राजनीति सेवा का भाव हैःअनिल
लॉकडाउन के बीच कोरोना पीड़ितों को राहत दिलाने हेतु दिन-रात जुटे हुए - अनिल स्वामी
गया में कोरोना महामारी के दौर में नवादा जिला प्रभारी पूर्व अध्यक्ष भाजपा समाजसेवी अनिल स्वामी ने गरीबों,जरूरतमंदों एवं पीड़ितों की मदद कर हर किसी के मन में अलग ही छाप छोड़ी है। मन में सेवा भाव करने की इच्छा जगने पर इस संकट की घड़ी में इन्होंने जरूरतमंदों को ऑक्सीजन सिलेंडर,कंसंट्रेटर मशीन,अस्पताल में बेड, आवश्यक दवाइयां एवं खाने पीने की सामग्री उपलब्ध करा रहे है। यदि इन्हें गरीबों,पीड़ितों एवं जरूरतमंदों के “स्वामी” कहा जाए तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।ऐसा पहली बार नहीं है जब बे जरूरतमंदों के लिए आगे आए हैं।इसके पहले भी उन्होंने गरीबों एवं जरूरतमंदों के बीच ऊनी वस्त्र वितरण किया था। उनका मानना है कि गरीबों में ईश्वर का वास होता है।उन्हें यह कार्य कर मन को सुकून और अच्छा लग रहा है।अपने स्तर से वे इन दिनों लॉकडाउन के बीच कोरोना पीड़ितों को राहत दिलाने हेतु दिन-रात जुटे हुए हैं।कोरोना से जंग जीतने के लिए स्वयं अपने हाथों से आम लोगों एवं जरूरतमंदों के बीच कोरोनारोधी आवश्यक दवाइयां भी वितरित कर रहे हैं। अब तक इन्होंने लगभग पाच हजार से उपर लोगों को दवाइयां वितरित कर चुके हैं। जिले के मोहडा़ प्रखंड के दरियापुर, बिशुनपुर, अभयपुर, मुजफ्फरपुर सहित कई अन्य पंचायतों में डोर टू डोर जाकर इम्यूनिटी की दवाइयां वितरित किया है। पूछे जाने पर हमारे रिपोर्टर को बताया कि पिछले कई दिनों से कोरोना त्रासदी से उपजे हालात को देखते हुए जन सेवा का कार्य करने की इच्छा जागृत हुई है। उन्होंने बताया कि राजनीति को विशुद्ध रूप से सेवा भाव मानकर कार्य किया।
विभिन्न राजनीतिक धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों से जुड़े रहने वाले अनिल स्वामी के कार्यों की प्रशंसा लोग अपने जबान से कर रहे हैं। भौतिकता वादी युग में लोग अपने लिए जीते हैं,लेकिन इस संकट की घड़ी में जरूरतमंदों की सहायता की जाए तो यह सबसे बड़ी मानवता की सेवा है। *लेकिन एक साल से जिवन बर्बाद कर दिया पार्टी के लिए कोई ध्यान नही दिया जा रहा है*


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