-तेज बारिश से कीचड़ से पटीं कुचायकोट की सड़कें
- में दो दशक पूर्व शीशे की तरह चमकती थीं क्षेत्र की सड़कें
-वर्तमान सरकार में उपेक्षित हुईं सड़केें
संवाददाता, कुचायकोट दीपक दुबे कि रिपोट
कभी दो दशक पूर्व की सरकार में शीशे की तरह चमकने वाली कुचायकोट प्रखंड क्षेत्र की सडकें आज कल बदहाल हो गईं हैं. उक्त सड़कों का जीर्णोद्धार कार्य करने के लिए आज तक किसी जन प्रतिनिधि का ध्यान नहीं गया। क्षेत्र की ग्रामीण सड़कों के अलावे मुख्य पथ भी बदहाल पड़ हैं. मुख्य बाजार कुचायकोट से भठवा मोड़ सासामुसा से सेमरा बाजार होते हुए उत्तर प्रदेश की सीमा को जोड़ने वाली सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है. इस सड़क में गांव के समीप मुख्य रूप से डेढ़ से दो फुट तक गड्ढे बन गए हैं. जिसके चलते दुर्घटनाएं होती रहती हैं. कभी-कभी बस बरसात के दिनों में गड्ढे में फंस जाती है। जिसे घंटों क्रेन द्वारा काफी मशक्कत करने के बाद निकाला जाता है. हल्की सी बारिश में भी यह सड़क कीचड़ से पट जाती है। जिससे बाइक सवार अक्सर दुर्घटना के शिकार होते रहते हैं।
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कौन-कौन सी सड़कें हैं बदहाल
कुचायकोट बाजार भठवा मोड़ के पैतृक गांव भठवा गांव स्थित थाना से कुचायकोट अस्पताल होते हुए उचकागांव बगाहुच के रास्ते भूपतीपुर पुर टोला होते हुए कुचायकोट रेलवे स्टेशन तक जाने वाला पथ बिल्कुल खराब है,
नेचुआ जलालपुर बाजार से ढोढवलिया गांव जाने वाला रास्ता भी बिल्कुल खराब हो गया है वही ढोढवालिया गांव से से जलालपुर बाजार तक जाने वाला पथ, गोपालगंज जलालपुर मुख्य पथ बिल्कुल खराब हो गया है राजपुर गांव होते हुए बलथरी बाजार तक जाने वाला पथ, बाजार के रास्ते दुबे खरेया गड्ढे में तब्दील हो गया है। इस कारण बरसात के दिनों में सड़कें कीचड़ से पट जाती हैं।
क्या कहते हैं ग्रामीण।
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कुचायकोट बाजार के सम्मानित व गणमान्य व्यक्ति व पैक्स अध्यक्ष विनोद कुमार वार्ड सदस्य राकेश दुबे वार्ड सदस्य रघुवेश द्विवेदी पूर्व सरपंच संजय कुमार वर्तमान सरपंच संतोष कुमार गांव के जलालपुर गांव के निवासी तथा जलालपुर बाजार व्यवसाय निवासी सहित कई लोगों ने बताया कि लोकसभा व विधानसभा चुनाव आने के समय विभिन्न दलों के प्रत्याशी सड़कों का निर्माण कार्य कराने के अलावे कई तरह के वादा करते हैं. चुनाव बीत जाने के बाद सभी लोग अपने द्वारा किए गए वादे को रद्दी की टोकरी में डाल देते हैं. जबकि सड़क निर्माण कार्य के लिए कई बार धरना प्रदर्शन के अलावे जनप्रतिनिधियों से मिलकर आग्रह किया जा चुका है. फिर भी आज तक सड़क निर्माण करने में किसी ने ध्यान नहीं दिया. इस बार आने वाले विधानसभा चुनाव में विभिन्न सड़कों से जुड़े हुए सैकड़ों गांव के लोग मतदान कार्य का बहिष्कार करने का निर्णय ले चुके हैं।





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