कमरतोड़ महंगाई के खिलाफ भाकपा-माले ने किया जन प्रतिवाद*
*महंगाई बढ़ाकर मोदी सरकार ने जनता के जीवन को डाला संकट में*
25 जून 2021, भागलपुर शैलेंद्र कुमार गुप्ता की रिपोर्ट
कोरोना महामारी के तबाही भरे दौर में कमरतोड़ महंगाई के खिलाफ वामदलों के अखिल भारतीय विरोध पखवाड़ा (16-30 जून) के आह्वान पर आज भाकपा-माले ने जन प्रतिवाद किया। दर्जनों गरीब - मजदूर स्थानीय सुरखीकल स्थित यूनियन कार्यालय में जुट, कोविड परहेज का पालन करते हुए झंडे - बैनर व मांग पट्टिकाओं से लैश होकर बाहर तिलकामांझी–खंजरपुर मार्ग पर आए और सरकार विरोधी नारे लगाते हुए प्रदर्शन कर▪️पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की बेतहाशा मूल्य वृद्धि वापस लेने,▪️खाद्य सहित सभी आवश्यक वस्तुओं व दवाओं की कीमत को नियंत्रित करने,▪️कालाबाजारी व जमाखोरी पर रोक लगाने एवं▪️इनकम टैक्स के दायरे से बाहर के सभी परिवारों को अगले 6 महीने तक – 7500/- रुपये प्रतिमाह गुजारा भत्ता व प्रति व्यक्ति के दर से 10 किलो चावल-गेंहू के अलावा दाल, तेल, चीनी, मसाला, चाय आदि देने की मांग की।
भयंकर महंगाई से त्रस्त गरीबों - मजदूरों ने मोदी सरकार द्वारा कोरोना महामारी का फायदा उठाकर आवश्यक वस्तुओं व पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में लगातार की जा रही वृद्धि के खिलाफ आक्रोश जाहिर करते हुए मौके पर केंद्र की भाजपा नीत एनडीए सरकार का पुतला भी फूंका।
जन प्रतिवाद का नेतृत्व कर रहे भाकपा-माले के राज्य कमिटी सदस्य कॉमरेड एस के शर्मा और नगर प्रभारी सह ऐक्टू के राज्य सचिव कॉमरेड मुकेश मुक्त ने प्रदर्शनकारियों और जन मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोरोना और लॉकडाउन के इस तबाही भरे दौर में आम मेहनतकशों की क्रय शक्ति काफी कमजोर हो गयी है और भूख का भूगोल लगातार विस्तृत होता जा रहा है। जनता की क्रय शक्ति बढ़ाने की बजाय मोदी सरकार ने खाद्य सामग्रियों, रसोई गैस, पेट्रोल, डीजल आदि की कीमतों को लगातार बढ़ाकर उनके जीवन को और भी गहरे संकट में डाल दिया है। कोविड का नाजायज फायदा उठाकर मोदी सरकार जनता को लूट रही है और इसी दौरान अपने आका, चहेते पूंजीपतियों - आद्योगिक घरानों के लाखों–करोड़ रुपये माफ कर उसके मुनाफे को बढ़ाती जा रही है।
कॉमरेडों ने कहा कि इस दौर में बेरोजगारी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। करोड़ों लोग गरीबी रेखा से नीचे चले गए है और लाखों–लाख लोगों का रोजगार छीन गया है। ऐसी स्थिति में देश भक्त और संवेदनशील सरकार का पहला काम लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना होना चाहिए। किन्तु केंद्र की मोदी सरकार इस अवसर का इस्तेमाल न सिर्फ अपने चहेते पूंजीपतियों का देश की संपत्ति पर कब्जा मजबूत करने के लिए कर रही है बल्कि लगातार जुमलेबाजी और झूठ बोल कर आम आवाम को भरमाने में भी लगी हुई है। आइए ...इसके खिलाफ जन प्रतिवाद तेज करें और महंगाई - बेकारी बढ़ाने वाली इस जनविरोधी - देश विरोधी, कॉरपोरेटपरस्त सरकार को शिकस्त दें।
विरोध प्रदर्शन में भाकपा-माले के राज्य कमिटी सदस्य एस के शर्मा, नगर प्रभारी सह ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त, नगर सचिव सुरेश प्रसाद साह, तिलकामांझी ब्रांच सचिव अमर कुमार, नगर कमिटी सदस्य मनोज कृष्ण सहाय, अमित गुप्ता, बुधनी उरांव, मो. चांद अली व राजेश कुमार, दीपक कुमार, प्रमोद ठाकुर, सजनी देवी, मो.आफताब, रेणु देवी, शीला देवी, सुनैना देवी, मंजू देवी, झुना देवी, मनको देवी, उमा देवी, करुणा देवी, सुदामा देवी, मो. मुसर्रफ, मो. इनाम आदि शामिल रहे।


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