जोहाइर। कल दिनांक 17 दिसंबर 2023 को अगहन संक्रांति के दिन हुड़लुंग गाँव में आदिबासि कुड़मि समाज, हुड़लुंग गाँव महिला समिति द्वारा नंदिनी महतो के नेतृत्व में पारंपरिक रूप से "टुसु थापना" कर एकमासिआ टुसु परब का उचरन किया गया। इस अवसर पर गाँव की छोटी छोटी बच्चियों ने नियमत: मिट्टी के सारूआ (छोटा हांड़ी) में तीन गोबर ढुला, तीन गुंड़ी ढुला, धान, टुस व फुल देकर टुसु थापना किया।
नगेन महतो बानुआर ने बताया कि टुसु मुख्य रूप से धान रूपी अन्न महाशक्ति के सम्मान का प्राकृतिक परब है। आदिकाल से यह टुसु परब अगहन संक्रांति के दिन से टुसु थापना कर पुस संक्रांति के दिन टुसु भासान कर एक महीने तक पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। गुनो महतो पुनरिआर ने बताया कि इस बीच प्रत्येक शाम बच्चियों द्वारा एक एक फुल देकर डिनि टुसु माञ का सेंउरन किया जाता है। प्रत्येक नौ दिन टुसु गित और पांता नाच के साथ जागरन किया जाता है।
मुख्य रूप से भारती महतो, पुजा महतो, लकखि महतो, रवीना महतो आदि ने टुसु थापना किया। इस अवसर पर जिला सह संयोजक प्रकाश महतो, उदित महतो, नमिता महतो, दिबाकर महतो, सुजित महतो, पद्मावती महतो, ममताबाला महतो आदि काफी संख्या में महिला पुरुष व बच्चियाँ शामिल थे।

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