मेहरमा मे 15वे वित्त की राशि मे मचा लुट, जांच के नाम पर अधिकारी कर गए खानापूर्ति
गोड्डा: मेहरमा एक तरफ चुनाव की सुगबुगाहट तेज तो दूसरी तरफ योजनाओं में भारी लूट, पंचायत चुनाव कार्यकाल समाप्त होने की ओर है वजह कार्यकाल को देखते हुए योजना में खुलेआम भ्रष्टाचार हो रहा| जांच के नाम पर खानापूर्ति कर गए जांच अधिकारी , मामला मेहरमा प्रखंड अंतर्गत पंचायत तुलाराम भुस्का के ग्राम गौरीचक में 15वें वित्त आयोग के तहत नाली निर्माण कराया गया|नाली में पुरी तरह से घटिया सामग्री का उपयोग किया गया |खबर अखबार की सुर्खियां बन गयी |इसके बाद चालू हुई अधिकारियों की जांच करवाई|सूत्र बताते है कि जांच के नाम पर जांच करने आए जांच अधिकारी कनीय अभियंता ने जांच के नाम पर महज नसीहत देकर खानापूर्ति कर चले गए | इसके बाद भी चिमनी ईट लगाने की जगह लोकल घटिया क्वालिटी का (गदैया )ईट का उपयोग किया जाता रहा है| इतना ही नहीं बालू की जगह पत्थर का डस्ट (गर्दी )का उपयोग खुलेआम किया जाता रहा है |ग्रामीणो में चर्चा यह भी है कि जांच करने आए अधिकारी से मिलीभगत हो गई| जिसके कारण अपने मनमाने ढंग से नाली का निर्माण कराया जाने लगा | आखिरकार जब जांच करने आए अधिकारी की कोई परवाह ना हो और खुलेआम कार्य में अनियमितता बरती जाए|लाखों की राशि से निर्माण कराया जा रहा नाली भ्रष्टाचार की भेंट चढ गया|वही कुछ लोगों ने बताया कि जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती है| ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत सचिव दिनेश सोरेन पंचायत में अपना एक स्पेशल दलाल रखे हैं|जिससे की योजनाओं में अनियमितता अन्य और कार्यों के पैसे की वसूली करवाते हैं |प्रखंड के आला अधिकारी एवं उच्च अधिकारी को मामले में संज्ञान लेना चाहिए|क्यों कि पंचायत चुनाव नजदीक है |पंचायत कर्मी की मिलीभगत से कुछ लोग पंचायत की राशि का बंदरबांट करने के फिराक में लगे हुए हैं|कार्य मे अनियमितता पाए जाने के बाद भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होना कई बातों को दर्शाता है|आखिर साहब लोग कैसे किसी मामले की शिकायत करे |जब जांच करने आए अधिकारी के सामने ही मिलावटी कारनामा हो रहा हो|बड़ा सवाल|

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