*38 जिलों के समेकित उपलब्धि में गया रहा प्रथम*
धीरज गुप्ता
गया जल-जीवन-हरियाली अंतर्गत सभी जिलों से प्राप्त प्रतिवेदन एवं जल-जीवन-हरियाली पोर्टल पर अंकित आंकड़ों के आधार पर मई 2020 की ड्राफ्ट रैंकिंग में गया सम्पूर्ण बिहार में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जल-जीवन-हरियाली पोर्टल पर अंकित कुल 10 प्रपत्रों में कुल 100 नंबर में 56.942 नंबर प्राप्त कर समेकित रैंकिंग में गया प्रथम स्थान प्राप्त किया, दूसरे नंबर पर वैशाली एवं तीसरे नंबर पर समस्तीपुर जिला रहा है।
जल-जीवन-हरियाली योजना के जिन क्षेत्रों में गया ने विशेष उपलब्धि प्राप्त की है उनमें 5 एकड़ तक के 578 जल संरचनाओं में से सभी में शत-प्रतिशत कार्य प्रारंभ है। लघु जल संसाधन विभाग द्वारा 47 में से 23 चेक डैम में कार्य प्रारंभ करा दिया गया है।2068 आहर में से 1381 में जीर्णोद्धार कार्य प्रारंभ कराए गए हैं तथा 1281 में कार्य पूर्ण कराए जा चुके हैं। 771 पईनों में से सभी पइनों में जीर्णोद्धार कराया जा चुका है।
12418 चापाकलों के समीप सोख़्ता का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया गया, जिनमें से 11931 चापाकलों के समीप सोख़्ता का निर्माण कार्य पूर्ण कराया जा चुका है।गया के कुल 630 चेक डैम व जल संचयन के अन्य संरचनाओं में से 332 में निर्माण कार्य प्रारंभ कराए गए हैं। नए जल स्रोतों के सृजन में भी गया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है।पशु एवं मत्स्य विभाग द्वारा नए जल स्रोतों के सृजन में गया चौथे पायदान पर है।भावनों में छत वर्षा जल संचयन के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य 834 में से 747 में कार्य प्रारंभ कर दिए गये हैं तथा शिक्षा विभाग के 583 भवनों में छत वर्षा जल संचयन का कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के 117 भवनों में से 56 भवनों में छत वर्षा जल संचयन का कार्य प्रारंभ कराए गए तथा 36 में कार्य पूर्ण कराए गए हैं।पौधाशाला सृर्जन के अंतर्गत गया में 827300 पौधे लगाए गए हैं। 8788.5 एकड़ में जैविक खेती एवं टपकन सिंचाई कराई जा रही है।
मई महीने में राष्ट्र रैंकिंग में गया जिला को अब्बल स्थान मिलने पर जिलाधिकारी ने जल जीवन हरियाली योजना के तहत कार्य करने वाले सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को बधाई दी है।


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