नेपाली पथ में लगे 'गोपाल सिंह नेपाली पथ' की सूचना-पट्ट
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भागलपुर-बिहार, शुक्रवार 11 अगस्त 2023 |
जन-जन के राष्ट्रकवि गोपाल सिंह नेपाली की 112 वीं जयंती पर 'शब्दयात्रा भागलपुर' का दो-सदस्यीय प्रतिनिधि-मंडल, जिसमें 'शब्दयात्रा' के अध्यक्ष श्री पारस कुंज और स्वागताध्यक्ष श्री विकास झुनझुनवाला थे, भागलपुर नगर निगम की महापौर डॉ वसुंधरा लाल को, एक स्मार-पत्र प्रदान कर, स्थानीय अंबेदकर (स्टेशन) चौक के 'गेलार्ड होटल' से 'बड़ीबाटा' होते हुए दुग्धेश्वरनाथ चौक के 'मेला स्टोर' तक की सर्व-स्वीकृत गोपाल सिंह नेपाली सड़क में 'गोपाल सिंह नेपाली पथ' नामक सूचना-पट्ट लगाने संबंधी मांग की |
इस अवसर पर उपस्थित वार्ड-संख्या 19 की विद्वान पार्षद, पूर्व उपमुख्य महापौर डॉ प्रीति शेखर ने भी जनहित के मद्देनजर इसमें अपनी सहर्ष-सहमति प्रदान की |
पत्र में उन्होंने लिखा है कि - राष्ट्रकवि गोपाल सिंह नेपाली के नाम से नगर निगम, भागलपुर ने विगत 28 अप्रैल 2010 में ही उक्त सड़क का नामकरण - 'गोपाल सिंह नेपाली पथ' के रूप में स्वीकृति कर दिया है | ... अब जबकि 'सुदृढ़ नगर (स्मार्ट सिटी) भागलपुर' परियोजना संबंधी सौंदर्यकरण-कार्य प्रगति पर है तो, 'गोपाल सिंह नेपाली पथ' का बोर्ड भी यथेष्ट-स्थल पर लगवाने का पावन-कार्य करवा दिया जाये |
ज्ञात हो कि आज से 112 वर्ष पूर्व 11 अगस्त 1911 को बेतिया (पश्चिम चम्पारण), बिहार में जन्मे हिंदी के राष्ट्रीय-सपूत कविवर गोपाल सिंह नेपाली का, 17 अप्रैल 1963 को एकचारी से भागलपुर आते समय रेल-डब्बा में ही संदेहास्पद मौत हो गई थी | तब वे चीनी-आक्रमण के खिलाफ आम जनता और भारतीय सेना के मनोबल को अपनी क्रांतिकारी रचनाओं से जगा रहे थे | भागलपुर-जंक्शन पर उनके पार्थिव शरीर को उतारा गया और अगली सुबह 18 अप्रैल 1963 को तिरंगा में लिपटा कर नगरभर भ्रमण के बाद स्थानीय बरारी श्मशान घाट पर पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि कराई गई थी |


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