1972 ईo का पहला स्कूल,स्कूल जाने की नशीब नही हुई पक्की सड़क ..
गोड्डा:गोड्डा जिला के सदर प्रखंड अंतर्गत उच्च विद्यालय जमनी पहाड़पुर 1972 ईo का पहला स्कूल गोड्डा जिला में बताया जा रहा है बताया जाता हैं कि विद्यालय की उम्र वर्तमान में उनचास वर्ष है इसके बावजूद भी पीने का न तो स्कूली बच्चों को स्वच्छ पानी मिला और न ही स्कूल जाने के लिए पक्की सड़क की निर्माण हो पाई है।यहाँ की छात्रा बताती है कि चार दिवारी नही होने के कारण हमलोग असुरक्षित महसूस करते है और न ही इस स्कूल में साइकिल रखने की वेवस्था है जिससे छात्रों के बीच साइकिल चोरी होने का डर हमेशा बनी रहती है छात्र छात्राओं ने काफी आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार मूलभूत सुविधाओं को जल्द से जल्द मुहैया कराए।इधर शिक्षकों का कहना है कि लगभग सभी छात्र-छात्राएं पंद्रह से बीस किलोमीटर की दूरी तय कर स्कूल पढ़ने आते हैं इस विषय पर जब स्कूल के प्रधनाध्यपक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए आरोप सत्य है साथ ही प्रधानाध्यपक ने कहा कि इन सभी सुविधाओं के लिए जिला के आलाअधिकारियों को कई बार लिखित आवेदन दी गई है इसके बावजूद भी अब तक स्कूल वेवस्था में किसी प्रकार की सुधार नही की गई है हालांकि जिला प्रशासन से लेकर सरकार के इस व्यवस्था से प्रधनाध्यपक खुद लाचार है आखिर किस हद तक जिला प्रशासन जा सकती है ये साफ तस्वीरों में देख सकते है प्रधानाध्यापक का कहना है कि विद्यालय के विकास के लिए जिले के आलाअधिकारी व पंचायत के मुखिया व रांची के अपर सचिव को भी आवेदन दिया जा चुका हैं लेकिन आवेदन देने के बाद भी वेवस्था जस की तस बनी रही।हालांकि इस प्रकार की वेवस्था पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं सवाल में सवाल यह भी आ रहा है कि क्या झारखण्ड की आजादी के इतने वर्ष बाद भी वेवस्था अभी भी गोड्डा जिला में अछूता है।हालांकि अब देखना दिलचप्स होगा कि प्रखण्ड प्रशासन से लेकर जिले के आलाधिकारी क्या ऐसे मामले पर क्या संज्ञान लेते हैं या मामले को देखकर भी अनदेखी की जाती है।


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