गया से राजेश मिश्रा की रिपोर्ट
डाॅ॰ प्रेम कुमार, माननीय मंत्री, कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार ने सहायक निदेषक, उद्यान, गया शषांक कुमार से उद्यान निदेषालय द्वारा क्रियान्वित मुख्यमंत्री बागवानी मिषन योजना अन्तर्गत पपीता लगाये जाने की योजना की प्रगति की जानकारी प्राप्त किया।
जानकारी लेने के बाद माननीय मंत्री ने कहा कि गया के लिये पपीता की खेती की खेती के लिये मुख्यमंत्री बागवानी मिषन योजना अन्तर्गत गया जिला को 40 हेक्टेयर का लक्ष्य प्राप्त है। एक किसान अधिकतम ढ़ाई एकड़ एवं कम से कम आधा एकड़ में पपीता लगाने के लिये आवेदन कर सकते हैं। आवदेन के साथ पपीता लगाये जाने वाले खेत की रसीद, आधार, फोटो आदि उपलब्ध कराना होगा। एक एकड़ में पपीता का 1000 पौधा लगता है, इस प्रकार आधा एकड़ में 500 पौधा लगेगा। पौधे की कीमत 20 रुपये निर्धारित है जिस पर 90 प्रतिषत अनुदान देय है, इस प्रकार किसान को एक पौधे के लिये मात्र 02 रुपये व्यय करने पडे़गें। आधा एकड़ में 500 पौधा लगाने के लिये आवेदन के साथ 1000 रुपये किसान को खर्च करना पड़ेगा। माह अगस्त में पौधा सेन्टर आॅफ एक्षलेन्स से उपलब्ध कराया जायेगा। योजना अन्तर्गत पहले साल लगाये गये पौधों के 90 प्रतिषत पौधें दूसरे वर्ष जीवित रहने पर एक हेक्टेयर पर 15000 रुपये की दर से भुगतान किया जायेगा। पपीता के उन्नतषील प्रभेद से एक वर्ष में 40 से 50 किलो पपीता आराम से उत्पादित होता है। यदि पपीता का औसत बाजार मूल्य 30 रुपये रखा जाय तो आधा एकड़ मे लगाये गये 500 पौधों से आसानी से 04 से 05 लाख रुपये तक शुद्ध कमायी की जा सकती है। योजना के लिये आॅनलाईन के साथ ही आॅफलाईन आवेदन भी लिया जा रहा है। आवेदन करने के लिये प्रखण्ड कृषि कार्यालय में प्रखण्ड उद्यान पदाधिकारी, प्रखण्ड तकनीकी प्रबन्धक अथवा सहायक तकनीकी प्रबन्धक से सम्पर्क किया जा सकता है। आवेदक को पहले आओ पहले पाओ के आधार पौधे उपलब्ध कराये जायेंगे।


0 comments: