शनिवार को प्रथम नवरात्र को लेकर शहर के मंदिरों में पूजा करने के लिए उमड़े श्रद्धालु
जालंधर (विशाल ) मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की आराधना के साथ शनिवार को शारदीय नवरात्र का आगाज हुआ। इसको लेकर जहां शहर के मंदिरों में कई दिन पहले से ही तैयारियां की गई थी। वहीं, मां के भक्तों ने घरों में कलश स्थापित करके खेत्री की बिजाई की। कोरोना वायरस महामारी के चलते एक दिन पहले शहर के अधिकतर मंदिरों में सैनिटाइज किया गया था। वहीं, नवरात्र को लेकर बाजारों में उमड़ी रौनक से मंदी के बादल भी छंट गए थे।165 वर्ष बाद श्राद्ध खत्म होने के एक माह बाद शारदीय नवरात्र मनाए जा रहे हैं। इससे पहले श्राद्ध खत्म होते ही शारदीय नवरात्र शुरू हो जाते हैं। इस बार श्राद्ध खत्म होने के बाद आधिमास शुरू हो जाने के कारण नवरात्र एक महीना बाद मनाए जा रहे हैं। पहले नवरात्र पर श्रद्धालुओं ने शुभ समय के दौरान कलश स्थापित किया। वहीं मंदिरों में मां दुर्गा का उच्चारण करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही।कोरोना से बचाव के लिए मंदिरों में सरकार द्वारा जारी हिदायतों को विशेष ध्यान रखा जा रहा है। मंदिरों के मुख्य द्वार पर लोगों को तापमान चेक किए जा रहे है और श्रद्धालु भी मास्क पहनकर ही मंदिर आ रहे है। वहीं, माता की पूजा करते समय भी श्रद्धालुओं की तरफ से शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा है।


0 comments: