सभी धर्मों और जातियों को साथ लेकर चलने की परंपरा ही भारतवर्ष को विश्व की सर्वश्रेष्ठ गणतंत्र बनाती है - राजा चौधरी
सनोवर खान ब्यूरो रिपोर्ट पटना
पटना:इस साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर जदयू के वरिष्ठ नेता राजा चौधरी के आह्वान पर देश के करीब 500 विभिन्न स्थानों पर स्थानीय सबसे बुजुर्ग और महिला से झंडोतोलन करवाया गया। हर साल यह संख्या बढ़ती ही जा रही है। चौधरी ने 2018 में देश के लोगों से यह अपील किया था कि अपने निवास स्थान के नजदीक चौराहे या सार्वजनिक स्थान पर स्थानीय सबसे बुजुर्ग महिला और पुरूष से झंडोत्तोलन करवाएं, चाहे वह किसी भी धर्म और जाति के हों साथ ही अमीर हों या गरीब क्योंकि ये अंतिम पीढ़ी है जो गुलामी का समय देख चुकी है। इस तरह हम उनके साथ साथ सभी बुजुर्गों, जाति, धर्म सबका सम्मान भी कर सकते हैं और उनसे उस समय की विभीषिका जान कर तथा आज की स्वतंत्रता का तुलना कर सही आकलन भी कर सकते हैं। इस कार्य से गणतंत्र एवं स्वतंत्रता दोनों शब्द की सही परिभाषा भी परिलक्षित होगी। सभी धर्मों और जातियों को साथ लेकर चलने की परंपरा ही भारतवर्ष को विश्व का सर्वश्रेष्ठ गणतंत्र बनाती है।
चौधरी ने अपने निवास स्थान, पटना साहिब जदयू कार्यालय में झंडोत्तोलन करने के बाद अपने निवास स्थान के समीप नागा बाबा के मंदिर के चौराहे पर स्थानीय 92 वर्षीय बुजुर्ग पुरूष बसंत लाल यादव और 98 वर्षीय बुजुर्ग महिला सुमित्रा रजक से लगातार तीसरे साल झंडोत्तोलन करवाया। चौधरी ने आशा व्यक्त की है कि एक दिन सम्पूर्ण देश में यह परंपरा लागू होगी और यह कार्य गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के शब्दों को परिलक्षित करते हुए उसकी सच्ची पहचान बनेगी।


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