एकेडमिक काउंसिल की बैठक में कई प्रस्तावों को दी गई स्वीकृति
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भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के सिंडिकेट हॉल में एकेडमिक काउंसिल की बैठक सोमवार को कुलपति प्रो. जवाहर लाल की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में पूर्व के वृत्त की पुष्टि भी की गई। कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा की विश्वविद्यालय के अकादमिक एक्सीलेंस के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक संस्थानों के साथ शोध, अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए ज्यादा से ज्यादा एमओयू किया जाएगा। इससे छात्र और फैकल्टी का एक्सचेंज होगा। नई चीजें सीखने को मिलेगी। अनुसंधान और नवाचार को भी बढ़ावा मिलेगा। यहां के छात्र एमओयू किए गए संस्थानों में जाकर अध्ययन और शोध करेंगे। वीसी ने हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (यूएसटीएम) मेघालय के साथ टीएमबीयू के हुए करार के प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने जूलॉजी सहित साइंस फैकल्टी के छात्रों और शिक्षकों से यूएसटीएम मेघालय जाकर अध्ययन करने को कहा था। लेकिन यहां के छात्र और शिक्षक यूएसटीएम नहीं जा सके। इस पर कुलपति ने नाराजगी भी जाहिर किए। उन्होंने कहा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत जितना ज्यादा एमओयू साइन होगा उतना ही ज्यादा विश्वविद्यालय का विकास भी होगा।
टीएमबीयू स्थित ऐतिहासिक तिल्हा कोठी के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण को लेकर आर्थिक सहयोग के लिए जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों आदि से संपर्क करने के लिए एक कमिटी गठित की गई। कमिटी के सदस्य जनप्रतिनिधियों और व्यापारियों से संपर्क साध कर विश्वविद्यालय के विकास और तिल्हा कोठी के जीर्णोद्धार के लिए आर्थिक सहयोग करने का अनुरोध करेगी। बॉटनी के हेड से एमओयू की दिशा में की गई प्रगति की जानकारी ली गई। बॉटनी के हेड ने वीसी को आश्वस्त किया की फरवरी 2024 में एमओयू होने की संभावना है।
एमबीए की डायरेकर डा निर्मला कुमारी ने एमबीए को एक अलग विभाग बनाने की मांग की। टीएमबीयू का एमबीए विभाग फिलहाल पीजी कॉमर्स एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के साथ ही चल रहा है। वीसी ने एमबीए की डायरेक्टर को एक लिखित प्रस्ताव देने को कहा। प्रस्ताव को एकेडमिक काउंसिल, सीनेट, सिंडीकेट आदि से पारित कराकर राज्य सरकार को फैकल्टी के लिए पद सृजित करने के लिए भेजा जाएगा।
पीजी मैथिली विभाग के हेड डा राम सेवक सिंह ने विश्वविद्यालय में बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन ट्रेनिंग (बीपीएड) शुरू करने का अनुरोध किया।
कुलपति ने कहा की 11वीं प्लान में जिन पीजी विभागों ने किताब और उपकरण की खरीददारी की थी उसकी रिपोर्ट सभी विभाग दो दिनों के भीतर विश्वविद्यालय को भेज दें। तय समय सीमा के भीतर रिपोर्ट नहीं भेजने वाले पीजी विभागों के हेड का वेतन रोक दिया जाएगा।
सीबीसीएस कोर्स के तहत सभी विषयों व संकायों के पाठ्यक्रम के अंक में समानता रखने के लिए राजभवन से अनुरोध के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। कई नए कोर्सों के संचालन के लिए कमिटी गठित करने का निर्देश दिया गया।
एकेडमिक काउंसिल की बैठक में डीएसडब्ल्यू डा बिजेंद्र कुमार, रजिस्ट्रार डा गिरिजेश नंदन कुमार, सोशल साइंस के डीन डा संजय कुमार झा, साइंस के डीन डा जगधर मंडल, कॉमर्स के डीन डा पवन कुमार सिन्हा, बीएन कॉलेज के प्रिंसिपल डा अशोक ठाकुर, एसएम कॉलेज के प्रिंसिपल डा मुकेश कुमार सिंह, मारवाड़ी कॉलेज के प्रिंसिपल डा शिव प्रसाद यादव, सीसीसीडी डा एसी घोष, कॉलेज इंस्पेक्टर डा संजय कुमार झा, डा निर्मला कुमारी, डा वेद व्यास मुनि, डा सुदामा यादव, पीआरओ डा दीपक कुमार दिनकर सहित कई पीजी विभागों के हेड और कॉलेजों के प्राचार्य उपस्थित थे।


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