किसानों ने धरना देकर केंद्र सरकार से कृषि सुधार कानून वापस लेने की मांग
जालंधर,(विशाल) भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) राजेवाल के सदस्यों ने रविवार को डीसी आफिस के सामने धरना देकर केंद्र सरकार से कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की मांग की। इस दौरान किसानों ने किसान आंदोलन के सभी शहीदों को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। यूनियन के सदस्यों ने शहीदों की याद में दो मिनट का मौन रखा।इस मौके पर यूनियन के जालंधर प्रधान मनदीप सिंह समराए ने कहा कि केंद्र सरकार को कृषि सुधार कानूनों को जल्द रद करना चाहिए। इस कानून में संशोधन नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब की किसान जत्थेंबदियां दिल्ली के सिंघू बार्डर पर डटी हुई हैं। मनदीप सिंह ने दावा किया कि देश के अधिकतर लोग किसानों का समर्थन कर रहे हैं जबकि अड़ियल रवैया अपनाकर सरकार किसानों की मांगों को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने कहा कि कृषि सुधार कानून मजूदर, व्यापारी, आम वर्ग, कर्मचारियों के विरोध में है। इससे केवल बड़े पूंजीपतियों को लाभ होने वाला है।किसान नेताओं ने कहा कि इस आंदोलन में कई किसान शहीद हो गए हैं। बलदेव सिंह नूरपूरी ने कहा कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेती है, तब तक किसान सिंघू बार्डर पर डटे रहेंगे। उन्होंने कहा कि किसान को अन्नदाता कहा गया है, आज वही अन्नदाता कड़ाके की ठंड में कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर हो गया है। अगर केंद्र सरकार कानून वापस नहीं लेती है तो किसानों का संघर्ष तेज होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार कारपोरेट जगत को बढ़ावा दे रही है। किसानों की जमीन पूंजिपतियों के हवाले कर रही है। इस दौरान किसानों ने बिल के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर मक्खन सिंह, परगट सिंह, कुलविंदर सिंह, सुखदयाल सिंह, कुलदीप सिंह, अमनदीप सिंह, गुरविंदर भट्टी, हरभूपिंदर सिंह उपस्थित थे.


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