगेटिव हैं,बाकी का रिजल्ट आना है। सभी विदेशी लोगों के सैम्पल हो गयी है, सभी के रिजल्ट नेगेटिव आए है। केवलएक का रिजल्ट आना बाकी है। कल से गया शहर के सभी घरों की जांच कराई जाएगी तथा परिवार के सभी सदस्य के स्वास्थ्य की स्थिति का जायजा लिया जाएगा। इसके लिए टीम बनाई गयी है। जिलाधिकारी ने कहा कि गया में इसे पूरे जिले में लागू किया जाएगा तथा सभी जिले वासियों के स्वास्थ्य की ट्रैकिंग करायी जाएगी इसके लिए सिविल सर्जन को तैयारी करने के निर्देश दिए गए। श्री किशोरी चौधरी ने बताया कि आज 02 टीम द्वारा असहाय एवं निर्धन लोगों के बीच 360 खाद्यान्न-पैकेट का वितरण कराया गया है, प्रत्येक पैकेट में 02 मास्क एवं 01 डेटोल साबुन भी दिया जा रहा है। आज किसी भी संस्था के द्वारा खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध नहीं कराया गया है पूर्व के 585 खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध हैं, जिनका वितरण कल करवाया जाएगा। जिलाधिकारी ने बीटीएमसी को प्रतिदिन 1000 खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध कराने के निदेश दिए। साथ ही जिलाधिकारी ने इस आपदा की घड़ी में जिले के स्वयं सेवी संस्था एवं अन्य संस्थाओं/जनप्रतिनिधियों से खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध कराने की अपील की। जिलाधिकारी ने शहरी क्षेत्र में और 2 राहत आपदा केंद्र खोलने के निर्देश आपदा प्रबंधन प्रभारी श्री शैलेश दास को दिए। एक राहत आपदा केंद्र जगजीवन कॉलेज में तथा दूसरा जिला स्कूल में खोला जाएगा। खाद्यान्न वितरण की समीक्षा के दौरान जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम ने बताया कि खाद्यान्न का उठाव हो गया है। अधिकतर डीलरों के पास खाद्यान्न पहुंच गया है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के खाद्यान्न का भी प्रारंभ हो गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि अगर खाद्यान्न वितरण से संबंधित कोई भी शिकायत (विजुअल या ऑडियो) प्राप्त होती है तो इससे संबंधित जोनल टीम को उपलब्ध कराते हुए 24 घंटे के अंदर जांच कराई जाए। जोनल टीम को शिकायत प्राप्त होते ही 1 घंटे के अंदर संबंधित स्थल पर जाकर रिस्पांस करना आवश्यक होगा। बैठक में नगर आयुक्त, नगर निगम श्री सावन कुमार, सहायक समाहर्ता श्री के एम अशोक, उप विकास आयुक्त श्री किशोरी चौधरी, सिविल सर्जन श्री बी के सिंह, एएनएमएमसीएच के अधीक्षक, एएनएमएमसीएच के प्राचार्य एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे। उप निदेशक, जन सम्पर्क, मगध प्रमंडल, गया।

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समाहरणालय, गया
(जिला जनसंपर्क शाखा)
*कोषांगों के कार्यों की हुई समीक्षा*
गया,14 अप्रैल, 2020, जिलाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह व वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा की संयुक्त अध्यक्षता में कोविड 19 वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव व सुरक्षा के लिए किए गए लॉक डाउन के दौरान गठित कोषांगों के कार्यों की समीक्षा की गयी। क्वॉरेंटाइन कोषांग के वरीय पदाधिकारी सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी श्री नरेश झा ने बताया कि अबतक कोरोना के कुल 120 संदिग्ध मामले आए हैं, 110 मामले अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के एवं 10 मामले अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार के हैं। आज 04 मामले एपीएचसी महाकार एवं 01 मामला एएनएमसीएच में आए हैं। कुल 118 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है, जिनमें 10 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार एवं 108 अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल से किये गए हैं। अब तक कुल 05 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसमे 3 मामलों में रिकवरी किया गया है, अब कुल 02 मामलें पॉजिटिव हैं।
एएनएमएमसीएच के वरीय प्रभारी सह सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी श्री नरेश झा ने बताया कि एएनएमएमसीएच में 350 बेड तैयार हो गया है और सारे बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था उपलब्ध है। ऑक्सीजन के 150 बड़ा सिलेंडर तथा 200 छोटा सिलेंडर उपलब्ध हैं। 25 ट्रॉली भी उपलब्ध है जिलाधिकारी ने ट्रॉली की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
सिविल सर्जन ने बताया कि जेपीएन एवं प्रभावती अस्पताल में मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
कुछ चिकित्सकों के द्वारा संबंधित डिग्री न होने के कारण इलाज करने में कोताही बरतने को लेकर एएनएमएमसीएच के अधीक्षक ने कहा कि विभागीय निर्देश के आलोक में एमडी को छोड़कर सभी विभाग के चिकित्सक को एएनएमएमसीएच में काम करना है। जिलाधिकारी ने कहा कि यदि इलाज करने में किसी चिकित्सक के द्वारा कोताही की जाएगी तो प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी साथ ही उन्होंने एमएमसीएच के अधीक्षक को इलाज में कोताही बरतने वाले चिकित्सकों के रजिस्ट्रेशन रद्द करने के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।
जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के निदेशक श्री संतोष कुमार ने बताया कि जिले में कुल क्वॉरेंटाइन सेंटर 333 हैं, जिनकी क्षमता 5084 लोगों की है। जिनमें अब तक 11243 होम क्वॉरेंटाइन में रहे तथा 1074 क्वॉरेंटाइन में रखे गए हैं। उन्होंने बताया कि गुरुआ के कोरेनटीन सेंटर के 01 एवं बांके बाज़ार के कवरेन्टीन सेंटर के 01 मामले संदिग्ध पाए गए हैं, जिन्हें एएनएमएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में रखने एवं जांच करने हेतु भेजा गया है। श्री संतोष कुमार ने कहा कि कोरेनटीन की संख्या घट रही है तथा होम क्वॉरेंटीन की संख्या बढ़ रही है। जिलाधिकारी ने होम क्वॉरेंटाइन वाले घर पर स्टीकर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी बताया गया कि शेरघाटी के तीन आदमी सासाराम के हैं जिनका क्वॉरेंटाइन की अवधि पूर्ण हो गई है और वे सासाराम जाना चाहते हैं। सिविल सर्जन ने बताया कि नालंदा के 14 लोगों में से तीन का रिजल्ट आ गया है,सभी नेगेटिव हैं,बाकी का रिजल्ट आना है। सभी विदेशी लोगों के सैम्पल हो गयी है, सभी के रिजल्ट नेगेटिव आए है। केवलएक का रिजल्ट आना बाकी है। कल से गया शहर के सभी घरों की जांच कराई जाएगी तथा परिवार के सभी सदस्य के स्वास्थ्य की स्थिति का जायजा लिया जाएगा। इसके लिए टीम बनाई गयी है। जिलाधिकारी ने कहा कि गया में इसे पूरे जिले में लागू किया जाएगा तथा सभी जिले वासियों के स्वास्थ्य की ट्रैकिंग करायी जाएगी इसके लिए सिविल सर्जन को तैयारी करने के निर्देश दिए गए।
श्री किशोरी चौधरी ने बताया कि आज 02 टीम द्वारा असहाय एवं निर्धन लोगों के बीच 360 खाद्यान्न-पैकेट का वितरण कराया गया है, प्रत्येक पैकेट में 02 मास्क एवं 01 डेटोल साबुन भी दिया जा रहा है।
आज किसी भी संस्था के द्वारा खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध नहीं कराया गया है पूर्व के 585 खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध हैं, जिनका वितरण कल करवाया जाएगा। जिलाधिकारी ने बीटीएमसी को प्रतिदिन 1000 खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध कराने के निदेश दिए। साथ ही जिलाधिकारी ने इस आपदा की घड़ी में जिले के स्वयं सेवी संस्था एवं अन्य संस्थाओं/जनप्रतिनिधियों से खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध कराने की अपील की।
जिलाधिकारी ने शहरी क्षेत्र में और 2 राहत आपदा केंद्र खोलने के निर्देश आपदा प्रबंधन प्रभारी श्री शैलेश दास को दिए। एक राहत आपदा केंद्र जगजीवन कॉलेज में तथा दूसरा जिला स्कूल में खोला जाएगा।
खाद्यान्न वितरण की समीक्षा के दौरान जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम ने बताया कि खाद्यान्न का उठाव हो गया है। अधिकतर डीलरों के पास खाद्यान्न पहुंच गया है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के खाद्यान्न का भी प्रारंभ हो गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि अगर खाद्यान्न वितरण से संबंधित कोई भी शिकायत (विजुअल या ऑडियो) प्राप्त होती है तो इससे संबंधित जोनल टीम को उपलब्ध कराते हुए 24 घंटे के अंदर जांच कराई जाए। जोनल टीम को शिकायत प्राप्त होते ही 1 घंटे के अंदर संबंधित स्थल पर जाकर रिस्पांस करना आवश्यक होगा।
बैठक में नगर आयुक्त, नगर निगम श्री सावन कुमार, सहायक समाहर्ता श्री के एम अशोक, उप विकास आयुक्त श्री किशोरी चौधरी, सिविल सर्जन श्री बी के सिंह, एएनएमएमसीएच के अधीक्षक, एएनएमएमसीएच के प्राचार्य एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
उप निदेशक, जन सम्पर्क,
मगध प्रमंडल, गया।




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गया के जाने-माने डॉक्टर डॉक्टर बी डी शर्मा ने नवजात शिशु को करो नाम बीमारी से बचने का तरीके बताए गया से राजेश मिश्रा की रिपोर्ट (1) जिस कमरे में नवजात शिशु एवं उसकी मां रहती हो वहां नियमित अंतराल पर साफ सफाई की जाए (2) नवजात के कपड़ों एवं विस्तलों को प्रतिदिन धोया जाए और धूप में सुखाया जाए (3) नियमित अंतराल पर गर्म पानी में रुई या साफ सूती कपड़े को भिगोकर शिशु के पूरे शरीर को साफ किया जाए (4) सर्दी खांसी जुकाम या एंड बीमारियों से ग्रसित या बीमार व्यक्ति को नवजात शिशुओं से बिल्कुल दूर रखें (5) प्रसूता खुद मास्क पहनकर तथा सैनिटाइजर या साबुन से हाथ धो कर ही उसे छुरिया दूध पिलाएं साथ ही परिवार के अन्य सदस्य भी ऐसा करें (6) प्रसूता के अलावा अन्य लोग बेवजह शिशु को बार बार ना छुएं (7) नवजात शिशु के दूध हैं नहीं पीने सुस्त होने हाथ पैर नहीं हिलाने शरीर नीला या ठंडा पड़ने और खांसी जुकाम होने पर तत्काल डॉक्टर से सलाह लें यह सारा जानकारी बच्चों के अस्पताल के संस्थापक डॉक्टर बी डी शर्मा ने दी साथ में बच्चों के अस्पताल के प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार शिक्षक के द्वारा दिया गया

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गया के जाने-माने डॉक्टर डॉक्टर बी डी शर्मा ने नवजात शिशु को करो नाम बीमारी से बचने का तरीके बताए

 गया से राजेश मिश्रा की रिपोर्ट
(1) जिस कमरे में नवजात शिशु एवं उसकी मां रहती हो वहां नियमित अंतराल पर साफ सफाई की जाए

(2) नवजात के कपड़ों एवं विस्तलों को प्रतिदिन धोया जाए और  धूप में सुखाया जाए
(3) नियमित अंतराल पर गर्म पानी में रुई या साफ सूती कपड़े को भिगोकर शिशु के पूरे शरीर को साफ किया जाए

(4) सर्दी खांसी जुकाम या एंड बीमारियों से ग्रसित या बीमार व्यक्ति को नवजात शिशुओं से बिल्कुल दूर रखें
(5) प्रसूता खुद मास्क पहनकर तथा सैनिटाइजर या साबुन से हाथ धो कर ही उसे छुरिया दूध पिलाएं साथ ही परिवार के अन्य सदस्य भी ऐसा करें
(6) प्रसूता के अलावा अन्य लोग बेवजह शिशु को बार बार ना छुएं
(7) नवजात शिशु के दूध हैं नहीं पीने सुस्त होने हाथ पैर नहीं हिलाने शरीर नीला या ठंडा पड़ने और खांसी जुकाम होने पर तत्काल डॉक्टर से सलाह लें यह सारा जानकारी बच्चों के अस्पताल के संस्थापक डॉक्टर बी डी शर्मा ने दी साथ में बच्चों के अस्पताल के प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार शिक्षक के द्वारा दिया गया
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