अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मुजफ्फरपुर महानगर इकाई द्वारा पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के
साथ यौन शोषण उनकी सामूहिक अस्मिता का हनन एवं उनके परिवारों पर सुनियोजित अत्याचार, राज्य सरकार द्वारा संरक्षित अपराधियों द्वारा किया जा रहा है, इसी को लेकर लंगट सिंह महाविद्यालय से कलमबाग चौक तक आक्रोश मार्च निकाला गया।
मुजफ्फरपुर महानगर जिला संयोजक मयंक मिश्रा ने कहा पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हिंदू महिलाओं के साथ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं द्वारा बलात्कार की घटनाएं मानवता को झकझोर देने वाली हैं। तृणमूल कांग्रेस का पूरा नेतृत्व आरोपियों को बचाने में लगा हुआ है। यह सब 1946 में स्वतंत्रता-पूर्व संयुक्त बंगाल के नोआखाली की विध्वंसक घटना की याद दिला रहा है।
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली क्षेत्र की महिलाओं के साथ यौन शोषण एवं उनकी अस्मिता का हनन जिहादी समूह द्वारा किया जा रहा है। अधिकांश पीड़ित महिलाएं अत्यंत पिछड़े एवं अनूसूचित वर्ग की हैं।
लंगट सिंह महाविद्यालय सह मंत्री कुमारी नैना ने कहा की पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की वोट-बैंक की संकीर्ण राजनीति के कारण महिलाओं की अस्मिता के साथ खिलवाड़ करने वाली ताकतें चरम पर हैं, जो मानवता को शर्मसार करने का कार्य कर रही हैं। तृणमूल कांग्रेस के नेताओं द्वारा पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हिंदू महिलाओं और नाबालिग कन्याओं को चिन्हित कर उनका भयपूर्वक अपहरण कर पार्टी कार्यालय में लाकर अत्याचार और दुराचार के कई मामले सामने आए हैं, जो संपूर्ण मानवता को शर्मसार करने वाले हैं
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य उजमा फातिमा ने कहा कि भारत की माननीय राष्ट्रपति से पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार के नेतृत्व में चल रहे सत्ता प्रायोजित एवं सत्ता सम्पोषित हिंसा और महिलाओं की सामूहिक अस्मिता के हनन पर अविलंब अंकुश लगाए जाने और संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय प्रदान करने की मांग करती है। मौके पर अभाविप के कॉलेज अध्यक्ष सुशांत सिंह, दिपेश कुमार, आलोक कुमार, दीपक सिंह, उज्ज्वल कुमार, निखिल कुमार, कार्तिक कुमार पांडे, किशलय, विश्वजीत, नवीन, अर्णव, अंकित, सिद्धर्थ, रिचा , अंजली,प्रिया, किशन के अलावा सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
मुजफ्फरपुर से जिला संवाददाता सतीश कुमार झा कि रिपोर्ट।



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