राहुल गांधी ने पहले घोषणा कर दी है की कांग्रेस पार्टी यदि केंद्र में सत्ता में आती है तो जातिगत गणना कराई जाएगी क्योंकि बीमारी का पता लगाने के लिए एक्स- रे जरूरी है।
बिहार परदेश युवा कांग्रेस भागलपुर के जिला कोऑर्डिनेटर सह प्रवक्ता विकास सिंह ने प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही जातिगत गणना का प्रबल पक्षधर रहा है। राहुल गांधी ने पहले ही घोषणा कर रखी है कि कांग्रेस पार्टी यदि 2024 में केंद्र में सत्ता में आती है तो जातिगत गणना कराई जाएगी क्योंकि बीमारी का पता लगाने के लिए एक्स -रे जरूरी है। बिहार सरकार द्वारा जारी किया गया आंकड़ों से वंचित ,उपेक्षित,और गरीबों के समुचित विकास और तरक्की के लिए समग्र योजना बनाने एवं हास्य के समूह को आबादी के अनुपात में प्रतिनिधित्व देने में मिल का पत्थर साबित होगा। हमारे नेता राहुल गांधी जी ने पहले ही कहा था कि जिसकी जितनी जनसंख्या हो उसकी उतनी हिस्सेदारी हो। हमारा शुरू से मानना है कि राज्य के संसाधनों पर न्याय संगत अधिकार सभी वर्गों का होना चाहिए जिसको बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी की अगुवाई में पूरा किया गया है। दूसरी जातिगत गणना अपने आप में पर्याप्त नहीं है इसे आर्थिक और सामाजिक स्थिति से जोड़कर देखने की जरूरत है। सरकार ने काम अच्छा किया है की जाति के आंकड़ों के साथ ही आर्थिक और सामाजिक स्थिति के आंकड़े भी एकत्र कर लिए है। क्योंकि स्पष्ट हो जाएगी कौन सी जाती है ज्यादा पिछड़ी हुई है और किस जाति का सरकारी मदद की ज्यादा जरूरत है। हमारे पास पहले से ही स्वर्ण आयोग और रोहिणी कमीशन की भी रिपोर्ट है। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को भी देश में जातिगत गणना करवानी चाहिए क्योंकि सरकार को 2021 में ही जातिगत गणना करवानी थी लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण अभी तक जातिगत गणना नहीं हो पाई है। केंद्र सरकार में कुल 90 सचिवों में से मात्र 3 सचिव ही ओबीसी से हैं। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि सरकार ओबीसी के प्रति कितनी उत्तरदायित्व है।































