भागलपुर
रिपोर्ट:-शैलेन्द्र कुमार गुप्ता
दिनांक 19 अगस्त 2022
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय सुल्तानगंज केंद्र द्वारा ट्रिक कोचिंग सेंटर में जीवन प्रबंधन विषय पर कार्यक्रम किया गया I ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय ईश्वरीय विश्वविद्यालय के बरिष्ठ बी के डॉ दुर्गेश जी,ओम रिट्रीट सेंटर, गुड़गांव,दिल्ली से आए थे I जीवन प्रबंधन विषय पर विचार व्यक्त किए कि विद्यार्थी जीवन में सफलता के लिए जरूरी होता है - स्मरण शक्ति I एकाग्रता से स्मरण शक्ति का विकास होता है I एकाग्रता वृद्धि से रिजल्ट भी अच्छा होता हैI जीवन का स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है जो मानसिक एवं बौद्धिक क्षमता को प्रभावित करता है I स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है I व्यर्थ विचार से शरीर में ऊर्जा की क्षमता कम होती है I इसके कारण प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है I व्यर्थ विचार से नकारात्मक रसायन बनता है जिसका परिणाम मानसिक अवस्थ रहता है I मानसिक रूप से तनाव, मन में भय, उदासी, निराशा, डिप्रेशन आदि का सामना करना पड़ता है I सम्पूर्ण स्वास्थ्य का तात्पर्य है मानव का स्वास्थ्य मानसिक एवं आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ होगा I जीवन मे स्वास्थ्य को संतुलित भोजन,स्वच्छ पानी, शारीरिक एक्सर साइज, एवं अध्यात्मिक विचार प्रभावित करता है I मानव के जीवन में पानी से 22 प्रकार का रोग होता है I व्यस्क व्यक्ति के लिए 2 से 3 लीटर पानी आवश्यक है I भोजन करते समय ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए I भोजन के पहले या एक घंटे के बाद पानी पीना लाभदायक होता है I पेट भरने का नाम केवल भोजन नहीं है बल्कि संतुलित आहार भोजन में चाहिए I हरी पत्ते दार सब्जी, फल, अंकुरित अनाज, दूध एवं दूध से बने सामग्री आहार मे नित्य शामिल होनी चाहिए I भोजन के पहले फल खाना चाहिए I भोजन के तुरंत बाद फल नहीं खाना चाहिएI व्यस्क के लिए खेलकूद , शारीरिक व्ययाम लाभदायक है पर अधिक उम्र के लिए टहलना बहुत लाभदायक हैI जीवन में सकारात्मक चिंतन का भी आवश्यक है I इससे ऊर्जा का विकास होता है I प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है जो कि मानव जीवन को प्रभावित करता है I सकारात्मक विचार ब्रह्माकुमारी विश्व विद्यालय में सिखाई जाती है I राजयोग के माध्यम से सकारात्मक चिंतन का विकास होता है I राजयोग विद्या सकारात्मक विचार उत्पन्न करने की एक विधि है I सकारात्मक चिंतन का उदाहरण जापान के प्रसिद्ध डॉ इमोटो के शोध का उल्लेख किए I इस शोध के अंतर्गत मानव का विचार जल को स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर होता है I एक व्यक्ति जब सकारात्मक विचार का प्रयोग किया वही व्यक्ति ज़ब दूसरे गिलास पर नकारात्मक शब्द का प्रयोग किया गया तब पानी के कृस्टल का स्वरूप में परिवर्तन देखने को मिला I इससे यह स्पष्ट होता है जब मानव के शब्द का प्रभाव पानी को प्रभावित करता है I मानव के शरीर में 70% से अधिक पानी है तो हमारे शब्द का सबसे ज्यादा प्रभाव अपने शरीर पड़ता है I बिद्यार्थी जीवन वर्तमान समय सफल होने के लिए सकारात्मक विचार अति आवश्यकता है I मन को सशक्त करने का अभ्यास करें I इस अवसर पर स्थानीय सेवा केंद्र बीके शशि बहन ने राजयोग का अभ्यास कराई I राजयोग सीखने के लिए सभी विद्यार्थियों को आमंत्रण दी I यह विद्या निशुल्क सिखाई जाती है I
इस अवसर पर ट्रिक कोचिंग सेंटर की संचालक नीरज सर के द्वारा ब्रह्माकुमारी विश्व विद्यालय से आए हुए अतिथियों का स्वागत और कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए उन्होंने बताया जीवन में राजयोग के बिना विद्या अधूरा रह जाता है, आज मुझे यह महसूस हुआ I वास्तव में पाठ्यक्रम ज्ञान के साथ-साथ आध्यात्मिक ज्ञान का समावेश करने से जीवन में सफलता पाना आसान है I इस अवसर पर बीके राज किशोर, निरंजन, भवेश भाई एवं सैकड़ों छात्र लाभ प्राप्त किए I ब्रह्माकुमारी से आए हुए सभी अतिथियों का रंजन सर ने आभार व्यक्त किए I























