तंबाकू सेवन से दाँतो पर होने वाले दुष्प्रभाव और उपचार को लेकर डॉ॰ मनोज कुमार, मनोवैज्ञानिक द्वारा पेश है डॉ॰ शबनम अखौरी ,दंत चिकित्सक द्वारा बताये गये बातों का प्रमुख अंश।
पटना :स्वस्थ शरीर में दांतों की भूमिका पर आप क्या कहना चाहेंगी ।
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सफ़ेद, मजबूत, मोतीयों जैसे चमकते दांत सबको आकर्षित करते है और आपकी सुंदरता और व्यक्तित्व में चार चांद लगा देते हैं।
इसके लिए आवश्यक है की हमारे दांत स्वस्थ और मजबूत हो और वह हेल्दी दिंखे भी।
प्रश्न-आजकल लोग तंबाकू जनित उत्पादों को धङल्ले से उपभोग कर रहें हैं उनके लिए आप कुछ बतायें।
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गुटका और तम्बाकू खाने की आदत शरीर के सभी अंगों को दुष्प्रभावित करती हैं।
हम अपने आसपास ऐसे कई लोगों को जनते हैं जो मुँह में गुटका, खैनी दबाकर हर वक़्त इधर उधर थूककर अनावश्यक गन्दगी फैलाते हैं।
वो हर बात से अंजान बनकर लगातार तंबाकू सेवन करते हैं। उन्हें पता होता है कि गुटका तम्बाकू के सेवन से दांतों में दाग़ धब्बे हो जाते है, मुँह की कई बीमारियां होती है, मुँह से हर वक़्त बदबू आती है तथा मुँह, जीभ, गले, फेफड़े, पेट और इससे जुड़े विभिन्न प्रकार के कैंसर होने के चांसेज बढ जाते है फिर भी मैं देखती हूँ कि लोग सारी बातों को नजरअंदाज करके तंबाकू जनित प्रोडक्ट्स यूजेज कर रहें जो कि वह अपने ही स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहें होते हैं।
प्रश्न-तंबाकू सेवन को किस रूप में आप देखती हैं।
तंबाकू सेवन एक तरह का नशा है जिसकी आदत किसी को भी हो सकती है। युवाओं में पैशन के तौर पर इसका प्रयोग करते हुए देखा जा सकता है। क़भी कभी सामाजिक दबाब , दोस्तों के उकसाने और कमजोर इच्छा शक्ति की बदौलत यूंथ्स इसके आदी बन जाते हैं।
प्रश्न-वैसे क्या केमिकल होते हैं जो हमारे दांतों के स्वास्थ्य को खराब करते हैं।
तंबाकू में निकोटिन और टार जैसे विषैले रसायन मौजूद होते हैं। जिससे दाँतो की सतह पर पीले भूरे दाग धब्बे जमा हो जाते है।इसके लागातार सेवन से मसूड़े कमजोर होने लगते हैं और दांतों की पकड़ को छोड़ने लगते है। नतीजतन पायरिया और अन्य तरह के बैक्टीरिया से उत्पन्न संक्रमण का ख़तरा बढ़ जाता है।
मुँह से बदबू का आना और दाँतो का कमज़ोर होकर गिरना तंबाकू सेवन से होनेवाली प्रमुख समान्य स्तर की समस्या हैं।
निकोटिन रक्त के बहाव को कम कर देता है जिसका असर हमारे दाँतो और मसूड़ों पर भी होता है। पर्याप्त ऑक्सीजन नही मिलने के कारण मसूड़े नीचे की ओर घिसने लगते है। मसूड़े काले हो जाते है।
सुपारी, गुटखा, तम्बाकू खाने वाले लोगो में ओरल सबम्यूकस फ़िब्रोरोसिस बीमारी पाई जाती है, जिसमें मुँह नही खुलता या धीरे धीरे मुँह खुलना कम हो जाता है।ये आगे जाकर कैंसर का रूप भी ले सकता है।
तंबाकू सेवन वाले लोगो में इम्प्लांट जैसे सर्जरी की सक्सेस रेट बहुत कम होती है।
प्रश्न-गुटखा और अन्य तरह के तंबाकू पदार्थों को कैसे छोङे
तंबाकू सेवन को निश्चय और मजबूत इच्छाशक्ति से ही छोङा जा सकता है।
दाँतो में लगे दाग को कुछ आसान तरीकों से हटाया जा सकता है।
1-डेन्टिस्ट से उचित परामर्श ले।
2-दाँतो की मशीन से सफाई करवाये।
3-दिन में दो बार ब्रश करें,दाँतो के साथ जीभ की भी जरूर सफाई करें।
4-माउथवाश का उपयोग भी फायेदेमंद है।
5-दांतो की सतह को साफ और चिकना रखें।
6-भोजन में गाजर को शामिल करें, गाजर में मौजूद रेशे, आपके दांतों के बीच फसी गंदगी को साफ कर देंगे।