*कानपुर में बना यूपी का तीसरा साइबर थाना, हाईटेक अपराधियों पर अब कसेगा शिकंजा*
*कानपुर नगर अनुज तिवारी*
कानपुर उत्तर प्रदेश के कानपुर में साइबर थाना बनकर तैयार हो गया है। पुलिस अफसरों को चार्ज भी मिल गया है। 23 जून से थाने में कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। थाने में रेंज के छह जिलों के मामले दर्ज किये जाएंगे। लखनऊ और गौतमबुद्धनगर के बाद यह प्रदेश का तीसरा साइबर थाना है। प्रदेश सरकार की योजना प्रदेश में हर रेंज स्तर पर एक साइबर थाना बनाने की है।
एसपी क्राइम राजेश कुमार यादव ने बताया कि ट्रैफिक लाइन में साइबर थाना बनाया गया है। थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर जगदीश यादव हैं। एक अन्य इंस्पेक्टर जगदीश चंद्र यादव की भी तैनाती की गई है। दरोगा ज्ञानेंद्र कुमार व आशुतोष के साथ एक अन्य दरोगा को भी चार्ज दिया गया है। सीओ नजीराबाद गीतांजलि सिंह को थाने का पर्यवेक्षक बनाया गया है।
आठ महिला व आठ पुरुष सिपाहियों को तैनात किया गया है। थाने में कानपुर नगर, कानपुर देहात, औरैया, कन्नौज, फर्रुखाबाद और इटावा जिले के आईटी एक्ट तहत मामले दर्ज किये जाएंगे। दर्ज केसों का ब्योरा रीजनल साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर लखनऊ और इंडिया साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर दिल्ली जो गृह मंत्रालय के अधीन है, उसको भेजा जाएगा। वहीं से इन सभी मामलों की मॉनिटेरिंग की जाएगी।
इन साइबर अपराधों के दर्ज हो सकेंगे केस
- एक लाख या इससे अधिक की साइबर ठगी के मामले की विवेचना साइबर थाने में होगी।
- अंतरराज्यीय या अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध के सभी मामले ।
- चाइल्ड पोर्नोग्राफी यानी बच्चों के अश्लील वीडियो, बाल यौन उत्पीड़न से जुड़े मामलो की सुनवाई होगी ।
- हैकिंग, क्रिप्टो-कैरेंसी, ऑनलाइन साइबर ट्रैफिकिंग, सोशल मीडिया संबंधी अपराध से जुड़े मामले ।
- किसी सरकारी वेबसाइट की नकल करना या उसको प्रभावित करने का मामला ।
मोहित अग्रवाल, आईजी रेंज कानपुर









































