गोपालगंज से आलोक कुमार पाण्डेय की रिपोर्ट।
गोपालगंज:-मांझा प्रखंड के पुरैना, बरौली प्रखंड के देवापुर और बैकुंठपुर के पकहा में तटबंध टूटने से दर्जनों गांव प्रभावित हो गये हैं. बल्कि लगातार नदी का पानी नये गांव में प्रवेश कर रहा है. गांव में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाया जा रहा है. चारों तरफ हहाकार मचा हुआ है।
वहीं दिल्ली से असम को जोड़नेवाली ईस्ट एंड वेस्ट कॉरिडोर यानी एनएच 28 बाधित हो गया है. बड़े वाहनों के परिचालन पर ग्रामीणों के द्वारा बैरिकेडिंग कर रोक लगा दी गयी है. वहीं तटबंध के टूटने से गोपालगंज के अलावा सीवान व छपरा के गांव भी प्रभावित होने लगे हैं।
बांध के टूटते ही लोग अपने मवेशियों को लेकर ऊंचे स्थानों पर जाने लगे हैं। ऊपर असमान से लगातार बारिश हो रही है और नीचे पानी के बहाव की वजह से लोगों की मुश्किलें दोगुनी हो गईं. उनके घरों के आसपास पानी फैलने लगा है. गुरुवार की मध्य रात्रि जैसे ही बांध टूटा वैसे ही लोगो में अफरातफरी मच गयी। उनकी समस्या है कि आखिर कोरोना काल में वे जाएं तो कहां जाए।
लोगों का कहना है कि सारण मुख्य तटबंध रात में टूट गया. जिससे देवापुर में दस हजार लोग प्रभावित हुए हैं. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी दो बार ऐसा हो चुका है। उनका कहना है कि देवापुर गांव के साथ ही बाढ़ के कारण गोपालगंज, सिवान और सारण जिले भी प्रभावित होंगे.


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