*पीरपैंती में स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने को लेकर हुई बैठक*
*अंकाक्षी प्रखंड में शामिल है पीरपैंती*
संवादाता !
फैजुल शेख
भागलपुर 15 मई 2024, जिलाधिकारी डॉo नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में अकांक्षी प्रखंड पीरपैंती में स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने के साथ साथ अन्य प्रमुख प्रदर्शन संकेतक में सुधार को लेकर हुई बैठक।
बैठक में डॉo छवि पंत ज्योति अतिरिक्त निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, भारत सरकार द्वारा पावर पॉइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पीरपैंती प्रखंड में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधा के संबंध में जानकारी दी गई।
बैठक में बताया गया कि पीरपैंती में संस्थागत प्रसव की उपलब्धि 96% है, प्रसव पूर्व जांच हेतु पंजीयन की उपलब्धि 78% है। जबकि निम्न जन्म दर 13% है, इसके साथ ही प्रखंड में बीपी एवं शुगर की जांच की प्रगति धीमी है, महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी पाई जा रही है।
जिलाधिकारी ने डीपीएम हेल्थ, जिला एमीनी और डीसीएम को 3 दिनों तक पीरपैंती प्रखंड में रहकर सर्वे करने के निर्देश दिए कि किस क्षेत्र के आशा, एएनएम या सेविका, सहायिका द्वारा ठीक से काम नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब आयरन फोलिक एसिड की टेबलेट सभी को निःशुल्क मुहैया कराया जा रहा है तो फिर महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी कैसे है, क्या जागरूकता की कमी है, इसकी जांच की जाए।
उन्होंने पंचायती राज संस्था, आईसीडीएस, स्वास्थ्य एवं जीविका के साथ मीटिंग कर क्षेत्र में जागरूकता लाने हेतु 5 दिनों तक जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।
उन्होंने मुखिया के साथ-साथ सभी वार्ड सदस्यों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए ताकि स्वास्थ्य के प्रति लोगों में जागरूकता लाई जा सके, जीविका की पूरी टीम को जागरूकता हेतु लगाने के आदेश दिए गए।
उल्लेखनीय है कि भागलपुर के पीरपैंती, जगदीशपुर और सबौर अति कम विकसित 100 प्रखंडों में तथा संहौला एवं सुल्तानगंज कम विकसित
500 आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम(एडीपी) में शामिल हैं।
नीति आयोग, भारत सरकार द्वारा अविकसित जिलों एवं प्रखंडों में नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, बाल विकास योजनाएं, आधारभूत संरचना एवं सामाजिक विकास कार्यक्रम में सुधार करने हेतु भारत के 27 राज्यों चार केंद्र शासित प्रदेशों के 329 जिले एवं 500 प्रखंडों को इस कार्यक्रम में शामिल किया गया है।
अकांक्षी प्रखंड में स्वास्थ्य सेवा के 07 प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों में सुधार के लिए 15 अंक, शिक्षा के 11 संकेतकों में सुधार के लिए 30 अंक, बाल विकास सेवाएं के 07 संकेतकों के सुधार के लिए 15 अंक, आधारभूत संरचना के 05 संकेतकों में सुधार के लिए 15 अंक, कृषि के 05 संकेतकों में सुधार के लिए 20 अंक तथा सामाजिक विकास के 04 संकेतकों के सुधार पर 05 अंक इस प्रकार कुल 100 अंक दिए जाते हैं। 100 अंक प्राप्त हो जाने पर नीति आयोग द्वारा प्रखंडों को अकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम से बाहर कर दिया जाता है।
संयुक्त निर्देशक जन सम्पर्क
भागलपुर



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