भारत के कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की बिहार राज्य कमिटी ने निम्नलिखित वक्तव्य प्रेस के लिए प्रसारित किया है–
बिहार विधानसभा के आगामी चुनाव के संबंध में चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों से भारी चुनावी धांधली की आशंका है। इन दिशा-निर्देशों का लाभ उठाकर सत्ताधारी दल जनता के बदलाव की आकांक्षा का गला घोंट सकते हैं।
अन्य दिशा निर्देशों के अलावे एक बड़ी जनसंख्या के लिए पोस्टल मतदाता पत्र के जरिए मतदान की व्यवस्था में चुनाव में सबसे ज्यादा गड़बड़ी की संभावना है। इस सिलसिले में कोरोना से पीड़ित, संक्रमण की आशंका एवं क्वॉरेंटाइन रहने वाले लोगों के लिए पोस्टल बैलेट पेपर की व्यवस्था का इस्तेमाल शासक दलों द्वारा अपने पक्ष में किया जा सकता है।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की बिहार राज्य कमिटी इन दिशा निर्देशों को तत्काल वापस लेने एवं पारदर्शी नए दिशा-निर्देशों की घोषणा के मांग करती है। चुनाव आयोग निष्पक्ष, पारदर्शी एवं स्वतंत्र ढंग से चुनावी प्रक्रिया सुनिश्चित कराने के अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करें।


0 comments: