महिला सशक्तीकरण की दिशा में अगुआ राज्य बन रहा बिहार
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संवादाता। फैजुल शेख
भागलपुर 18 मई 2025, बिहार सरकार की अनूठी पहल एवं महिलाओं के प्रयास से बिहार महिला सशक्तीकरण की दिशा में अगुआ राज्य बन गया है। महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक विकास को लेकर बिहार सरकार के नित नए फैसलों से महिलाओं का उत्साह बढ़ने के साथ ही वे सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त बन रही हैं। इसकी बानगी महिला संवाद कार्यक्रमों में देखने को मिल रही है।
बिहार सरकार की पहल पर चल रहे महिला संवाद कार्यक्रम में नित दिन हजारों महिलाएँ अपनी सशक्तीकरण की कहानी बयां कर रही हैं। साथ ही साथ सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं का लाभ लेकर अपने परिवार को भी आगे बढ़ा रही हैं। महिलाएं केवल अपना नहीं बल्कि अपने परिवार की तरक्की की भी नींव रख रही हैं। खरीक प्रखंड के तुलसीपुर गाँव की रहने वाली सीता देवी कहती हैं, ‘बिहार सरकार के स्टूडेंट क्रेडिट योजना का लाभ लेकर मैंने अपने बेटो को बढ़ने के लिए बाहर भेजा। आज मेरा बेटा साइंटिस्ट बनने के पढ़ाई कर रहा है। वह वैज्ञानिक बनकर अपने देश के लिए विकास में योगदान करेगा।’ अपने बेटे की सफलता की कहानी बयां करते-करते सीता देवी की आंखें छलक पड़ती है। खुशी और आत्मविश्वास से भरी अपनी नम आंखों से वह कहती है, ‘सरकार का सहारा नहीं मिलता तो मेरा बेटा आगे की पढ़ाई नहीं कर सकता था। लेकिन आज यह संभव हुआ है और मेरा सपना साकार हुआ है।’
जिले के विभिन्न प्रखंडों में प्रत्येक दिन 30 स्थानों पर आयोजित हो रहे महिला संवाद कार्यक्रमों में महिलाएँ न केवल अपनी सफलता की कहानी बयां कर रही हैं बल्कि अपने गांव, परिवार और समाज के विकास के लिए नए सपने भी संजो रही हैं। वे अपने गाँवों की तरक्की चाहती हैं। नल-जल योजना के तहत गुणवत्तायुक्त पानी की आपूर्ति चाहती हैं। गाँवों में सामुदायिक पुस्तकालय, खेल का मैदान, विवाह भवन, सामुदायिक अनाज भंडारण गृह सहित अनेक प्रकार के बुनियादी सुविधाओं के विकास पर भी जोर दे रही हैं। महिलाओं की सोच राज्य के विकास को लेकर नए रास्ते सुझा रही है। यही कारण है कि बिहार सरकार महिलाओं से संवाद स्थापित कर उनके मंतव्य और आकांक्षाओं को जान रही है, जिससे नई नीतियों के निर्माण में जन भागीदारी और जन आकांक्षाओं का समावेश हो।
महिला संवाद की यह पहल अब रंग ला रही है। महिलाएं संवाद के दौरान जिन मुद्दों को उठा रही है, सरकार उन पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है। साथ ही साथ उन मांगों के निष्पादन हेतु त्वरित कदम उठा रही है।
संयुक्त निदेशक जनसंपर्क,
भागलपुर।































































