वैशाली जिले के गोरौल
कटहरा ओ पी के हाजत में संदेहास्पद स्थिति में हुई महादलित परिवार के 37 वर्षीय अमरजीत चौधरी की मौत| पुलिस अभिरक्षा में संदेहास्पद मौत की चर्चा में कुछ जुबानों पर पुलिस के बेरहमी से पिटाई बताया जा रहा है| तो कुछ जुबानों पर पुलिसिया भाषा में आत्महत्या कहीं जा रही है | पुलिस की हिरासत में मौत को लेकर आरक्षी अधिक्षक वैशाली मनीष कुमार घटना स्थल कटहरा ओ पी परिसर में पहुंचकर लगभग दो घंटा से अधिक समय तक ओ पी में कार्यरत पुलिस कर्मियों से बारी बारी से गहन पुछताछ की | आरक्षी अधिक्षक वैशाली मनीष कुमार ने मिडिया से मुखातिब होकर 24 घंटों के अन्दर दोषी पर कारवाई व पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की बात कही ं| देखते ही देखते पुलिस छावनी में हुई तब्दील|
इसी दौरान विधि विज्ञान प्रयोगशाला मुजफ्फरपुर की टीम जांच में जुटी|
मिली जानकारी के अनुसार कटहरा ओ पी क्षेत्र बहबलपुर गांव निवासी शत्रुघ्न चौधरी के 37 वर्षीय पुत्र अमरजीत चौधरी को कटहरा पुलिस ने 7 मार्च को बहबलपुर दलित टोला से आलु लाने के दौरान यह कहकर हिरासत में ले लिया था कि पिता शत्रुधन चौधरी द्वारा मारपीट करने के मामले में तुम्हें आरोपित करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दी गई है| मृतक अमरजीत चौधरी को हुई मौत से पुलिस के विरुद्ध तरह तरह की चर्चाएं की जा रही है| मृतक अमरजीत चौधरी दो भाईयों में बड़ा था| जिसकी शादी लगभग दस वर्षों पूर्व में हुई थी| पति पत्नी के बीच विरोधाभास के बाबजूद भी एक जन्म ली | पर दोनों के बीच संबंध मधुर नहीं हो पाया | पत्नी अपने पति व बच्चे को छोड़ अन्यत्र चली गई है| तब से माता पिता छोटे भाई सभी एक साथ अपने निवास स्थान बहबलपुर गांव में रहते थे | छोटा भाई संजीत रजक वर्तमान में प्रदेश में है| इसी दौरान पिता शत्रुघन रजक और पुत्र अमरजीत चौधरी के बीच किसी बात को लेकर मारपीट की घटना घटी | जिसको लेकर पिता ने पुत्र के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था| |भले ही प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई|पर पुलिस ने मृतक अमरजीत चौधरी को उसी दिन हिरासत में ले लिया| रविवार के रात, सोमवार के दिन रात पुलिस ने पिता पुत्र के मामले में गहन पुछताछ करती रही | मंगलवार के अहले सुबह उसकी मौत की चर्चा चौक चौराहे पर होने लगी |
पुलिस के मुताबिक़ मृतक चौधरी की तबियत बिगड़ने की स्थिति में मंगलवार को उपचार हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चेहराकलां में भर्ती कराया गया जहाँ चिकित्सक ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर के लिए भेज दिया| जबकि आक्रोशित लोग महुआ - मुजफ्फरपुर मुख्य मार्ग में प्रखण्ड मुख्यालय चौक पर टायर जलाकर सड़क जाम किया| समाचार लिखे जाने तक आक्रोशित लोग कटहरा ओ पी के आसपास मेरे रहे थे| वही दूसरी ओर पुलिस पुरी तरह निपटने के लिए तैयारी कर ली है.


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