ज्ञात हो कि दलित टोला का 45 वर्षीय नाजो दास आज खेत में काम कर रहा था कि अपराह्न एकाएक झमाझम वारिस होने लगा, मेघ भी गर्जने लगा और बिजली भी चमकने लगा ।नाजो को जब वज्रपात का भय होने लगा तो यह खेत से निकल दौड़ कर अपने घर की ओर भागने लगा, लेकिन कुछ ही दूर जाने के बाद इसके आगे ही तेज रौशनी के साथ वज्रपात हुआ और वहीं पर इसका पंख-पखेरू उड़ गया । कुछ ही मिनटों में लोगों हुजूम इकट्ठा हो गया, सारे लोग विलाप करने लगे । लेकिन क्या फायदा बेचारा नाजो तो दुनिया से उठ चुका था । * के पी चौहान बाँका ।


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