*बासुकीनाथ के लाल मंजीत झा हुए शहीद, जम्मू -कश्मीर में थे तैनात।*
भारतीय जनयुग :बासुकीनाथ/दुमका
शैलेंद्र कुमार गुप्ता की रिपोर्ट
सोमवार को प्रसिद्ध फौजदारी बाबा बासुकीनाथ में शहीद की अंतिम यात्रा में देशभक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सबों की आंखें नम थी कारण उनका चहेता, मृदुभाषी मंजीत झा अब उनके बीच नहीं रहा था ।यह वाकया एकाएक रविवार को दोपहर को घटित हुई जब जम्मू कश्मीर में ड्यूटी पर तैनात सीमा प्रहरी मंजीत ने अपने पत्नी को फोन कर तबियत खराब होने की जानकारी दी ।उसके कुछ मिनटों बाद अधिकारी ने फोन कर उनके शहीद होने की सूचना दी । इसके बाद शहीद के घर पर शुभचिंतकों का तांता लगना शुरू हो गया। देर रात्रि विशेष विमान से उनका पार्थिव शरीर रांची हवाई अड्डे से दुमका के बासुकीनाथ लाया गया। जहाँ सुबह सैकड़ों की संख्या में उनके रिश्तेदार, दोस्त, चाहने वाले ने उनकी अंतिम यात्रा में भाग लिया। बता दें कि बीएसएफ जवान मंजीत अपने पीछे एक छोटी पुत्री, माँ, भाई पत्नी समेत भरा पूरा परिवार छोड़ गए । शव के नगर भ्रमण के दौरान पूरा शहर देशभक्ति नारों से गुंजायमान हो उठा ।अग्निकर्म मृतक की छः वर्षीय पुत्री स्नेह ने किया। इस दौरान झारखंड सरकार के कृषि, पशुपालन सह सहकारिता विभाग के मंत्री बादल पत्रलेख, दुमका डीसी राजेश्वरी बी, एसपी अभियान, दुमका सीओ जरमुंडी थानाध्यक्ष दल बल समेत मौजूद रहे।


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