पूरे बांका जिले में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया बताते चलें कि पूरे बांका जिले में छठ का महापर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया हर्ष उल्लास के साथ बांका जिला के विभिन्न जगह धोरैया प्रखंड बाराहाट रजौन बांका अमरपुर कटोरिया एवं प्रकार से पूरे बांका जिले में छठ महापर्व का त्यौहार मनाया गया छठी ही एक ऐसा पर्व है जिसमें एकता और समरसता की भावना होती है छठ में कोई भेदभाव नहीं होता है सभी मिलजुल कर एकत्रित होकर एक ही जगह मां छठ की पूजा अर्चना करते हैं और पंक्ति बंद होकर सभी मां छठ को आज सुबह सभी उगते हुए सूर्य भगवान को अर्क देते दिखे वही Rss के जिला प्रचारक मनोहर जी सजीला कारवां ऋषि जी भी बांका में मां छठ को और उठते हुए सूर्य को अर्क दिए यह कुल मिलाकर 36 घंटा का उपवास होता है और उपवास रहकर ही इस पर्व को किया जाता है इसमें सभी ठेकुआ चावल के लड्डू के तारी सेब नारंगी त्रिफला आदि फलों को सुख में रखकर कोसी भरा जाता है श्रद्धा सुमन से जो भी मां छठ की व्रत को करते हैं उसकी मनोकामना पूर्ण होती है यह बहुत ही कठिन व्रत है इसमें बहुत बड़ी साधना करनी पड़ती है बिना अन बिना जल का उपवास 36 घंटे का रखना पड़ता है जो पहले बिहार में किया जाता था अब मां छठ की महिमा को देखकर सभी जगह होने लगा यहां तक की देश विदेश में भी इस पर्व को मनाया जाता है हर साल की भांति इस साल भी करना काल के बाद पहली बार ऐसी खुशी मिली है जिसमें सभी के परिवार एवं समाज आस-पड़ोस के सभी एकत्रित हो पाए हैं और एक साथ मिलकर माता छठ की पर्व को मना पाए बांका से बृजेश कुमार मंडल की रिपोर्ट

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