प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से भागलपुर के मौलाना चक एवं तातारपुर रेलवे क्रॉसिंग़ रास्ते को पूर्व की तरह बहाल रखने की मांग रिजवान खान ने की
संवादाता।फैजुल शेख
भागलपुर, बिहार समाजिक कार्यकर्ता रिज़वान खान ने प्रधानमन्त्री श्रीमान नरेन्द्र मोदी जी से निवेदन करते हुए कहा है कि बिहार के भागलपुर शहर में भागलपुर जंक्शन के नज़दीक मौलाना चक स्थित हज़रत शाहबाज मोहम्मद भागलपुरी रहमतुल्ला अलैय की दरगाह और मस्जिद जो लगभग 450 चार सौ पच्चास वर्ष पुरानी है, इनकी दरगाह पर मुगल बादशाह शाहजहां बादशाह बनने से पहले हज़रत शाहबाज मोहम्मद भागलपुरी रहमतुल्ला अलैय से मिलने आये थे, हज़रत शाहबाज मोहम्मद भागलपुरी रहमतुल्ला अलैय भागलपुर में वालियों के बादशाह हैं, इन के दरबार पर आने वाले हर की मुराद पूरी होती है,हज़रत के दरबार में हाजरी देने के लिये हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सभी धर्मों के लोग आते हैं,हज़रत शाहबाज मोहम्मद भागलपुरी रहमतुल्ला अलैय के दरबार में देश के माननीय रेल मंत्री, माननीय रेलराज्य मंत्री , कई केंद्रीय मंत्री, महामहिम राज्यपाल, बिहार के कई माननीय मुख्यमंत्री, बहुत सारे लोकसभा सांसद, राज्य सभा सांसद, विधायक भी अपनी हाजरी दे चुके है, हज़रत के दरगाह पर हर गुरुवार और शुक्रवार को बहुत ज्यादा संख्या में जनता अकीदतमंद की भीड़ लगती है , लोग दूर दूर से इन के दरबार में हाजरी देने आते है,हज़रत के वार्षिक उर्स पर लाखों की संख्या में भीड़ दरगाह में लगती है ,जिस में देश भर के लोग आते हैं, प्रधानमंत्री जी देश में अंग्रेजी हुकूमत ने जब दिल्ली से हावड़ा को राजधानी बनाने जारही थी तो उस समय दिल्ली से भागलपुर होते हुए हावड़ा जाने के लिए भागलपुर में रेल पटरी बिछाने और स्टेशन बनाने के लिये इनको जमीन की जरूरत पड़ी तो हज़रत शाहबाज मोहम्मद भागलपुरी रहमतुल्ला अलैय के खानदान के उस समय के सज्जादा नशी से अंग्रेजी शासन ने रेलवे लाइन बिछाने और स्टेशन बनाने के जमीन देने का आग्रह किया था, तो सज्जादा नशी ने अपने भागलपुर की तरक्की के लिये अपनी जमीन रेलवे पटरी बिछाने और स्टेशन बनाने के लिये दान कर दिया था, भागलपुर में रेल पटरी बिछने और स्टेशन बनने के सैंकड़ों वर्षों पहले से 1 एक रास्ता हज़रत शाहबाज मोहम्मद भागलपुरी रहमतुल्ला अलैय के गद्दी घर तातारपुर से मौलाना चक जाने के लिये बना हुआ था, 2 दूसरा रास्ता तातारपुर से मौलाना चक हज़रत शाहबाज मोहम्मद भागलपुरी रहमतुल्ला अलैय की दरगाह एवं मस्जिद जाने के लिए बना हुआ था, अंग्रेजी शासन ने तातारपुर और मौलाना चक के दोनों रास्तों पर रेल पटरी बिछा कर इसे रेलवे क्रॉसिंग़ रास्ता बना दिया था,जो अंग्रेजी हुकूमत के सैंकड़ों वर्षों क बाद भी दोनों रास्तों पर रेलवे क्रॉसिंग़ रास्ता आज भी मौजूद हैं,इन दोनों रेलवे क्रॉसिंग़ रास्ता से हर दिन 50 मोहल्ला की बड़ी आबादी हजारों जनता के आने जाने का एक ही मुख्य रास्ता है, इस रास्ते से रोजाना हजारों की संख्या में जनता आती जाती है, अंग्रेजी हुकूमत ने भागलपुर में रेलवे पटरी बिछाने के समय भागलपुर जंक्शन स्टेशन और प्लेटफार्म रेलवे क्रासिंग के नज़दीक होने के कारण मानव सहित सुरक्षा गेट नहीं दिया था,जो अब तक वैसे ही दोनों रेलवे क्रॉसिंग़ रास्ता चल रहा है, इन दोनों रेलवे क्रॉसिंग़ का रास्ता लोगों के आने जाने से खराब होने पर रेलवे की ओर से जल्द ठीक नहीं किया जाता है , जनता के कहने पर रेलवे के अधिकारी का जब मन करता है, तब वह क्रासिंग रास्ता को ठीक करवाते हैं, महोदय नंबर 1 तातारपुर से मौलाना चक गद्दी जाने वाले रेलवे क्रॉसिंग रास्ते में 1965 के आसपास में रेलवे की ओर से फूट ओवर ब्रिज का बनाया गया था, जो कुछ वर्षों तक चला,लेकिन सीढ़ी का मेंटनेंस नहीं होने के कारण फुट ओवर ब्रिज खत्म होकर खत्म हो गया , नबर 2 तातारपुर से मौलाना चक हज़रत शाहबाज मोहम्मद भागलपुरी रहमतुल्ला अलैय की दरगाह मस्जिद पर जाने वाले रेलवे क्रॉसिंग़ रास्ता पर अगर माल गाड़ी काफी समय तक रूकी रहने पर रेलवे कर्मचारियों की तैनाती रहती थी, जिस से वह माल गाड़ी के डब्बा को रेलवे क्रॉसिंग़ रास्ता से पीछे हटाने का काम करते थे,,ताकि अकीदतमंद और श्रद्धालु मस्जिद दरगाह पर जाने वालों के साथ आम लोग भी अपने घर की ओर आसानी आ जा सकें,
अतः आप श्रीमान महोदय से हम आग्रह करते हुए मांग करते है कि भागलपुर जंक्शन के नज़दीक बने मौलाना चक,एवं तातारपुर के दोनों रेलवे क्रॉसिंग़ रास्ता को यथावत बरकरार रखते हुए इस के रास्ते को पक्का कर इस पर मानव सहित सुरक्षा गेट लगवाने की कृपा करें,इस कार्य के लिये हम और पूरी जनता आप के सदा आभारी बने रहेंगे,


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