"अधिवक्ता दिवस "के उपलक्ष पर बाँका जिला विधीज्ञ संघ में पधारे पटना उच्च न्यायालय के चार माननीय न्यायमूर्ति
रिपोर्ट- के पी चौहान।
बाँका। भारत के प्रथम राष्ट्रपती भारत रत्न डा•राजेन्द्र प्रसाद की जयंती को भारत के अधिवक्तागण
""अधिवक्ता दिवस " के रूप में मनाते रहे हैं। इस बावत अधिवक्ता दिवस पर बाँका जिला विधीज्ञ संघ एवं जिला एडवोकेट एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में जिला विधीज्ञ संघ परिसर में आज भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को चार चांद लगाने के लिए पटना उच्च न्यायालय के चार माननीय न्यायमूर्ति पधार कर जिला विधीज्ञ संघ को तो गौरवान्वित किया ही बाँका जिला को भी इतिहास लिखने का मौका दे दिया। क्योंकि आज तक किसी भी राज्य के जिले में ऐसे कार्यक्रम में एक मंच पर उच्च न्यायालय के चार- चार माननीय न्यायमूर्ति एक साथ नहीं उपस्थित हुए हैं।
दोपहर बाद बाँका पहुंचने पर
बाँका सर्किट हाउस में सभी माननीय न्यायमूर्ति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया । उसके बाद संध्या 5 •45बजे सभी न्यायाधीश जिला न्यायालय परिसर आयेऔर बाँका जिला न्यायाधीश सहित अन्य न्यायिक पदाधिकारीगण के साथ ऑफिशियल चर्चा की। तत्पश्चात न्यायालय परिसर से सेंट जोसेफ के छात्र- छात्राओं द्वारा ऑनर के साथ बैंड बाजा के धुनों के बीज बाँका जिला विधीज्ञ संघ परिसर स्थित कार्यक्रम स्थल पर पहुंचें।
माननीय न्यायमूर्ति के सम्मान में छात्राओं द्वारा स्वागत गान गाया। तत्पश्चात समारोह को दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया गया। इस मौके पर जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने कहा
ऐसा यह कार्यक्रम बिहार में पहली बार बाँका जिला में होने जा रहा है- जहाँ एक साथ चार- चार माननीय न्यायाधीश पधारे हैं। श्री सिंह ने कहा
कि कार्यक्रम को यहाँ तक पहुंचाने में हमारे बाँका के ही अग्रज जो पटना उच्च न्यायालय में ही वकालत करते हैं- संजय कुमार झा, राजीव कुमार सिंह, राजीव कुमार झा और अजय कुमार मुखर्जी का सराहनीय योगदान रहा है।
इस अवसर पर पटना उच्च न्यायालय के माननीय सिनियर न्यायाधीश सुनील कुमार सिन्हा ने कहा कि भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डा•राजेन्द्र प्रसाद की जयंती "अधिवक्ता दिवस " के रूप में मनाया जाता है। माननीय न्यायाधीश श्री सिन्हा ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा की उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजली तभी होगी जब हम लोग आज कसम खायें की समाज के अंतिम व्यक्ति तक सुलभ न्याय पहुंचाने में बार और बेंच एक दुसरे का पूरक बनें।
माननीय न्यायाधीश एस के पवांर जो पहले बाँका में जिला जज रह चुके हैं उन्हौने यहाँ के अधिवक्तागण की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा आप लोगों का प्यार दुबारा यहाँ खीच लाया। जल्द ही न्यायालय परिसर में पाॅकसो न्यायालय भवन सहित अन्य भवनों का निर्माण होगा।
माननीय न्यायाधीश चन्द्र शेखर झा और माननीय न्यायाधीश अरूण कुमार झा ने भी उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालटे हुए कहा कि राजेन्द्र बाबु यदि राजनीति में नहीं जाते तो वे देश के मूर्धन्य वकीलों में एक रहते।
जिला जज, डी एम, एस पी और एडवोकेट एसोसिएशन के सचिव महेश्वरी प्रसाद यादव ने भी देशरत्न राजेन्द्र प्रसाद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके पद चिन्हों पर चलने की कश्में खायी। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधीज्ञ संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने किया, जबकी मंच संचालन कर रहे युवा अधिवकता आजम सईद ने अपने चुटीली शेरो- शायरी और गंभीर उद्बोधन से उपस्थित श्रोताओं से ताली बजाने को बाध्य कर दिया।
जिला विधीज्ञ संघ के सचिव प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि बाँका जिला विधीज्ञ संघ और जिला एडवोकेट एसोसिएशन के 24 वैसे अधिवक्ताओं को माननीय न्यायाधीशों के द्वारा सम्मानित किया जाएगा जो वकालत के पेशे में 50 वर्ष की अवधि पूर्ण कर लिए हैं। इसमें ज्योतिर नन्दन झा, विभूति भूषण सिंह, भागवत प्रसाद सिंह, फणीन्द्र मोहन झा सलीम हुसैन, स्वपन कुमार घोष, कैलाश दुवे, विनोद कुमार झा, सुभाष चंद्र झा, यशोधर ठाकुर, बनारसी मंडल, परमा नंद ठाकुर, सुधाकर झा, उमेश चौधरी, उमेशा नंद पंडित, बशीष्ठ प्रसाद चौधरी, त्रिपुरारी दुवे, भवेश प्रसाद शर्मा, गिरिश्वर प्रसाद सहाय को माननीय न्यायाधीशों द्वारा बारी- बारी से बुके, प्रशस्ति और अंग बस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इसके पूर्व विधीज्ञ संघ के अध्यक्ष, सचिव, एडवोकेट एसोसिएशन के सचिव और एक बरीय अधिवक्ता द्वारा माननीय चारों न्यायाधीशों को बुके और अंग बस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इतना ही नहीं जिला जज, डी एम, एस पी ,सहित अन्य न्यायिक पदाधिकारीगण को भी कुछ चुनिन्दे अधिवक्तागण द्वारा बुके और अंग बस्त्र देकर सम्मानित किया गया। समारोह को सजिंदा और मनमोहक बनाने के लिए रेडियो स्टेशन के कलाकारों श्यामाकांत झा और उनके सहयोगियों द्वारा गजल व शास्त्रीय संगीत परोस कर ऐसा समां बांधा की उपस्थित श्रोता मंत्र मुग्ध हो झुमने पर विवश हो गए।
इस अवसर पर आनंदी चौधरी, बाँके बिहारी, नरेश झा, अम्बर मुखर्जी, संतोषकुमारसिंह, अरविंद कुमार सिंह, बाबूलाल यादव, अब्दुल वशीर, प्रदीप चक्रवर्ती, विपिन कुमार यादव, मो मोतल्विव, राजीव कुमार यादव सहित कई अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे।


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