धीरज गुप्ता
गया डाॅ॰ प्रेम कुमार, मंत्री, कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार ने बिहार के सभी प्रमण्डल, जिलों, अनुमण्डलों, प्रखण्डों एवं पंचायत स्तर के कृषि पदाधिकारियों एवं कृषि कर्मियों से माइक्रो लेवल की समीक्षा कर कार्यो की प्रगति की जाना एवं सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को खरीफ मौसम की योजनाओं के लक्ष्य को बेहतर तरीके से प्राप्त करने के लिये प्रोत्साहित किया गया है। गया जिला समाहरणालय स्थित विडियो कान्फ्रेन्सिंग कक्ष से संयुक्त निदेषक, शष्य मगध प्रमण्डल, आभांषु सी॰ जैन, जिला कृषि पदाधिकारी, गया अषोक कुमार सिन्हा, उप परियोजना निदेषक, आत्मा, गया नीरज कुमार वर्मा, सहायक निदेषक, उद्यान श्री शषांक कुमार और सभी प्रखण्डों से प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, किसान सलाहकार बैठक में सम्मिलित होकर मंत्री के द्वारा दिये गये निर्देषों को सुने एवं कुछ प्रखण्डों ने अपनी बातों को रखा। मंत्री ने कहा कि बिहार देष का पहला राज्य है जहाॅ कृषि रोड मैप के आधार पर खेती की योजनायें बनती हैं एवं क्रियान्वित की जाती हैं, इसी का परिणाम है कि बिहार को 05 कृषि कर्मण पुरस्कार मिला है। राज्य सरकार किसानों को हर योजना का लाभ दिलाने के लिये तत्पर है इसीलिये पूरे भारत में सबसे अधिक 01 करोड़ से ज्यादा किसानों ने योजना के लिये आवेदन किया है एवं अभी तक 68 लाख से अधिक किसानों के खातों में 2000 रुपये की चैथी किस्त चली गई है। मंत्री ने पंचायत कृषि कार्यालय को नियमित खोलने एवं इन कार्यालयों में रोस्टर के अनुसार कृषि समन्वयक को उपस्थित होने को कहा। ई गवर्नेन्स के तहत सभी प्रखण्डों को उपलब्ध कराये के कम्प्यूटर एवं अन्य डिजिटल उपकरणों के समुचित उपयोग करते हुये किसानों को भी अपडेट करते रहने को कहा। मंत्री ने समय से बीज की आपूर्ती सुनिष्चित करने, पराली नहीं जलाने का प्रचार प्रसार करने, मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित कराने, प्रवासी मजदूरों को कृषि में रोजगार दिलाने, प्रखण्डों में किसान सलाहकार समिति गठित कराने, किसान क्रेडिट कार्ड के आवेदन अग्रसारित कराने, जल जीवन हरियाली योजना अन्तर्गत तालाब बनवाने आदि की समीक्षा कर आवष्यक निर्देष दिया गया है।


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