भागलपुर
भागलपुर 23 जुलाई अंबेडकर चौक पर भागलपुर के संवेदनशील नागरिकों की ओर से एक प्रतिवाद सभा का आयोजन किया गया इसमें केंद्र सरकार के सह पर उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा गांधी विनोबा की विरासत पर हमले की हेमा कीनिंदा की गई विभिन्न वक्ताओं ने मणिपुर में विगत 80 दिनों से चल रही हिंसा को सरकार द्वारा प्रायोजित माना यह सरकार नफरत का समाज बनाना चाहती है संविधान और संवैधानिक मर्यादाओं को ताक पर रख दिया गया है अनीता शर्मा ने कहा कि महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा गांधी की विरासत को जो प्रेम की विरासत है उसको हम खत्म नहीं होने देंगे मृत्युंजय ने देश में नफरत समाज बनाने की कोशिशों की ओर इशारा करते हुए कहा कि हमें सचेत होने की जरूरत है नहीं तो आजादी के मूल्यों को यह सरकार मटिया में ऐड कर देगी अनुल होधा ने कहा की समाज परिवर्तन की धारा को कुंद करने वाली शक्तियां आज प्रभावी हो गई है वह गांधी अंबेडकर और भगत सिंह के विचारों की हत्या करना चाहती है विचार ऐसे मरते नहीं हैं वासुदेव भाई ने राजघाट वाराणसी में सर्व सेवा संघ की जमीन उसके प्रकाशन जिस जमीन पर बनी है जो विनोबा की साधना स्थली है उस पर बुलडोजर का चलाने का काम कर रही है ऐसी सरकार की तानाशाही को बर्दाश्त करना एक जागरूक नागरिक के लिए अत्यंत अपमानजनक है उदय जी ने बताया कि जिनका आजादी की लड़ाई में जरा सा भी हाथ नहीं था जिन्होंने राष्ट्रीय ध्वज को भी स्वीकार नहीं किया था वह तो भगवा को राष्ट्रध्वज बनाना चाहते थे ऐसे हिंदू राष्ट्र के पैरोंकार का संविधान पर हमला है न्यायालय न्याय नहीं दे पा रही पैसला दे रही है अर्जुन शर्मा ने कहा की केंद्र में बैठी हुई सरकार पूंजीपतियों की सरकार है पूंजीपतियों की गुलामी करती है गरीबों को कुचलने वाली सरकार है उमेश प्रसाद नीरज ने जोरदार आवाज के साथ कहा की जागरूक जनता अन्याय बर्दाश्त नहीं करती बिहार की धरती परिवर्तन की धरती है हम गांधी विचार पर हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे यहीं से कोई ज्वाला निकलेगी वह ज्वाला प्रेम की होगी सद्भाव की होगी शांति की होगी जिसमें हिंसा की ये सारी ताकते भूत हो जाएगी डॉक्टर देशराज वर्मा जनता से अपील की की सच कहने के लिए सड़कों पर आइए चर्चा को आगे बढ़ाइए प्रेम का समाज बनाइए नफरत से समाज टूटेगा आज हमारे राष्ट्र पर हमला है राष्ट्रवाद पर हमला है राष्ट्र की एकता पर हमला है विचार पर हमला मुख्य रूप से स्वतंत्रता के विचार पर हमला है स्वतंत्रता के मूल्यों पर हमला है प्रोफेसर मनोज कुमार ने कहा की जिन प्रतीकों को लेकर हमने आजादी पाई उस प्रतीक पर हमला है गांधी व्यक्ति नहीं विचार हैं और इस विचार को लगातार दबाने की कोशिश हो रही है सरकार की तानाशाही नीति की मुखालफत होनी चाहिए लोकतंत्र में अगर जनता सोती है दिग्भ्रमित रहती है टुकड़ों में विभक्त रहती है तो तानाशाही का जन्म होता है आज आंतरिक और छद्म तानाशाही देश पर काबिज है वर्षा ने बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के खोखले नारे के पीछे छिपे शैतानियां को उजागर करते हुए कहा कि देश भर की सभी घटनाएं एक तरह की है यह तानाशाही को मजबूती देने के लिए है लोकतंत्र को सीमित करने के लिए है इसलिए हमें समय रहते सचेत होने की जरूरत है बिना जीने भी अपने विचार रखे विक्रम ने जनता से आगे आने की अपील की और सच को सामने लाकर सरकार को आईना दिखाने पर बल दिया
समवेत स्वर में नारे लगाए गए सरकार तेरी तानाशाही नहीं चलेगी नहीं चलेगी गांधी विनोबा जयप्रकाश के विरासत पर हमला नहीं सहेंगे महिलाओं पर अत्याचार बंद करो आदि
प्रतिवाद सभा में मुख्य रूप से शारदा श्रीवास्तव पूनम श्रीवास्तव टार्जन संतोष आदि ने अपने विचार रखे संचालन संजय कुमार ने किया और गौतम ने धन्यवाद ज्ञापित कर लोगों का आभार माना।
गौतम कुमार


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