जनसेवा सर्वोपरि, क्योंकि नर सेवा ही नारायण की सेवा है... : सीताराम साह ।
रिपोर्ट :बाँका
बिहार के बाँका जिले में पंचायत चुनाव का मतदान अब तीसरे चरण में प्रवेश कर गया है। ऐसे में सभी उम्मीदवारों और भावी उम्मीदवार ने जनता जनार्धन का दरवाजा खटखटाना शुरू कर दिया है ।इसी दौरान क्षेत्र में जनसम्पर्क करते हुए बाँका दक्षिणी के जिला परिषद उम्मीदवार सीताराम साह से जब मुलाकात हुई तो उन्होंने बातचीत में बताया की उनकी सामाजिक कार्य मे रुचि शुरू से ही रही है। किसी भी तरह के सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक कार्यक्रम में सदैव बढ़चढ़कर हिस्सा लेना किशोरावस्था से ही उनकी आदत बन चुकी है ।क्योंकि उन्हें मालूम है की आस्था और विश्वास बहुत बड़ी चीज है ।मानो तो देव नहीं तो पत्थर, इसलिए भगवान की बनाये अमूल्य कृतियों में से एक मनुष्य की सेवा में वो अपने छात्र जीवन से ही अनवरत अबतक लगे हैं ।सीताराम साह ने बताया कि देशभक्ति,राष्ट्रसेवा करने के कई तरीके हैं उनमें से एक है यहां को देवमयी जनता जो मेहनत मजदूरी के बल पर देश के तरक्की में अपना योगदान दे रहे हैं उनके भविष्य को स्वर्णिम बनाना साथ ही वर्षों से उपेक्षित क्षेत्र में बिजली,पानी, पक्की सड़क, सुदृढ़ शिक्षा व्यवस्था, सुचारू रूप से चलने वाले प्राथमिक अस्पताल आदि की व्यवस्था को सुदूर गाँव मे जन जन तक पहुँचाना ।श्री साह ने कहा कि वे जनता के नेता नहीं बल्कि बेटा
और सच्चे, कर्तव्यनिष्ठ सेवक बनकर उनकी सेवा में समर्पित रहने के लिए इसबार चुनावी मैदान में हैं क्योंकि लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुसार विकास कार्यों के संपादन के लिये जनप्रतिनिधियों के पास खासे अधिकार होते हैं उन्होंने पूरा विश्वास जतलाया कि क्षेत्र के सभी आठ पंचायतों की जनता इसबार बदलाव की मूड में है ।सभी सामाजिक वर्ग के बच्चे -बूढ़े-बुजुर्गों, युवा और महिला की पहली पसंद आज सीताराम साह बन गये हैं ।चुनाव चिन्ह मिलते ही उन्होंने जनसंपर्क अभियान में और भी तेजी लाने की बात कही है।


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