भाकपा-माले का मजदूर-किसान संघर्ष यात्रा, 21 से 24 नवम्बर तक
*26, 27 व 28 नवम्बर को पटना के महापड़ाव में शामिल होंगे हजारों मजदूर-किसान*
16 नवम्बर 2023, भागलपुर
'जो किसान-मजदूर की बात करेगा – वही देश पर राज करेगा' व 'संविधान पर हमला नहीं सहेंगे – अपना हक हम लेकर रहेंगे' के आह्वान के साथ भाकपा-माले ने 21 से 24 नवम्बर 2023 तक भागलपुर सहित पूरे राज्य में मजदूर-किसान संघर्ष यात्रा आयोजित की जाएगी। ये जानकारी देते हुए पार्टी प्रभारी व ऐक्टू के राज्य सचिव कॉमरेड मुकेश मुक्त ने बताया कि संघर्ष यात्रा के बाद 26, 27 व 28 नवम्बर 2023 को ट्रेड यूनियनों व किसान संगठनों के देशव्यापी आह्वान पर पटना (राज्यों की राजधानी) में आयोजित तीन दिवसीय महापड़ाव में हजारों मजदूर - किसान शामिल होंगे और अपनी मांगों को बुलन्द करेंगे।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मंहगाई बढ़ाकर कृषि लागत को लगभग दुगुना कर दिया और आम लोगों के जीवन को संकट डाल दिया। बेरोजगारी, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं के निजीकरण ने मजदूर-किसान परिवारों की ज़िन्दगी सांसत में डाल दी। कोरोना काल में उसने मजदूरों पर हमला बोलते हुए व मजदूर हित के श्रम कानूनों को खत्म कर मालिक पक्षीय 4 लेबर कोड लाया है और काम के आठ घंटे की बजाए बढ़ाकर बारह घंटे कर दिया। आदिवासियों के जल-जंगल-जमीन के अधिकार पर चौतरफा हमले बोल दिए गए। मोदी सरकार ने अडानी समेत बड़े कारपोरेट घरानों के लाखों-लाख करोड़ के कर्ज माफ कर दिया है और दूसरी तरफ किताब, रोटी-दाल व लाश फूंकने पर जीएसटी लगाकर आम आदमी को निचोड़ना जारी रखा है। एक तरफ फाइव ट्रिलियन इकोनॉमी का सब्जबाग है और दूसरी तरफ भुखमरी के वैश्विक सूचकांक में लगातार लुढ़कता हुआ भारत (125 देशों की सूची में भारत 111वें स्थान पर) है! केंद्र के मोदी सरकार की इन मजदूर-किसान व आम नागरिक विरोधी नीतियों-कार्रवाइयों के खिलाफ भाकपा-माले ने 21 से 24 नवम्बर तक मजदूर-किसान संघर्ष यात्रा और फिर ट्रेड यूनियनों व मजदूरों संगठनों के आह्वान पर पटना में 26 से 28 नवम्बर तक तीन दिवसीय महापड़ाव का आयोजन होगा।
*मुकेश मुक्त*
नगर प्रभारी, भाकपा-माले, भागलपुर

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