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समाहरणालय, गया (जिला जनसंपर्क शाखा) *कोषांगों के कार्यों की हुई समीक्षा* गया, 08 अप्रैल, 2020, जिलाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह व वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा की संयुक्त अध्यक्षता में Covid 19 वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव व सुरक्षा के लिए किए गए लॉक डाउन के दौरान गठित कोषांगों के कार्यों की समीक्षा की गयी। क्वॉरेंटाइन कोषांग के वरीय पदाधिकारी सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी श्री नरेश झा ने बताया कि कुल 115 संदिग्ध मामले आए हैं, 106 मामले अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में एवं 9 मामले अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार के हैं। आज 03 मामले अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में आए हैं। कुल 111 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है, जिनमें 07 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार एवं 104 अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल से किये गए हैं। आज की तिथि में 22 लोग आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं, जिनमें अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में 20 एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार में 2 भर्ती हैं। कुल 05 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं। इन 112 में 22 विदेश से आए, 42 अन्य राज्यों से आए, एवं 51 का कोई ट्रेवल इतिहास नहीं है। उल्लेखनीय है कि 30 मार्च को सबसे ज्यादा 79 संदिग्ध व्यक्ति एमएमसीएच में आए थे, जो आज घटकर शुन्य हो गया। जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के निदेशक श्री संतोष कुमार ने बताया कि जिले में कुल क्वॉरेंटाइन सेंटर 333 हैं, जिनकी क्षमता 5084 लोगों की है। कुल संदिग्ध मामलों की संख्या 14258 है, जिनमें अब तक 12067 होम क्वॉरेंटाइन में रहे तथा वर्तमान में 2259 होम क्वॉरेंटाइन में तथा 1625 क्वॉरेंटाइन में रखा गया है। कॉल सेंटर के प्रभारी सह सहायक समाहर्ता के०एम० अशोक ने बताया कि बाहर से आने वाले सभी लोगों का बैठक में बताया गया कि आज भी 05 टीमों द्वारा असहाय एवं निर्धन लोगों के बीच 635 खाद्यान्न पैकेट का वितरण कराया गया है, आज कग्यून इंटरनेशनल मोनलाल ट्रस्ट द्वारा 1000 खाद्यान्न पैकेट, भी मार्ट द्वारा 70 खाद्यान्न पैकेट, विनोद मिश्रा द्वारा 55 खाद्यान्न पैकेट, प्राण द्वारा 100 खाद्यान्न पैकेट, पीएनबी नूतन नगर ब्रांच द्वारा 200 खाद्यान्न पैकेट कुल मिलाकर 1425 खाद्यान्न पैकेट प्राप्त हुए हैं जिसका वितरण कल कराया जाएगा। सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा ने बताया कि आज कुष्ट आश्रम में 65 खाद्यान्न पैकेट का वितरण कराया गया है। क्वॉरेंटाइन सेंटर के संबंध में बताया गया कि सुजाता बिहार में 17 लोग जिनका कोई कांटेक्ट इतिहास नहीं है तथा सिद्धार्था बिहार के 5 लोग जिनका कोई कांटेक्ट इतिहास नहीं है उन्हें होम क्वॉरेंटाइन के लिए छोड़ा जा सकता है। बताया गया कि अशोक अतिथि भवन में 10 बेड खाली हुआ है। जिलाधिकारी ने कहा कि जो बेड खाली हुए हैं उन कमरों को ठीक से सैनिटाइज किया जाए। डीपीएम श्री निलेश कुमार द्वारा बताया गया कि पहाड़पुर एवं गुरुद्वारा रोड में मिले पॉजिटिव मामले के सभी संबंधित 13 लोगों के सैंपलिंग हो गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रहने वालों की प्रतिदिन अवलोकन करने की जिम्मेदारी संबंधित सेंटर के प्रभारी की होगी। यदि कहीं से भी पॉजीटिव केस मिलता है और वहां के प्रभारी पहले से लक्षण दिखने के बाद भी सूचित नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। खाद्यान्न आपूर्ति की समीक्षा के दौरान बताया गया कि डीएसडी के 155 गाड़ी चल रही है तथा अप्रैल माह का एसआईओ निर्गत किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि यदि ट्रांसपोर्टर काम नहीं करेंगे तो उन्हें हटाया भी जा सकता है। उन्होंने अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सदर को उन स्थलों पर जाकर अनुश्रवण करने का निर्देश दिया जहां खाद्यान्न वितरण की गति धीमी है। सहायक औषधि निरीक्षक ने बताया कि जिले में 32 हजार मास्क एवं 3500 सैनिटाइजर उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने कहा कि 3 प्लाई मास्क का दर सरकार द्वारा ₹10 निर्धारित किया गया है। इसके अधिक में बिक्री नहीं होनी चाहिए। बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा, नगर आयुक्त श्री सावन कुमार, सहायक समाहर्ता श्री के एम अशोक, उप विकास आयुक्त श्री किशोरी चौधरी, सिविल सर्जन गया, मगध मेडिकल के प्राचार्य एवं सभी कोषांगों के पदाधिकारी उपस्थित थे। उप निदेशक, जन सम्पर्क, मगध प्रमण्डल, गया।

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समाहरणालय, गया
(जिला जनसंपर्क शाखा)
*कोषांगों के कार्यों की हुई समीक्षा*
गया, 08 अप्रैल, 2020, जिलाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह व वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा की संयुक्त अध्यक्षता में Covid 19 वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव व सुरक्षा के लिए किए गए लॉक डाउन के दौरान गठित कोषांगों के कार्यों की समीक्षा की गयी। क्वॉरेंटाइन कोषांग के वरीय पदाधिकारी सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी श्री नरेश झा ने बताया कि कुल 115 संदिग्ध मामले आए हैं, 106 मामले अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में एवं 9 मामले अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार के हैं। आज 03 मामले अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में आए हैं। कुल 111 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है, जिनमें 07 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार एवं 104 अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल से किये गए हैं। आज की तिथि में 22 लोग आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं, जिनमें अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में 20 एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार में 2 भर्ती हैं। कुल 05 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं। इन 112 में 22 विदेश से आए, 42 अन्य राज्यों से आए, एवं 51 का कोई ट्रेवल इतिहास नहीं है। उल्लेखनीय है कि 30 मार्च को सबसे ज्यादा 79 संदिग्ध व्यक्ति एमएमसीएच में आए थे, जो आज घटकर शुन्य हो गया।
जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के निदेशक श्री संतोष कुमार ने बताया कि जिले में कुल क्वॉरेंटाइन सेंटर 333 हैं, जिनकी क्षमता 5084 लोगों की है। कुल संदिग्ध मामलों की संख्या 14258 है, जिनमें अब तक 12067 होम क्वॉरेंटाइन में रहे तथा वर्तमान में 2259 होम क्वॉरेंटाइन में तथा 1625 क्वॉरेंटाइन में रखा गया है।
कॉल सेंटर के प्रभारी सह सहायक समाहर्ता के०एम० अशोक ने बताया कि बाहर से आने वाले सभी लोगों का
बैठक में बताया गया कि आज भी 05 टीमों द्वारा असहाय एवं निर्धन लोगों के बीच 635 खाद्यान्न पैकेट का वितरण कराया गया है, आज कग्यून इंटरनेशनल मोनलाल ट्रस्ट द्वारा 1000 खाद्यान्न पैकेट, भी मार्ट द्वारा 70 खाद्यान्न पैकेट, विनोद मिश्रा द्वारा 55 खाद्यान्न पैकेट, प्राण द्वारा 100 खाद्यान्न पैकेट, पीएनबी नूतन नगर ब्रांच द्वारा 200 खाद्यान्न पैकेट कुल मिलाकर 1425 खाद्यान्न पैकेट प्राप्त हुए हैं जिसका वितरण कल कराया जाएगा। सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा ने बताया कि आज कुष्ट आश्रम में 65 खाद्यान्न पैकेट का वितरण कराया गया है। क्वॉरेंटाइन सेंटर के संबंध में बताया गया कि सुजाता बिहार में 17 लोग जिनका कोई कांटेक्ट इतिहास नहीं है तथा सिद्धार्था बिहार के 5 लोग जिनका कोई कांटेक्ट इतिहास नहीं है उन्हें होम क्वॉरेंटाइन के लिए छोड़ा जा सकता है। बताया गया कि अशोक अतिथि भवन में 10 बेड खाली हुआ है।
जिलाधिकारी ने कहा कि जो बेड खाली हुए हैं उन कमरों को ठीक से सैनिटाइज किया जाए। डीपीएम श्री निलेश कुमार द्वारा बताया गया कि पहाड़पुर एवं गुरुद्वारा रोड में मिले पॉजिटिव मामले के सभी संबंधित 13 लोगों के सैंपलिंग हो गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रहने वालों की प्रतिदिन अवलोकन करने की जिम्मेदारी संबंधित सेंटर के प्रभारी की होगी। यदि कहीं से भी पॉजीटिव केस मिलता है और वहां के प्रभारी पहले से लक्षण दिखने के बाद भी सूचित नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
खाद्यान्न आपूर्ति की समीक्षा के दौरान बताया गया कि डीएसडी के 155 गाड़ी चल रही है तथा अप्रैल माह का एसआईओ निर्गत किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि यदि ट्रांसपोर्टर काम नहीं करेंगे तो उन्हें हटाया भी जा सकता है। उन्होंने अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सदर को उन स्थलों पर जाकर अनुश्रवण करने का निर्देश दिया जहां खाद्यान्न वितरण की गति धीमी है।
सहायक औषधि निरीक्षक ने बताया कि जिले में 32 हजार मास्क एवं 3500 सैनिटाइजर उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने कहा कि 3 प्लाई मास्क का दर सरकार द्वारा ₹10 निर्धारित किया गया है। इसके अधिक में बिक्री नहीं होनी चाहिए।
बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा, नगर आयुक्त श्री सावन कुमार, सहायक समाहर्ता श्री के एम अशोक, उप विकास आयुक्त श्री किशोरी चौधरी, सिविल सर्जन गया, मगध मेडिकल के प्राचार्य एवं सभी कोषांगों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
उप निदेशक, जन सम्पर्क,
मगध प्रमण्डल, गया।




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उत्तरप्रदेश सिद्धार्थनगर शिवा कांत त्रिपाठी की शिकायत पर तहसीलदार सोहरतगढ़ राजेश अग्रवाल अपनी राजस्व टीम ,रमेश मिश्र राजस्व निरीक्षक, लेखपाल के साथ चंद्रशेखर आजाद विद्यालय,मुरिलाबुज़ुर्ग पहुचे।मौके पर दिल्ली बॉम्बे,पुणे से आये लगभग 48 व्यक्तियों ने बताया कि इस qurentine सेन्टर पर ग्राम प्रधान द्वारा कोई व्यवस्था नही की जा रही है,कभी कोई खाना खिलाता है,तो कभी कोई।राजस्व निरीक्षक मिश्र ने बताया कि कई बार उनके द्वारा ग्राम प्रधान से अनुरोध किया गया,लेकिन उनोहने अपना कोई फर्ज नही निभाया।तहसीलदार राजेश ने सभी युवकों को सबसे पहले कोरोना महामारी के लक्षण ,उपाय,बचाव के बारे में गंभीरता से बताया,राष्ट्रीय आपदा में जिम्मेदार नागरिक की भूमिका के बारे में बताया गया ,तथा मौके पर सबो को साबुन,बिस्किट, केले, संतरा का वितरण कर सबका उत्साहवर्धन किया गया ,तथा मौके पर उपस्थित राजस्व निरीक्षक रमेश मिश्र को सबो की खाने पीने चाय बिस्किट, फल की व्यवथा सुनिस्थित करने का निर्देश दिया।कोरोना से जंग लड़ने का संकल्प सबो को दिलाया गया।मौके पर थानाध्यक्ष चिलिहिया सभाशंकर यादव,सांसद जी प्रतिनिधि सोहरतगढ़ सूर्यभान सिंह उर्फ पहलवानजी, राजीव मौर्य,अनिल अग्रहरि, समाजसेवी नीतीश मित्तल मौजूद थे। सुमित शर्मा की रिपोर्ट।

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उत्तरप्रदेश सिद्धार्थनगर
शिवा कांत त्रिपाठी की  शिकायत पर तहसीलदार सोहरतगढ़ राजेश अग्रवाल अपनी राजस्व टीम ,रमेश मिश्र राजस्व निरीक्षक, लेखपाल के साथ चंद्रशेखर आजाद विद्यालय,मुरिलाबुज़ुर्ग  पहुचे।मौके पर दिल्ली बॉम्बे,पुणे से आये लगभग 48 व्यक्तियों ने बताया कि इस qurentine सेन्टर पर ग्राम प्रधान द्वारा कोई व्यवस्था नही की जा रही है,कभी कोई खाना खिलाता है,तो कभी कोई।राजस्व निरीक्षक मिश्र ने बताया कि कई बार उनके द्वारा ग्राम प्रधान से अनुरोध किया गया,लेकिन उनोहने अपना कोई फर्ज नही निभाया।तहसीलदार राजेश ने सभी युवकों को सबसे पहले कोरोना महामारी के लक्षण ,उपाय,बचाव के बारे में गंभीरता से बताया,राष्ट्रीय आपदा में जिम्मेदार नागरिक की भूमिका के बारे में बताया गया ,तथा मौके पर सबो को साबुन,बिस्किट, केले, संतरा का वितरण कर सबका उत्साहवर्धन किया गया ,तथा मौके पर उपस्थित राजस्व निरीक्षक रमेश मिश्र को सबो की खाने पीने चाय बिस्किट, फल की व्यवथा सुनिस्थित करने का निर्देश दिया।कोरोना से जंग लड़ने का संकल्प सबो को दिलाया गया।मौके पर थानाध्यक्ष चिलिहिया सभाशंकर यादव,सांसद जी प्रतिनिधि सोहरतगढ़ सूर्यभान सिंह उर्फ पहलवानजी, राजीव मौर्य,अनिल अग्रहरि, समाजसेवी नीतीश मित्तल मौजूद थे।

सुमित शर्मा की रिपोर्ट।

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उत्तरप्रदेश सिद्धार्थनगर जिलाधिकारी श्री दीपक मीणा ने जानकारी देते हुए बताया है कि कोविड-19 महामारी से बचने के लिए माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार से श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा दिनांक 24.03.2020 की रात्रि 12ः00 बजे से दिनांक 14 अप्रैल 2020 तक लाक डाउन कर दिया गया है इस कोरोना वायरस की महामारी से बचने के लिए लोगों को सोशल डिस्टेन्स बनाये रखने की अपील की गई है। जनपदवासी अपने घरों से रहें बाहर न निकले तथा अपने हाथों को साबुन/ हैंडवास से 30 सेकंड तक धुले एवं साफ- सफाई रखें। मुख्य विकास अधिकारी/प्रभारी अधिकारी कंट्रोल रूम श्री पुलकित गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया है कि कोविड-19 महामारी से बचने के लिए माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार/ माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लाक डाउन से प्रभावित जनपद के गरीब परिवारों की कठिनाइयों व उनके भोजन व अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लाभ जनपद वासियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्य विकास अधिकारी/प्रभारी अधिकारी कंट्रोल रूम श्री पुलकित गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया है कि दिनांक 07.04.2020 तक निराश्रित बेसहारा योजना के अंतर्गत कुल 5000 व्यक्तियों के बैंक खाते में रु0 1000 की दर से धनराशि भेज दी गई है। जिला पूर्ति अधिकारी ने जानकारी देते हुये बताया है कि जनपद में दिनांक 07 अप्रैल 2020 तक 370172 कार्ड धारकों को 9167.495 मी0 टन खाद्यान्न गेंहूॅ, चावल वितरित किया गया है। निःशुल्क खाद्यान्न अन्त्योदय कार्ड धारक, पात्र गृहस्थी कार्ड धारक जिनका जाब कार्ड बना है और क्रियाशील हैं, श्रम विभाग/नगर निकाय द्वारा पंजीकृत श्रमिकों को निःशुल्क खाद्यान्न दिया जा रहा है शेष कार्ड धारको को रू. 2.00/किलो गेंहूॅ, रू0 3.00/ किलो चावल की दर से प्रति व्यक्ति 03 किलो गेंहूॅ, 02 किलो चावल दिया जा रहा है। जनपद में 08 सरकारी/कम्युनिटी किचन में 1536 लोगो को तथा स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा 430 किचन में 5582 व्यक्तियों को भोजन कराया गया है। सुमित शर्मा की रिपोर्ट

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सिद्धार्थनगर  जिलाधिकारी श्री दीपक मीणा ने जानकारी देते हुए बताया है कि कोविड-19 महामारी से बचने के लिए माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार से  श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा दिनांक 24.03.2020 की रात्रि 12ः00 बजे से दिनांक 14 अप्रैल 2020 तक लाक डाउन कर दिया गया है इस कोरोना वायरस की महामारी से बचने के लिए लोगों को सोशल डिस्टेन्स बनाये रखने की अपील की गई है। जनपदवासी अपने घरों से रहें बाहर न निकले तथा अपने हाथों को साबुन/ हैंडवास से 30 सेकंड तक धुले एवं साफ- सफाई रखें।
मुख्य विकास अधिकारी/प्रभारी अधिकारी कंट्रोल रूम श्री पुलकित गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया है कि कोविड-19 महामारी से बचने के लिए माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार/ माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लाक डाउन से प्रभावित जनपद के गरीब परिवारों की कठिनाइयों व उनके भोजन व अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लाभ जनपद वासियों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुख्य विकास अधिकारी/प्रभारी अधिकारी कंट्रोल रूम श्री पुलकित गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया है कि दिनांक 07.04.2020 तक निराश्रित बेसहारा योजना के अंतर्गत कुल 5000 व्यक्तियों के बैंक खाते में रु0 1000 की दर से धनराशि भेज दी गई है।
जिला पूर्ति अधिकारी ने जानकारी देते हुये बताया है कि जनपद में दिनांक 07 अप्रैल 2020 तक 370172 कार्ड धारकों को 9167.495 मी0 टन खाद्यान्न गेंहूॅ, चावल वितरित किया गया है। निःशुल्क खाद्यान्न अन्त्योदय कार्ड धारक, पात्र गृहस्थी कार्ड धारक जिनका जाब कार्ड बना है और क्रियाशील हैं, श्रम विभाग/नगर निकाय द्वारा पंजीकृत श्रमिकों को निःशुल्क खाद्यान्न दिया जा रहा है शेष कार्ड धारको को रू. 2.00/किलो गेंहूॅ, रू0 3.00/ किलो चावल की दर से प्रति व्यक्ति 03 किलो गेंहूॅ, 02 किलो चावल दिया जा रहा है।
जनपद में 08 सरकारी/कम्युनिटी किचन में 1536 लोगो को तथा स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा 430 किचन में 5582 व्यक्तियों को भोजन कराया गया है।

सुमित शर्मा की रिपोर्ट

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*बिहार सरकार के मत्स्य संसाधन मंत्री डा प्रेम कुमार ने मछली विक्रेता और खरिदार करने वाले को सोशल डिक्स्टेशीन बनाए रखने का आवाहन किए* की रिपोर्ट गया मे आज माननीय मंत्री प्रेम कुमार पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार सरकार, पटना, सचिव पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग एवं निदेशक मत्स्य के द्वारा विडियो कोनंफ्रेसिंग के माध्यम से COVID-19 संक्रमण के कारण लाकडाउन से मत्स्य,मत्स्य बीज, मत्स्य आहार के उत्पादन एवं विपणन संबंधी समस्याओं पर सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों के साथ समीक्षा की गयी है!मंत्री ने सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि मत्स्य कृषको, मत्स्य हैचरी, मत्स्य बीज उत्पादकों एवं मत्स्य विपणन से जुडे लोगों का Whatsapp गुरुप बनाकर उनकी समस्याओं का निदान किया जाए और नियमित रूप से उनके सम्पर्क में रहें। मंत्री ने सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों को अपने-अपने जिले में एक हेल्पलाईन नं॰ जारी करने का निदेश दिया गयाहै। राज्य मुख्यालय स्तर से भी हेल्पलाईन नं॰ 8825137992, 8757404255 जारी किया गया है। जो सीधे मंत्री के नियंत्रण में कार्य करेगा।केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में मत्स्य विपणन एवं परिवहन पर कोई रोक नहीं है एवं साथ ही यह निर्देश दिया गया कि मत्स्य विक्रय केन्द्रो पर सोशल डिक्स्टेशीन मेनंटेन कराया जाए।मत्स्य आहार, मत्स्य बीज तथा मत्स्य परिवहन एवं विपणन हेतु प्रशासन से सहयोग लेने का भी निर्देश दिया गया है मंत्री ने कहा कि राज्य में मत्स्य उत्पादन, मत्स्य विपणन, मछली का चारा एवं मत्स्य बीज के उत्पादन, परिवहन को लाॅकडाउन से मुक्त रखा गया है इसलिए सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों का निदेश दिया गया कि वे मत्स्यपालकों, मत्स्य बीज उत्पादकों एवं मछली बिक्री करने वाले मछुआरा भाईयों से व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क कर उनके समस्याओं का निदान करायें तथा आम लोगों को भी समझाए की मछली खाने से कोरोना वायरस से कोई संबंध नहीं है। मंत्री द्वारा सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों को राज्य के सभी मछुआरों का निबंधन एवं उनका बीमा अविलंब कराने का निर्देश दिया गया है! विशेष तौर पर पंगेशियस बीज के परिवहन एवं विपणन हेतु समन्वय स्थापित करने को निर्देश दिया गया है। आम जन को शोसल डिक्टेशन मेनटन करते हुए मछली क्रय करे एवं गया जिला अंतर्गत 5 थोक विक्रय केन्द्र एवं 20 खुदरा मत्स्य बिक्री केन्द्र खुल गए है। मंत्री ने आमलोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से बचने हेतु सरकार द्वारा जारी किये गये एडवाइजरी का पालन करते हुए बिना किसी भय के मछली क्रय कर सकते है।

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*बिहार सरकार के मत्स्य संसाधन मंत्री डा प्रेम कुमार ने मछली विक्रेता और खरिदार करने वाले को सोशल डिक्स्टेशीन बनाए रखने का आवाहन किए*
की रिपोर्ट
गया मे आज माननीय मंत्री  प्रेम कुमार पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार सरकार, पटना, सचिव पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग एवं निदेशक मत्स्य के द्वारा विडियो कोनंफ्रेसिंग के माध्यम से COVID-19 संक्रमण के कारण लाकडाउन से मत्स्य,मत्स्य बीज, मत्स्य आहार के उत्पादन एवं विपणन संबंधी समस्याओं पर सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों के साथ समीक्षा की गयी है!मंत्री  ने सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि मत्स्य कृषको, मत्स्य हैचरी, मत्स्य बीज उत्पादकों एवं मत्स्य विपणन से जुडे लोगों का Whatsapp गुरुप बनाकर उनकी समस्याओं का निदान किया जाए  और नियमित रूप से उनके सम्पर्क में रहें। मंत्री ने सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों को अपने-अपने जिले में एक हेल्पलाईन नं॰ जारी करने का निदेश दिया गयाहै। राज्य मुख्यालय स्तर से भी हेल्पलाईन नं॰ 8825137992, 8757404255 जारी किया गया है। जो सीधे  मंत्री के नियंत्रण में कार्य करेगा।केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में मत्स्य विपणन एवं परिवहन पर कोई रोक नहीं है एवं साथ ही यह निर्देश दिया गया कि मत्स्य विक्रय केन्द्रो पर सोशल डिक्स्टेशीन मेनंटेन कराया जाए।मत्स्य आहार, मत्स्य बीज तथा मत्स्य परिवहन एवं विपणन हेतु प्रशासन से सहयोग लेने का भी निर्देश दिया गया है मंत्री ने कहा कि राज्य में मत्स्य उत्पादन, मत्स्य विपणन, मछली का चारा एवं मत्स्य बीज के उत्पादन, परिवहन को लाॅकडाउन से मुक्त रखा गया है इसलिए सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों का निदेश दिया गया कि वे मत्स्यपालकों, मत्स्य बीज उत्पादकों एवं मछली बिक्री करने वाले मछुआरा भाईयों से व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क कर उनके समस्याओं का निदान करायें तथा आम लोगों को भी समझाए की मछली खाने से कोरोना वायरस से कोई संबंध नहीं है। मंत्री द्वारा सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों को राज्य के सभी मछुआरों का निबंधन एवं उनका बीमा अविलंब कराने का निर्देश दिया गया है! विशेष तौर पर पंगेशियस बीज के परिवहन एवं विपणन हेतु समन्वय स्थापित करने को निर्देश दिया गया है। आम जन को शोसल डिक्टेशन मेनटन करते हुए मछली क्रय करे एवं गया जिला अंतर्गत 5 थोक विक्रय केन्द्र एवं 20 खुदरा मत्स्य बिक्री केन्द्र खुल गए है। मंत्री ने आमलोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से बचने हेतु सरकार द्वारा जारी किये गये एडवाइजरी का पालन करते हुए बिना किसी भय के मछली क्रय कर सकते है।


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*सरकार की परिस्थितियों पर पैनी नजर, लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है:- मुख्यमंत्री* *धैर्य और संयम बनाये रखें, सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करें।* *राज्य में जरूरी सामानों की कोई कमी नहीं है, लोगों को खाद्य सामग्री एवं जरूरी चीजें उपलब्ध होती रहेंगी।* *लाॅकडाउन के कारण बिहार के बाहर फॅसे लोगों की हर सुविधाओं का ख्याल रखा जा रहा है।* धीरज गुप्ता की रिपोर्ट पटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1, अणे मार्ग में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों की अद्यतन स्थिति की मुख्य सचिव एवं अन्य वरीय अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में राज्य में दवाओं, मास्क और अन्य जरूरी इक्यूपमेंट्स की उपलब्धता के संबंध में जानकारी दी गयी। संक्रमित लोगों के इलाज के लिये जरूरी कदम उठाये गये हैं, उनकी उचित देखभाल की जा रही है। कोरोना संदिग्धों की अधिक से अधिक टेस्टिंग करायी जा रही है। संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग तेजी से करायी जा रही है।आज के समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि दवाओं,मास्क और अन्य जरूरी इक्यूपमेंट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाय और यह ध्यान रखा जाय कि इसकी कमी न हो। क्वारंटाइन में रखे गये लोगों की निगरानी करते रहें और वहाॅ सुव्यवस्था बनाये रखें।आपदा राहत केंद्रों पर आवासन, भोजन, चिकित्सकीय सुविधाओं पर निगाह रखें ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो। बिहार के बाहर दिल्ली एवं अन्य शहरों में लोगों की मदद के लिये कैम्प चलाये जा रहे हैं,जहाॅ भोजन एवं फूड पैकेट्स उपलब्ध कराये जा रहे हंै, उसकी भी निरंतर निगरानी करते रहें और जहाॅ जिस चीज की आवष्यकता हो, उसे उपलब्ध करायें।राज्य के बाहर लाॅकडाउन में फॅसे बिहार के मजदूरों एवं जरूरतमंद व्यक्तियों के लिये सहायता राषि के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विषेष सहायता अन्तर्गत 1,000 रूपये की दर से 1 लाख 42 हजार 100 बिहार के लोगों के खाते में अंतरित कर दी गयी है।3 लाख 80 हजार आवेदन अब तक प्राप्त हुये हैं और जरूरतमंदों के आवेदन आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले से प्राप्त आवेदनों में से बचे हुये लोगों के साथ-साथ अन्य लाभुकों के खाते में भी शीघ्र राषि अंतरित करायें। राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिकार अधिनियम अन्तर्गत आच्छादित सभी राशन कार्डधारियों को कोरोना सहायता के रूप में एक हजार रूपये प्रति परिवार की दर से सीधे बैंक खाते में भुगतान की योजना के तहत लाभ दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने निर्देशदिया कि राशि अंतरित करने की गति बढ़ायी जाय और बचे हुये लाभुको को कम से कम समय में राषि हस्तांतरित करने की कार्रवाई सुनिष्चित की जाय और उन्होंने कहा कि जिन राशन कार्डधारियों की आधार सीडिंग नहीं हो पायी है तथा जिनका राशन कार्ड अस्वीकृत हुआ है, निर्धारित समय सीमा के अंदर समुचित समीक्षा कर ऐसे मामलों को ससमय निष्पादित करें।आज के समीक्षा के क्रम में एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम (ए0ई0एस0), बर्ड फ्लू एवं स्वाईन फ्लू पर विस्तृत चर्चा हुयी है मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि ए0ई0एस0 से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों में सभी प्रकार के सुरक्षात्मक उपाय सुनिष्चित करें एवं वहाॅ सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखें। साथ ही अन्य बीमारियों के इलाज के लिये भी समुचित कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च महीने में असामयिक वर्षा/ओलावृष्टि से हुयी फसल क्षति के भुगतान के लिये किसानों के लिये 518.42 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं जिसे प्रभावित किसानों के खाते में कृषि इनपुट अनुदान के रूप में राशी अंतरित किया जाय एवं जिन किसानों के खाते में अभी तक राषि अंतरित नहीं हो पायी है,उनके खाते में भी राषि अंतरित करने की प्रक्रिया में तेजी लायी जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न परिस्थिति से प्रभावित लोगों को राज्य सरकार आपदा मानकर मदद कर रही है! हमलोगों का मानना है कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है हर स्तर पर लोगों की सहायता के लिये सरकार पूरी तरह तत्पर है। राज्य में राषन सामग्री की कोई कमी नहीं है। जरूरी सामानों की आपूर्ति में किसी तरह की कोई कठिनाई नहीं होगी। लोग जहाॅ भी है अपने घरों में रहें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें। अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। आप सबके सहयोग से ही इस महामारी से निपटने में सफलता मिलेगी एवं इस संकट की इस घड़ी में आप सब धैर्य और संयम बनाये रखें। सरकार की परिस्थितियों पर पैनी नजर है और हर जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं

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*सरकार की परिस्थितियों पर पैनी नजर, लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है:- मुख्यमंत्री*
*धैर्य और संयम बनाये रखें, सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करें।*
*राज्य में जरूरी सामानों की कोई कमी नहीं है, लोगों को खाद्य सामग्री एवं जरूरी चीजें उपलब्ध होती रहेंगी।*
*लाॅकडाउन के कारण बिहार के बाहर फॅसे लोगों की हर सुविधाओं का ख्याल रखा जा रहा है।*
धीरज गुप्ता की रिपोर्ट

पटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1, अणे मार्ग में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों की अद्यतन स्थिति की मुख्य सचिव एवं अन्य वरीय अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में राज्य में दवाओं, मास्क और अन्य जरूरी इक्यूपमेंट्स की उपलब्धता के संबंध में जानकारी दी गयी। संक्रमित लोगों के इलाज के लिये जरूरी कदम उठाये गये हैं, उनकी उचित देखभाल की जा रही है। कोरोना संदिग्धों की अधिक से अधिक टेस्टिंग करायी जा रही है। संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग तेजी से करायी जा रही है।आज के समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि दवाओं,मास्क और अन्य जरूरी इक्यूपमेंट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाय और यह ध्यान रखा जाय कि इसकी कमी न हो। क्वारंटाइन में रखे गये लोगों की निगरानी करते रहें और वहाॅ सुव्यवस्था बनाये रखें।आपदा राहत केंद्रों पर आवासन, भोजन, चिकित्सकीय सुविधाओं पर निगाह रखें ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो। बिहार के बाहर दिल्ली एवं अन्य शहरों में लोगों की मदद के लिये कैम्प चलाये जा रहे हैं,जहाॅ भोजन एवं फूड पैकेट्स उपलब्ध कराये जा रहे हंै, उसकी भी निरंतर निगरानी करते रहें और जहाॅ जिस चीज की आवष्यकता हो, उसे उपलब्ध करायें।राज्य के बाहर लाॅकडाउन में फॅसे बिहार के मजदूरों एवं जरूरतमंद व्यक्तियों के लिये सहायता राषि के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विषेष सहायता अन्तर्गत 1,000 रूपये की दर से 1 लाख 42 हजार 100 बिहार के लोगों के खाते में अंतरित कर दी गयी है।3 लाख 80 हजार आवेदन अब तक प्राप्त हुये हैं और जरूरतमंदों के आवेदन आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले से प्राप्त आवेदनों में से बचे हुये लोगों के साथ-साथ अन्य लाभुकों के खाते में भी शीघ्र राषि अंतरित करायें। राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिकार अधिनियम अन्तर्गत आच्छादित सभी राशन कार्डधारियों को कोरोना सहायता के रूप में एक हजार रूपये प्रति परिवार की दर से सीधे बैंक खाते में भुगतान की योजना के तहत लाभ दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने निर्देशदिया कि राशि अंतरित करने की गति बढ़ायी जाय और बचे हुये लाभुको को कम से कम समय में राषि हस्तांतरित करने की कार्रवाई सुनिष्चित की जाय और उन्होंने कहा कि जिन राशन कार्डधारियों की आधार सीडिंग नहीं हो पायी है तथा जिनका राशन कार्ड अस्वीकृत हुआ है, निर्धारित समय सीमा के अंदर समुचित समीक्षा कर ऐसे मामलों को ससमय निष्पादित करें।आज के समीक्षा के क्रम में एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम (ए0ई0एस0), बर्ड फ्लू एवं स्वाईन फ्लू पर विस्तृत चर्चा हुयी है मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि ए0ई0एस0 से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों में सभी प्रकार के सुरक्षात्मक उपाय सुनिष्चित करें एवं वहाॅ सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखें। साथ ही अन्य बीमारियों के इलाज के लिये भी समुचित कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च महीने में असामयिक वर्षा/ओलावृष्टि से हुयी फसल क्षति के भुगतान के लिये किसानों के लिये 518.42 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं जिसे प्रभावित किसानों के खाते में कृषि इनपुट अनुदान के रूप में राशी अंतरित किया जाय एवं जिन किसानों के खाते में अभी तक राषि अंतरित नहीं हो पायी है,उनके खाते में भी राषि अंतरित करने की प्रक्रिया में तेजी लायी जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न परिस्थिति से प्रभावित लोगों को राज्य सरकार आपदा मानकर मदद कर रही है! हमलोगों का मानना है कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है हर स्तर पर लोगों की सहायता के लिये सरकार पूरी तरह तत्पर है। राज्य में राषन सामग्री की कोई कमी नहीं है। जरूरी सामानों की आपूर्ति में किसी तरह की कोई कठिनाई नहीं होगी। लोग जहाॅ भी है अपने घरों में रहें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें। अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। आप सबके सहयोग से ही इस महामारी से निपटने में सफलता मिलेगी एवं इस संकट की इस घड़ी में आप सब धैर्य और संयम बनाये रखें। सरकार की परिस्थितियों पर पैनी नजर है और हर जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं
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*धैर्य और संयम बनाये रखें, सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करें।*
*राज्य में जरूरी सामानों की कोई कमी नहीं है, लोगों को खाद्य सामग्री एवं जरूरी चीजें उपलब्ध होती रहेंगी।*
*लाॅकडाउन के कारण बिहार के बाहर फॅसे लोगों की हर सुविधाओं का ख्याल रखा जा रहा है।*
धीरज गुप्ता की रिपोर्ट

पटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1, अणे मार्ग में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों की अद्यतन स्थिति की मुख्य सचिव एवं अन्य वरीय अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में राज्य में दवाओं, मास्क और अन्य जरूरी इक्यूपमेंट्स की उपलब्धता के संबंध में जानकारी दी गयी। संक्रमित लोगों के इलाज के लिये जरूरी कदम उठाये गये हैं, उनकी उचित देखभाल की जा रही है। कोरोना संदिग्धों की अधिक से अधिक टेस्टिंग करायी जा रही है। संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग तेजी से करायी जा रही है।आज के समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि दवाओं,मास्क और अन्य जरूरी इक्यूपमेंट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाय और यह ध्यान रखा जाय कि इसकी कमी न हो। क्वारंटाइन में रखे गये लोगों की निगरानी करते रहें और वहाॅ सुव्यवस्था बनाये रखें।आपदा राहत केंद्रों पर आवासन, भोजन, चिकित्सकीय सुविधाओं पर निगाह रखें ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो। बिहार के बाहर दिल्ली एवं अन्य शहरों में लोगों की मदद के लिये कैम्प चलाये जा रहे हैं,जहाॅ भोजन एवं फूड पैकेट्स उपलब्ध कराये जा रहे हंै, उसकी भी निरंतर निगरानी करते रहें और जहाॅ जिस चीज की आवष्यकता हो, उसे उपलब्ध करायें।राज्य के बाहर लाॅकडाउन में फॅसे बिहार के मजदूरों एवं जरूरतमंद व्यक्तियों के लिये सहायता राषि के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विषेष सहायता अन्तर्गत 1,000 रूपये की दर से 1 लाख 42 हजार 100 बिहार के लोगों के खाते में अंतरित कर दी गयी है।3 लाख 80 हजार आवेदन अब तक प्राप्त हुये हैं और जरूरतमंदों के आवेदन आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले से प्राप्त आवेदनों में से बचे हुये लोगों के साथ-साथ अन्य लाभुकों के खाते में भी शीघ्र राषि अंतरित करायें। राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिकार अधिनियम अन्तर्गत आच्छादित सभी राशन कार्डधारियों को कोरोना सहायता के रूप में एक हजार रूपये प्रति परिवार की दर से सीधे बैंक खाते में भुगतान की योजना के तहत लाभ दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने निर्देशदिया कि राशि अंतरित करने की गति बढ़ायी जाय और बचे हुये लाभुको को कम से कम समय में राषि हस्तांतरित करने की कार्रवाई सुनिष्चित की जाय और उन्होंने कहा कि जिन राशन कार्डधारियों की आधार सीडिंग नहीं हो पायी है तथा जिनका राशन कार्ड अस्वीकृत हुआ है, निर्धारित समय सीमा के अंदर समुचित समीक्षा कर ऐसे मामलों को ससमय निष्पादित करें।आज के समीक्षा के क्रम में एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम (ए0ई0एस0), बर्ड फ्लू एवं स्वाईन फ्लू पर विस्तृत चर्चा हुयी है मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि ए0ई0एस0 से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों में सभी प्रकार के सुरक्षात्मक उपाय सुनिष्चित करें एवं वहाॅ सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखें। साथ ही अन्य बीमारियों के इलाज के लिये भी समुचित कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च महीने में असामयिक वर्षा/ओलावृष्टि से हुयी फसल क्षति के भुगतान के लिये किसानों के लिये 518.42 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं जिसे प्रभावित किसानों के खाते में कृषि इनपुट अनुदान के रूप में राशी अंतरित किया जाय एवं जिन किसानों के खाते में अभी तक राषि अंतरित नहीं हो पायी है,उनके खाते में भी राषि अंतरित करने की प्रक्रिया में तेजी लायी जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न परिस्थिति से प्रभावित लोगों को राज्य सरकार आपदा मानकर मदद कर रही है! हमलोगों का मानना है कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है हर स्तर पर लोगों की सहायता के लिये सरकार पूरी तरह तत्पर है। राज्य में राषन सामग्री की कोई कमी नहीं है। जरूरी सामानों की आपूर्ति में किसी तरह की कोई कठिनाई नहीं होगी। लोग जहाॅ भी है अपने घरों में रहें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें। अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। आप सबके सहयोग से ही इस महामारी से निपटने में सफलता मिलेगी एवं इस संकट की इस घड़ी में आप सब धैर्य और संयम बनाये रखें। सरकार की परिस्थितियों पर पैनी नजर है और हर जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं

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कोरोना वायरस के कारण देश में लगें लाकडाउन से पीड़ित गरीब परिवारों के बीच जगतपुर वार्ड संख्या 25 में असहाय रिक्साचालक , दैनिकह मजदूर ,ठेला चालक व लाचार परिवारों के बीच खाद्य सामग्री चूड़ा , मुड़ी, दालमोट, साबुन वगैरह का वितरण बांका जिला क्रिकेट संघ के सचिव व पूर्व पार्षद भाजपा नेता विष्णु कुमार चक्रवर्ती के द्वारा किया गया। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री के द्वारा 5 अप्रैल को रात 9 बजे घर के बल्व व लाइट को बंद कर, दीया - मोमबत्ती वगैरह जलाने के लिए आग्रह के दिन विभिन्न सामग्रियों के साथ प्रत्येक गरीब परिवारों के बीच मोमबत्ती का भी वितरण किया गया था। सामग्री वितरण के लिए सामानों की पैकिंग एवं वितरण में प्रदीप कुमार चक्रवर्ती,अजय कुमार चक्रवर्ती, अमृत कुमार,बिट्टू , सुरेश दास,पूरन दास,उमेश दास,लक्ष्मणह हरिजन,हरि दास,वुच्ची पासवान,अंकु रंजन,मिट्ठू कुमार,डुगो दास, बजरंगी यादव,माधो मंडल,वीरो चौधरी व अन्य सामाजिक कार्यकर्ता ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हुए सभी गरीब परिवारों के घर घर जाकर उनको खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। पूर्व पार्षद के द्वारा बताया गया कि इनके भतीजा अमृत कुमार ,सेनेट्राइजर लीक्विड बनाने की जानकारी रखते हैं, अगर प्रशासन इनसे सहयोग लेना चाहे तो ये स्वैक्छा से लीक्विड को बनाने के लिए सहयोग के लिए तैयार है। इनके द्वारा तैयार किया गया सेनेट्राइजर लीक्विड बाजार भाव से बहुत ही कम लागत में तैयार हो जाएगी ! के पी चौहान, बाँका ।

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कोरोना वायरस के कारण देश में लगें लाकडाउन से पीड़ित गरीब परिवारों के बीच जगतपुर वार्ड संख्या 25 में असहाय रिक्साचालक , दैनिकह मजदूर ,ठेला चालक व लाचार परिवारों के बीच खाद्य सामग्री चूड़ा , मुड़ी, दालमोट, साबुन वगैरह का वितरण बांका जिला क्रिकेट संघ के सचिव व पूर्व पार्षद भाजपा नेता विष्णु कुमार चक्रवर्ती के द्वारा किया गया। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री के द्वारा 5 अप्रैल को रात 9 बजे घर के बल्व व लाइट को बंद कर, दीया - मोमबत्ती वगैरह जलाने के लिए आग्रह के दिन विभिन्न सामग्रियों के साथ प्रत्येक गरीब परिवारों के बीच मोमबत्ती का भी वितरण किया गया था। सामग्री वितरण के लिए सामानों की पैकिंग एवं वितरण में प्रदीप कुमार चक्रवर्ती,अजय कुमार चक्रवर्ती, अमृत कुमार,बिट्टू , सुरेश दास,पूरन दास,उमेश दास,लक्ष्मणह हरिजन,हरि दास,वुच्ची पासवान,अंकु रंजन,मिट्ठू कुमार,डुगो दास, बजरंगी यादव,माधो मंडल,वीरो चौधरी व अन्य सामाजिक कार्यकर्ता ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हुए सभी गरीब परिवारों के घर घर जाकर उनको खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। पूर्व पार्षद के द्वारा बताया गया कि इनके भतीजा अमृत कुमार ,सेनेट्राइजर लीक्विड बनाने की जानकारी रखते हैं, अगर प्रशासन इनसे सहयोग लेना चाहे तो ये स्वैक्छा से लीक्विड को बनाने के लिए सहयोग के लिए तैयार है। इनके द्वारा तैयार किया गया सेनेट्राइजर लीक्विड बाजार भाव से बहुत ही कम लागत में तैयार हो जाएगी ! के पी चौहान, बाँका ।


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*मानवता एवं सेवा भावना से करें काम-आयुक्त* धीरज गुप्ता की रिपोर्ट गया में कोविड-19 वैश्विक महामारी कोरोना के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल को मगध प्रमंडल के सभी जिलों के साथ कैमूर एवं रोहतास जिले के लिए कोविड-19 के लिए विशेष अस्पताल बनाए जाने को लेकर की जा रही तैयारी को देखने के लिए आयुक्त मगध प्रमंडल असंगबा चुबा आओ की उपस्थिति में मॉक ड्रिल किया गया है। मॉक ड्रिल में कोरोना के संदिग्ध मरीज को एंबुलेंस में पिकअप करके बैठाने,एएनएमएमसीएच में लाने तथा एंबुलेंस से उसे स्ट्रेचर पर उसे नीचे उतारने के उपरांत एंबुलेंस को सैनिटाइज करना है,जिस रास्ते से मरीज को अस्पताल के विभिन्न कक्षाओं में लेकर जाया गया उन सभी रास्तों एवं कमरों को सैनिटाइज करना तथा मरीज को हॉस्पिटल में पहुंचाने के उपरांत वापस वार्ड बॉय को स्ट्रेचर सहित सैनिटाइज करने की प्रक्रिया को प्रदर्शित किया गया है।संदिग्ध मरीज के हॉस्पिटल में पहुंचने के उपरांत उसकी जांच की जाएगी उसके पता तथा पिछले दिनों के ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी लेनी है कि पिछले दिनों में वो कहाँ कहाँ ठहरा है,कहाँ कहाँ गया तथा किस किसके संपर्क में रहा है पॉजिटिव मरीज को अलग आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा। कोई भी चिकित्सक या कर्मी बिना पीपीई के आइसोलेशन वार्ड में नहीं जाएगा एवं इसके उपरांत पर्सन प्रोटेक्शन इक्विपमेंट पीपीइ पहनने का मॉक ड्रिल कराया गया है।मॉक ड्रिल के उपरांत बताया गया कि पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स से बॉडी के हर पार्ट को कवर करने के पहले एवं कवर करने के बाद हैंड सैनिटाइज करते रहना अनिवार्य है। और बॉडी को पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स से पूरी तरह कवर करने के बाद ही आइसोलेशन वार्ड में जाना है।डॉ पी के सिन्हा एवं डब्लूएचओ के डॉक्टर विश्वास ने इस प्रोसेस को डेमोंस्ट्रेशन के द्वारा एक-एक इक्विपमेंट पहनने के तरीके को समझाया गया है। आज ॉक ड्रिल के दौरान चिकित्सकों एवं नर्सों के द्वारा अपने संदेह को दूर करने के लिए किए गए सभी सवालों के संतोषजनक जवाब दिए गए तथा उन्हें संतुष्ट किया गया है आयुक्त ने सभी चिकित्सक, नर्सों, वहा उपस्थित कर्मियों तथा एनडीआरएफ की टीम को संबोधित करते हुए कहा कि आइसोलेशन वार्ड में बिना परसनल प्रोटेक्शन किट के कोई नहीं जाएगा।चाहे डॉक्टर हो, नर्स हो,सफाई कर्मी हो,चाहे खाना पहुंचाने वाला हो। उन्होंने कहा कि इस मॉक ड्रिल को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के सुपरिटेंडेंट एवं प्रिंसिपल को पुनः दोहराएंगे तथा इसके पहले रोस्टर बना लेंगे कि कौन कर्मी या डॉक्टर किस समय कहां उपस्थित रहेंगे!एंबुलेंस चालक के लिए अलग ब्रीफिंग होगी,वार्ड बॉय के लिए अलग ब्रीफिंग होगी,सैनिटाइजर करने वाले व्यक्ति के लिए अलग ब्रीफिंग होगी,मरीज को लाने वाले वार्ड ब्वॉय एवं नर्स के लिए अलग ब्रीफिंग एवं जांच करने वाले चिकित्सक के लिए अलग ब्रीफिंग होगी।सभी को अपने प्रोटोकॉल के अनुसार काम करने की जानकारी होनी चाहिए! इस महामारी का सामना हम सभी मिलकर करेंगे और इस समय सारी जनता चिकित्सकों की ओर आस लगाए बैठी है! ऐसी स्थिति में एक भी व्यक्ति की शिथिलता या लापरवाही से इन लोगों का विश्वास कम हो जाएगा जो इस पेशे के लिए भी ठीक नहीं होगा,नहीं इस अस्पताल के लिये ठीक होगा,न ही गया के लिए और न ही सरकार की छवि के लिए। मानवता के दृष्टिकोण से और समय की पुकार को देखते हुए आप अपना सर्वश्रेष्ठ सेवा प्रदान करें और उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी मिली है कि आयरलैंड के माननीय प्रधानमंत्री जो एक डॉक्टर भी हैं इस समय अस्पताल में जाकर स्वयं मरीजों का इलाज कर रहे हैं किसी देश के प्रधानमंत्री को यह करने की क्या जरूरत है लेकिन मानवता की दृष्टिकोण और सेवा भावना से वे यह कर रहे हैं उनसे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए एवं उन्होंने कहा कि यदि किसी सामग्री या उपकरण की आवश्यकता हो तो अपर समाहर्ता यहां प्रतिनियुक्त हैं बताएं सारी सामग्री एवं उपकरण उपलब्ध कराई जाएगी लेकिन आप सभी डॉक्टर एवं चिकित्साकर्मी पूरी निष्ठा के साथ कार्य करें। आज इस महामारी से समाज का हर व्यक्ति लड़ रहा है।श आम जनता अपने घरों में रह कर लॉक डाउन का पालन कर रही है और सिपाही दिन रात सड़क पर ड्यूटी कर रहे हैं सभी लोग इसमें अपना योगदान दे रहे हैं। *इसलिए आप भी अपना योगदान दें।* इस अवसर पर आयुक्त के सचिव अफजारुल रहमान,अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नरेश झा, उप निदेशक जनसंपर्क,अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक एवं प्रचार्य,डब्ल्यूएचओ के डॉक्टर विश्वास,एनडीआरएफ के जवान, संबंधित चिकित्सक एवं कर्मी उपस्थित थे।

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*मानवता एवं सेवा भावना से करें काम-आयुक्त*
धीरज गुप्ता की रिपोर्ट
गया में कोविड-19 वैश्विक महामारी कोरोना के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल को मगध प्रमंडल के सभी जिलों के साथ कैमूर एवं रोहतास जिले के लिए कोविड-19 के लिए विशेष अस्पताल बनाए जाने को लेकर की जा रही तैयारी को देखने के लिए आयुक्त मगध प्रमंडल  असंगबा चुबा आओ की उपस्थिति में मॉक ड्रिल किया गया है। मॉक ड्रिल में कोरोना के संदिग्ध मरीज को एंबुलेंस में पिकअप करके बैठाने,एएनएमएमसीएच में लाने तथा एंबुलेंस से उसे स्ट्रेचर पर उसे नीचे उतारने के उपरांत एंबुलेंस को सैनिटाइज करना है,जिस रास्ते से मरीज को अस्पताल के विभिन्न कक्षाओं में लेकर जाया गया उन सभी रास्तों एवं कमरों को सैनिटाइज करना तथा मरीज को हॉस्पिटल में पहुंचाने के उपरांत वापस वार्ड बॉय को स्ट्रेचर सहित सैनिटाइज करने की प्रक्रिया को प्रदर्शित किया गया है।संदिग्ध मरीज के हॉस्पिटल में पहुंचने के उपरांत उसकी जांच की जाएगी उसके पता तथा पिछले दिनों के ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी लेनी है कि पिछले दिनों में वो कहाँ कहाँ ठहरा है,कहाँ कहाँ गया तथा किस किसके संपर्क में रहा है पॉजिटिव मरीज को अलग आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा। कोई भी चिकित्सक या कर्मी बिना पीपीई के आइसोलेशन वार्ड में नहीं जाएगा एवं इसके उपरांत पर्सन प्रोटेक्शन इक्विपमेंट पीपीइ पहनने का मॉक ड्रिल कराया गया है।मॉक ड्रिल के उपरांत बताया गया कि पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स से बॉडी के हर पार्ट को कवर करने के पहले एवं कवर करने के बाद हैंड सैनिटाइज करते रहना अनिवार्य है। और बॉडी को पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स से पूरी तरह कवर करने के बाद ही आइसोलेशन वार्ड में जाना है।डॉ पी के सिन्हा एवं डब्लूएचओ के डॉक्टर विश्वास ने इस प्रोसेस को डेमोंस्ट्रेशन के द्वारा एक-एक इक्विपमेंट पहनने के तरीके को समझाया गया है। आज ॉक ड्रिल के दौरान चिकित्सकों एवं नर्सों के द्वारा अपने संदेह को दूर करने के लिए किए गए सभी सवालों के संतोषजनक जवाब दिए गए तथा उन्हें संतुष्ट किया गया है आयुक्त  ने सभी चिकित्सक, नर्सों, वहा उपस्थित कर्मियों तथा एनडीआरएफ की टीम को संबोधित करते हुए कहा कि आइसोलेशन वार्ड में बिना परसनल प्रोटेक्शन किट के कोई नहीं जाएगा।चाहे डॉक्टर हो, नर्स हो,सफाई कर्मी हो,चाहे खाना पहुंचाने वाला हो। उन्होंने कहा कि इस मॉक ड्रिल को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के सुपरिटेंडेंट एवं प्रिंसिपल को पुनः दोहराएंगे तथा इसके पहले रोस्टर बना लेंगे कि कौन कर्मी या डॉक्टर किस समय कहां उपस्थित रहेंगे!एंबुलेंस चालक के लिए अलग ब्रीफिंग होगी,वार्ड बॉय के लिए अलग ब्रीफिंग होगी,सैनिटाइजर करने वाले व्यक्ति के लिए अलग ब्रीफिंग होगी,मरीज को लाने वाले वार्ड ब्वॉय एवं नर्स के लिए अलग ब्रीफिंग एवं जांच करने वाले चिकित्सक के लिए अलग ब्रीफिंग होगी।सभी को अपने प्रोटोकॉल के अनुसार काम करने की जानकारी होनी चाहिए! इस महामारी का सामना हम सभी मिलकर करेंगे और इस समय सारी जनता चिकित्सकों की ओर आस लगाए बैठी है! ऐसी स्थिति में एक भी व्यक्ति की शिथिलता या लापरवाही से इन लोगों का विश्वास कम हो जाएगा जो इस पेशे के लिए भी ठीक नहीं होगा,नहीं इस अस्पताल के लिये ठीक होगा,न ही गया के लिए और न ही सरकार की छवि के लिए। मानवता के दृष्टिकोण से और समय की पुकार को देखते हुए आप अपना सर्वश्रेष्ठ सेवा प्रदान करें और उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी मिली है कि आयरलैंड के माननीय प्रधानमंत्री जो एक डॉक्टर भी हैं इस समय अस्पताल में जाकर स्वयं मरीजों का इलाज कर रहे हैं किसी देश के प्रधानमंत्री को यह करने की क्या जरूरत है लेकिन मानवता की दृष्टिकोण और सेवा भावना से वे यह कर रहे हैं उनसे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए एवं उन्होंने कहा कि यदि किसी सामग्री या उपकरण की आवश्यकता हो तो अपर समाहर्ता यहां प्रतिनियुक्त हैं बताएं सारी सामग्री एवं उपकरण उपलब्ध कराई जाएगी लेकिन आप सभी डॉक्टर एवं चिकित्साकर्मी पूरी निष्ठा के साथ कार्य करें। आज इस महामारी से समाज का हर व्यक्ति लड़ रहा है।श आम जनता अपने घरों में रह कर लॉक डाउन का पालन कर रही है और सिपाही दिन रात सड़क पर ड्यूटी कर रहे हैं सभी लोग इसमें अपना योगदान दे रहे हैं। *इसलिए आप भी अपना योगदान दें।*
इस अवसर पर आयुक्त के सचिव अफजारुल रहमान,अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नरेश झा, उप निदेशक जनसंपर्क,अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक एवं प्रचार्य,डब्ल्यूएचओ के डॉक्टर विश्वास,एनडीआरएफ के जवान, संबंधित चिकित्सक एवं कर्मी उपस्थित थे।



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Salute To Mumbai Police Under The Supervision Of DCP Zone 5 Mrs Niyati Thakar Dave-I.P.S Good Control And Efficient Work Don'e By Mahim Police Station For Fighting Against COVID 19. By ACP More Sr, Senior Police Inspector Milind Gadankush Sr, PI Raju More Sr, PI Suryakant Kamble Sr, PI Vinay Sarvade Sr, PI Jagtap Sr, Special ATC Officer API Anil Kekan And All API and PSI and All Constables. Request All Citizens To Copreate With Police And Stay Home Save Nation And Save Lives.

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Salute To Mumbai Police

Under The Supervision Of DCP Zone 5 Mrs Niyati Thakar Dave-I.P.S
Good Control And Efficient Work Don'e By Mahim Police Station For Fighting Against COVID 19. By ACP More Sr, Senior Police Inspector Milind Gadankush Sr, PI Raju More Sr, PI Suryakant Kamble Sr, PI Vinay Sarvade Sr, PI Jagtap Sr, Special ATC Officer API Anil Kekan And All API and PSI and All Constables. Request All Citizens To Copreate With Police And Stay Home Save Nation And Save Lives.



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सभी पीएससी में ग्लूकोमीटर उपलब्ध है। सभी पीएचसी में दो बेड का एईएस वार्ड कार्यरत है। बंदरा में विद्युत दोष दूर कर लिया गया है।। । 50 प्रकार की दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। -एईएस/चमकी बीमारी के इलाज हेतु 11 प्रकार के उपकरण की उपलब्धता भी पर्याप्त है ।। -ढाई लाख से अधिक ओआरएस घोल उपलब्ध है -एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन हर स्तर पर मुस्तैद मुज़फ़्फ़रपुर:- जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर डॉ. चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में एईएस/ चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर आज एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई ।जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित विभिन्न कोषांगों के नोडल पदाधिकारी और वरीय पदाधिकारियों को पूर्व में दिए गए निर्देश के अनुपालन प्रतिवेदन की समीक्षा की एवं उनके द्वारा महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए गए। पूर्व में प्रभावित 320 गांवों को पदाधिकारियों के साथ टैग कर दिया गया है । इसमें प्रखंड जिला एवं पंचायत स्तर के अधिकारी शामिल हैं जिनके साथ गांवों को टैग किया गया है । पिछले सप्ताह जिलाधिकारी द्वारा दिए गए सख्त निर्देश के आलोक में पदाधिकारियों का गांवों से टैगिंग संबंधित कार्य का त्वरित निष्पादन किया गया। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया है कि सभी पदाधिकारी जिन्होंने गांव को गोद लिया है वे बृहस्पतिवार को उन गांव में जाएंगे। पिछले साल जिन घरों में बच्चों की मृत्यु हुई थी, उन घरों से संपर्क करेंगे। सभी अधिकारी गोद लिए हुए गांवों में डोर टू डोर विजिट करेंगे और चमकी बुखार पर नियंत्रण तथा इससे बचाव के संबंध में घरवालों को ब्रीफ भी करेंगे। वॉल राइटिंग की भी जांच उनके द्वारा की जाएगी ।साथ ही उस गांव के जो मुख्य रिसोर्स पर्सन होंगे उनका उन्मुखीकरण भी करेंगे ताकि रिसोर्स पर्सन उक्त बीमारी के बारे में संबंधित पदाधिकारियों को शीघ्र सूचना प्रेषित कर सकें। स्वास्थ विभाग द्वारा कराए गए दीवाल लेखन की समीक्षा के क्रम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि 607 भवनों पर दीवार लेखन किया जाना था जिसके विरुद्ध अभी तक 485 पीएचसी एपीएचसी एवं स्वास्थ उपकेंद्रों पर दीवाल लेखन का कार्य पूर्ण हो गया है। शेष 122 जगहों पर 8 अप्रैल तक दीवाल लेखन का कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया ।वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि हैंडबिल के माध्यम से भी प्रचार-प्रसार किया गया है। राज सरकार से प्राप्त डेढ़ लाख हैंडविल का वितरण किया गया शेष के लिए सरकार को अधियाचन भेजी गई ।वही डीपीआरओ ने बताया कि जिले में मुख्य रूप से प्रभावित पांच प्रखंडों के 291 गांव में फरवरी माह में 6 कला जत्था के टीमों द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सघन प्रचार -प्रसार किया गया और लोगों को जागरूक किया गया ।चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रखंड एवं पंचायत स्तरीय अधिकारियों और कर्मियों का प्रशिक्षण की महत्वपूर्ण भूमिका है ।इस संबंध में प्रशिक्षण कोषांग द्वारा बताया गया कि प्रशिक्षण का कैलेंडर तैयार कर लिया गया है जिसकी शुरुआत 8अप्रैल से होगी जो कि 21 अप्रैल तक चलेगा। उक्त प्रशिक्षण मार्च में शुरू हुआ था पर कोरोना वायरस से संक्रमण की रोकथाम हेतु लॉकडाउन के कारण स्थगित रहा। उसे 08 अप्रैल से सोशल डिस्टेंस के साथ शुरू करने का निर्णय लिया गया। इस दरमियान सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी एवं कर्मी ,पंचायत स्तरीय पदाधिकारी एवं कर्मी एवं प्रखंड स्तरीय जनप्रतिनिधि, प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के शिक्षक का प्रशिक्षण कार्य किया जाएगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि प्रत्येक पदाधिकारी प्रशिक्षण सत्र में अचूक रूप से उपस्थित होना सुनिश्चित करेंगे। वहीं बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि चमकी बुखार को लेकर सारी तैयारियां मुकम्मल हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि एईएस वार्डो में कुल 21 ग्लूकोमीटर हैं। सभी 15 प्रखंडों में 02 बेड का वातानुकूलित एईएस वार्ड चल रहा है ।बंदरा में भी विद्युत दोष दूर कर लिया गया है । इस तरह सभी 16 प्रखण्डो के पीएचसी में एईएस वार्ड कार्य कर रहा है11 प्रकार के एईएस के उपचार से समन्धित महत्वपूर्ण उपकरण उपलब्ध हैं जिसकी कुल संख्या 1987 है।। 50 प्रकार की दवाइयां और पर्याप्त मात्रा में ओआरएस की भी उपलब्धता है ।ओआरएस का पैकेट्स प्रखण्डो को उपलब्ध करा दिया गत है जिसे आंगनवाड़ी केंद्रों को उपलब्ध कराया जा रहा है। बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा के साथ मुज़फ़्फ़रपुर से सतीश कुमार झा की रिपोर्ट

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सभी पीएससी में  ग्लूकोमीटर  उपलब्ध है।

सभी पीएचसी  में  दो बेड का  एईएस वार्ड  कार्यरत है। बंदरा में  विद्युत दोष दूर कर लिया गया है।।  ।

50 प्रकार की दवाइयां  पर्याप्त मात्रा में  उपलब्ध हैं।

-एईएस/चमकी  बीमारी  के इलाज हेतु  11 प्रकार के उपकरण की उपलब्धता  भी पर्याप्त है ।।                   

-ढाई लाख से अधिक ओआरएस घोल  उपलब्ध है

-एईएस/चमकी बुखार  पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर  स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन हर स्तर पर मुस्तैद

 मुज़फ़्फ़रपुर:- जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर डॉ. चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में एईएस/ चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर आज एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई ।जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित विभिन्न कोषांगों के नोडल पदाधिकारी और वरीय पदाधिकारियों को पूर्व में दिए गए निर्देश के अनुपालन प्रतिवेदन की समीक्षा की एवं उनके द्वारा महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए गए। पूर्व में  प्रभावित  320 गांवों  को  पदाधिकारियों  के साथ टैग कर दिया गया है । इसमें प्रखंड  जिला  एवं पंचायत स्तर के  अधिकारी शामिल हैं  जिनके साथ गांवों को टैग किया गया है । पिछले सप्ताह जिलाधिकारी द्वारा दिए गए  सख्त निर्देश के आलोक में पदाधिकारियों का गांवों से टैगिंग   संबंधित कार्य का त्वरित निष्पादन किया गया। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया है कि सभी पदाधिकारी जिन्होंने गांव को गोद लिया है वे बृहस्पतिवार को  उन गांव में जाएंगे। पिछले साल जिन घरों में बच्चों की मृत्यु हुई थी, उन  घरों से संपर्क  करेंगे। सभी अधिकारी गोद लिए हुए गांवों में  डोर टू डोर विजिट करेंगे और चमकी बुखार पर नियंत्रण तथा इससे बचाव के संबंध में घरवालों को  ब्रीफ भी करेंगे। वॉल राइटिंग की भी जांच  उनके द्वारा  की जाएगी ।साथ ही  उस गांव के जो मुख्य रिसोर्स पर्सन  होंगे उनका उन्मुखीकरण भी करेंगे ताकि रिसोर्स पर्सन उक्त बीमारी के बारे में संबंधित पदाधिकारियों को शीघ्र सूचना प्रेषित कर सकें। स्वास्थ विभाग द्वारा कराए गए दीवाल लेखन की समीक्षा के क्रम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि 607 भवनों पर दीवार लेखन किया जाना था जिसके विरुद्ध अभी तक 485 पीएचसी एपीएचसी एवं  स्वास्थ उपकेंद्रों पर दीवाल लेखन का कार्य पूर्ण हो गया है। शेष 122 जगहों पर 8 अप्रैल तक  दीवाल लेखन का कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया ।वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि हैंडबिल के माध्यम से भी प्रचार-प्रसार किया गया है। राज सरकार से प्राप्त डेढ़ लाख हैंडविल का वितरण किया गया शेष के लिए सरकार को अधियाचन भेजी गई ।वही डीपीआरओ ने बताया कि जिले में मुख्य रूप से प्रभावित पांच प्रखंडों के 291 गांव में फरवरी  माह में 6 कला जत्था के टीमों द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सघन प्रचार -प्रसार किया गया और लोगों को जागरूक किया गया ।चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रखंड एवं पंचायत स्तरीय अधिकारियों और कर्मियों का प्रशिक्षण  की महत्वपूर्ण भूमिका है ।इस  संबंध में प्रशिक्षण कोषांग द्वारा बताया गया कि प्रशिक्षण का कैलेंडर तैयार कर लिया गया है जिसकी शुरुआत 8अप्रैल से होगी जो कि 21 अप्रैल तक चलेगा। उक्त प्रशिक्षण मार्च में शुरू हुआ था पर कोरोना वायरस से संक्रमण की रोकथाम हेतु लॉकडाउन के कारण स्थगित रहा। उसे 08 अप्रैल से सोशल डिस्टेंस के साथ शुरू करने का निर्णय लिया गया। इस दरमियान सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी एवं कर्मी ,पंचायत स्तरीय पदाधिकारी एवं कर्मी एवं प्रखंड स्तरीय जनप्रतिनिधि, प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के शिक्षक का प्रशिक्षण कार्य किया जाएगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि प्रत्येक पदाधिकारी प्रशिक्षण सत्र में अचूक रूप से उपस्थित होना सुनिश्चित करेंगे। वहीं बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि  चमकी बुखार को लेकर सारी तैयारियां मुकम्मल हैं।  स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि एईएस वार्डो में कुल 21 ग्लूकोमीटर हैं। सभी  15 प्रखंडों में 02 बेड का वातानुकूलित एईएस वार्ड चल रहा है ।बंदरा में भी  विद्युत दोष दूर कर लिया गया है । इस तरह सभी 16 प्रखण्डो के पीएचसी में एईएस वार्ड कार्य कर रहा है11 प्रकार के एईएस के उपचार से समन्धित महत्वपूर्ण  उपकरण उपलब्ध हैं जिसकी कुल संख्या 1987 है।। 50 प्रकार की दवाइयां और पर्याप्त मात्रा में ओआरएस  की भी उपलब्धता है ।ओआरएस का पैकेट्स प्रखण्डो को उपलब्ध करा दिया गत है जिसे आंगनवाड़ी केंद्रों को उपलब्ध कराया जा रहा है।

बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा के साथ मुज़फ़्फ़रपुर से सतीश कुमार झा की रिपोर्ट



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पटना बिहार घर में लॉक्डाउन में अकेले लेकिन बिहार की अवाम की सेवा के लिए तैयारी हालत में बैठे हुए मेरी ये तस्वीर! आप भी लॉक डाउन तक अपने घर में रहकर बिहार को इस भयानक संक्रामक बीमारी से बचाने में हमारी मदद करें ।उक्त बातें बिहार के पुलिस महा निदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने कही है साथ ही बिहार की अवाम जनता से अपील भी की है । बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट

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पटना बिहार घर में लॉक्डाउन में अकेले लेकिन बिहार की अवाम की सेवा के लिए तैयारी हालत में बैठे हुए मेरी ये तस्वीर! आप भी लॉक डाउन तक अपने घर में रहकर  बिहार को इस भयानक संक्रामक बीमारी से बचाने में हमारी मदद करें ।उक्त बातें बिहार के पुलिस महा निदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने कही है साथ ही बिहार की अवाम जनता से अपील भी की है ।

बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट
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मुजफ्फरपुर :- प्रदेश से अजीत कुमार ।साथ में उपस्थित पंचायत समिति सदस्य विकास कुमार पांडे, श्रेयस कौशिक नंदन, रूपेश सिंह राजपूत, मोहम्मद जावेद नंदन, नवल पांडे, सर्वेश कुमार, मुकेश कुमार, अरुण कुमार आदि प्रमुख थे। बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा रिपोर्ट

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मुजफ्फरपुर :- प्रदेश से अजीत कुमार ।साथ में उपस्थित पंचायत समिति सदस्य विकास कुमार पांडे, श्रेयस कौशिक नंदन, रूपेश सिंह राजपूत, मोहम्मद जावेद नंदन, नवल पांडे, सर्वेश कुमार, मुकेश कुमार, अरुण कुमार आदि प्रमुख थे।

बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा रिपोर्ट

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मुजफ्फरपुर:- कोरोना वायरस की रोकथाम एवं उससे संक्रमण से बचाव को लेकर समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में अपर समाहर्ता आपदा, अतुल कुमार वर्मा की अध्यक्षता में शहर के तमाम निजी चिकित्सकों के साथ एक अहम बैठक -सह- उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। बैठक में डीसीएलआर पश्चिमी सुरेंद्र कुमार अलबेला सहित आई एम ए के प्रतिनिधि एवं शहर के निजी अस्पतालों के जाने-माने चिकित्सक उपस्थित थे ।बैठक -सह- कार्यशाला में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं उसकी रोकथाम के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। कार्यशाला में कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण, इलाज के उपाय, किसे संदिग्ध माना जाए ,आइसोलेशन और क्वॉरेंटाइन के बारे में, और वर्तमान में बिहार में, मुजफ्फरपुर में पूरे देश और विश्व स्तर पर इसके प्रभाव को लेकर जानकारी पीपीटी के द्वारा साझा की गई साथ ही उपस्थित चिकित्सकों का उन्मुखीकरण भी किया गया ।अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा ने उपस्थित चिकित्सकों से नर्सिंग होम क्लीनिक में इमरजेंसी सेवाओं के लिए उपलब्ध रहने का आग्रह किया ।कहा कि निजी क्लिनिक /नर्सिंग होम पर आए हुए संदिग्ध/ संदेहात्मक रोगी की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को निर्धारित अवधि के अंदर उपलब्ध कराया जाना अनिवार्य होगा। संदेहात्मक रोगियों का कांटेक्ट हिस्ट्री /टूर हिस्ट्री पूर्ण विवरण के साथ उपलब्ध कराना सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि करोना संदिग्धों के लिए निजी अस्पतालों में अलग से एक रोगी कॉर्नर बनाया जाए जिसमें करुणा से संबंधित साइनेज भी लगा होना चाहिए । कार्यशाला में उन्होंने यह भी सलाह दी कि अस्पताल /नर्सिंग होम में कर्मचारियों के संक्रमण से सुरक्षा के लिए डिसइन्फेक्शन की व्यवस्था की जाए ।कहा गया कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए रोगियों में कर्मचारियों के लिए ओपीडी के अलावा एपीडी रिसेप्शन काउंटर पर सैनिटाइजर की व्यवस्था रखना अनिवार्य कर दे एवं सभी चिकित्सीय उपकरणों का भी नियमित रूप से साफ-सफाई और उन्हें सेनीटाइज किया जाए। उपस्थित सभी चिकित्सकों ने आपदा की इस घड़ी में पूर्ण सहयोग का वादा किया और साथ ही कहा कि संकट की इस घड़ी में आम लोगों में कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता लाने का पूरा प्रयास किया जाएगा ।सभी ने एक स्वर में कहा कि इस विकट परिस्थिति में सभी निजी चिकित्सक भी प्रशासन के साथ खड़े हैं एवं संकट की इस स्थिति में हर सम्भव सहयोग करने को तैयार है । बैठक में आईएमए अध्यक्ष डॉक्टर संजय ,डॉक्टर सीके दास,डॉ आनंद ,डब्ल्यूएचओ के चिकित्सक डॉ संजय, डॉ डीके सिंह ,डॉक्टर सुभाष कुमार, डॉ राजेश, डॉक्टर सत्येंद्र, डॉक्टर दीपक ,डॉक्टर पूजा सिंह, डॉक्टर प्राची सिंह के साथ अन्य चिकित्सकगण भी उपस्थित थे। बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट

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मुजफ्फरपुर:- कोरोना वायरस की रोकथाम एवं उससे संक्रमण से बचाव को लेकर समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में अपर समाहर्ता आपदा, अतुल कुमार वर्मा की अध्यक्षता में शहर के तमाम निजी चिकित्सकों के साथ एक अहम बैठक -सह- उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। बैठक में डीसीएलआर पश्चिमी  सुरेंद्र कुमार अलबेला सहित आई एम ए के प्रतिनिधि एवं शहर के निजी अस्पतालों के जाने-माने चिकित्सक उपस्थित थे ।बैठक -सह- कार्यशाला में  कोरोना  वायरस के संक्रमण से बचाव एवं उसकी रोकथाम के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।  कार्यशाला में कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण, इलाज के उपाय, किसे संदिग्ध माना जाए ,आइसोलेशन और क्वॉरेंटाइन के बारे में, और वर्तमान में बिहार में, मुजफ्फरपुर में पूरे देश और विश्व स्तर पर इसके प्रभाव को लेकर जानकारी पीपीटी के द्वारा साझा की गई साथ ही  उपस्थित चिकित्सकों का उन्मुखीकरण  भी किया गया ।अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा ने उपस्थित चिकित्सकों से नर्सिंग होम क्लीनिक में इमरजेंसी सेवाओं के लिए उपलब्ध रहने का आग्रह किया ।कहा कि निजी क्लिनिक /नर्सिंग होम पर आए हुए संदिग्ध/ संदेहात्मक रोगी की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को निर्धारित अवधि के अंदर उपलब्ध कराया जाना अनिवार्य होगा। संदेहात्मक रोगियों का कांटेक्ट हिस्ट्री /टूर हिस्ट्री पूर्ण विवरण के साथ उपलब्ध कराना सुनिश्चित की जाए।  उन्होंने कहा कि करोना संदिग्धों के लिए निजी अस्पतालों में अलग से एक रोगी  कॉर्नर बनाया जाए जिसमें करुणा से संबंधित साइनेज भी लगा होना चाहिए । कार्यशाला में उन्होंने यह भी सलाह दी कि अस्पताल /नर्सिंग होम में कर्मचारियों के संक्रमण से सुरक्षा के लिए डिसइन्फेक्शन की व्यवस्था की जाए ।कहा गया कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए रोगियों में कर्मचारियों के लिए ओपीडी के अलावा एपीडी रिसेप्शन काउंटर पर सैनिटाइजर की व्यवस्था रखना अनिवार्य कर दे एवं सभी चिकित्सीय उपकरणों का भी नियमित रूप से साफ-सफाई और उन्हें सेनीटाइज किया जाए। उपस्थित सभी चिकित्सकों ने आपदा की इस घड़ी में पूर्ण सहयोग का वादा किया और साथ ही कहा कि संकट की इस घड़ी में आम लोगों में कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता लाने का पूरा प्रयास किया जाएगा ।सभी ने एक स्वर में कहा कि इस विकट परिस्थिति में सभी निजी चिकित्सक भी प्रशासन के साथ खड़े हैं एवं  संकट की इस  स्थिति में  हर सम्भव सहयोग  करने को तैयार है ।  बैठक में आईएमए अध्यक्ष डॉक्टर संजय ,डॉक्टर सीके दास,डॉ आनंद ,डब्ल्यूएचओ के चिकित्सक डॉ संजय, डॉ डीके सिंह ,डॉक्टर सुभाष कुमार, डॉ राजेश, डॉक्टर सत्येंद्र, डॉक्टर दीपक ,डॉक्टर पूजा सिंह, डॉक्टर प्राची सिंह के साथ अन्य चिकित्सकगण भी उपस्थित थे।


बिहार झारखंड स्टेट हेड शिव शंकर झा की रिपोर्ट

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