सूर्योदय और अवसर में एक ही समानता है देर करने वाले अक्सर इन्हें खो देते हैं!- *विशल्य सागर जी मुनिराज*
श्री दिगंबर जैन मंदिर,भागलपुर में आज परम पूज्य संत श्री विशल्य सागर जी मुनिराज ससंघ में सानिध्य में आज श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान का अंतिम दिन के अर्घ मंत्रोच्चार अर्थ जाप होम सरस्वती पूजन के साथ बड़े ही भक्ति भाव से हुए।सबसे पहले आदि तीर्थंकर श्री आदिनाथ भगवान के जिनबिम्ब की अभिषेक क्रिया की गयी। विश्व में शांति एवं आत्मीय कल्याण के लिये शांतिधारा के माध्यम से मंगलकामना श्री अभय जी पाटनी सूरत परिवार श्री भागचंद जी संजय कुमार सुनील कुमार जी पाटनी परिवार द्वारा की गई । जिनश्रुत मनीषी गुरुदेव का पाद प्रक्षालन एवं जिनवाणी भेंट करने का सौभाग्य विधान में श्री अभय कुमार सूरत परिवार को प्राप्त हुआ।आज श्री जिनेन्द्र प्रभु की महाआरती समस्त समाज द्वारा 108 दीपक द्वारा की गई ! सिद्धचक्र विधान के संयोजक श्री जयकुमार जी काला, सुमतिदेवी पाटनी, उपसहसंयोजक- श्री सुमंत पाटनी सुशीला देवी छाबड़ा ने बताया कि सभी विभागों के संयोजको द्वारा बहुत अच्छी तरह से अपने जिम्मेदारी को निभाई (भोजन विभाग- विनोद विनायका संजय विनायका आवास एवं परिवहन विभाग श्री सुमित बड़जात्या, टिंकू पाटनी कमलेश पाटनी आहार चर्या विभाग श्री कमलेश पाटनी श्री सुशीला काला पूजा अनुष्ठान विभाग - राजीव पाटनी
सज्जन विनायका वित्त विभाग- आलोक बड़जात्या, निलेश पाटनी, विशाल पाटनी ,स्वागत एवं मंच व्यवस्था- श्री सुनील जैन, अशोक पाटनी, मीडिया एवं जनसंपर्क विभाग- श्री सुनील सुनील पांड्या श्री सुमित जैन, सांस्कृतिक विभाग- श्री राजीव पाटनी श्री सूरज जैन, चिकित्सा विभाग- श्री राजेश पार्टी, श्री मनोज कुमार पाटनी, मुनि चरिया विभाग -श्री राजेश पाटनी, उत्तम पाटनी, आहार चर्या विभाग- कमलेश पाटनी) बाहर से आए हुए सभी अतिथियों विधान आचार्य श्री अजीत जी शास्त्री का सम्मान अध्यक्ष विजय जैन और पदम जैन महामंत्री वारा किया गया, उपरोक्त जानकारी सुनील जैन एवं सुमित जैन ने दी!


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