एसएम कॉलेज के राजनीति विज्ञान विभाग की छात्राओं ने मनाया शिक्षक दिवस सम्मान समारोह।
एसएम कॉलेज के राजनीति विज्ञान विभाग की छात्राओं ने शनिवार को जीएफ हॉल में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया।
कार्यक्रम का उदघाटन महाविद्यालय की वरीय शिक्षिका प्रो. नीलम महतो, राजनीति विज्ञान की विभागाध्यक्षा डॉ अनुराधा प्रसाद, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ दीपक कुमार दिनकर, डॉ सुनीता सिन्हा ने आदि संयुक्त रूप से फीता काटकर और दीप जलाकर किया।
मौके पर विभाग के शिक्षकों ने सर्वपल्ली राधाकृष्ण की तस्वीर पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया। शिक्षकों ने शिक्षक दिवस की सार्थकता पर महत्व डाला।
कॉलेज की वरीय शिक्षिका डॉ नीलम महतो ने कहा कि छात्राएं भविष्य की माँ हैं, शिक्षक हैं। व्यक्ति हर पल हर समय सीखता रहता है। छात्र अपने में ग्राह्यता लाएं, विनयशील बनें। मेहनत के बल पर उत्तरोत्तर आगे बढ़ते जाएं।
राजनीति विज्ञान विभाग की हेड डॉ अनुराधा प्रसाद ने कहा कि शिक्षक छात्रों को सही दिशा और मार्ग पर लेकर चलते हैं। शिक्षक मार्गदर्शक होते हैं। छात्रों के जीवन में शिक्षक का बड़ा महत्व है।
वहीं राजनीति विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ दीपक कुमार दिनकर ने कहा कि शिक्षक सम्मान के भूखे होते हैं। शिक्षा से ही समाज में परिवर्तन लाया जा सकता है। शिक्षा से ही सामाजिक बुराईयों और कुरूतियों को दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत आज विश्व गुरु है। भारत में गुरु-शिष्य की परंपरा प्राचीनकाल से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि विभाग की छात्राएं काफी अनुशासित, लगनशील और मेधावी हैं। सफलता के लिए कठिन मेहनत और समर्पण के साथ-साथ टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी है।
डॉ सुनीता सिन्हा ने कहा कि छात्राएं अपने जीवन के लक्ष्य को निर्धारित कर उस दिशा में पहल करें।
स्नातक पार्ट टू की छात्रा रोजी सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा कि गुरु का स्थान सर्वोपरि हैं। गुरु हमें ज्ञान के साथ - साथ सही मार्ग दिखाते हैं। गुरु के बिना जीवन में कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता है। शिक्षक एक ऐसा पेशा है जो समस्त पेशों को जन्म देता है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए अदिति और श्रुति ने कहा कि शिक्षक का स्थान माता-पिता से भी ऊपर होता है। माता-पिता बच्चे को जन्म जरूर देते हैं लेकिन शिक्षक उसके चरित्र को आकार देकर उज्ज्वल भविष्य की नींव तैयार करता है। इसलिए हम चाहें कितने भी बड़े क्यों न हो जाएं हमें अपने शिक्षकों को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्हें आदर और सम्मान देना चाहिए।
सांस्कृतिक कार्यक्रम से छात्राओं ने बटोरी तालियां-
बीए पार्ट वन की छात्रा पूजा गुप्ता ने 'ताल से ताल मिलाके...'पर एकल नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। पार्ट वन की छात्रा विद्या श्री ने 'आपने हमको जो सिखलाया कदम कदम पर याद आये....'गाना गाया। पूजा गुप्ता ने 'प्रेमरत्न धन पायो.....'पर डांस की।डोला रे डोला.....गाना पर छात्राओं ने सामूहिक नृत्य कर अपनी कला की जादू बिखेरी।
पार्ट थर्ड की छात्रा श्रुति गौतम ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभाग में बिताए लम्हों को रेखांकित किया।
रिया और अनुकृति ने गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु......पर गुरु और शिष्य परम्परा पर अपने विचार दिए। रोजी ने बड़ी 'मुश्किल है बड़ी मुश्किल' गाना के बोल पर डांस की। पार्ट वन की छात्रा विद्या श्री ने आपने हमको जो सिखलाया कदम कदम पर याद आये....गाना गाया।
बीए पार्ट थर्ड की शिवानी ने कविता प्रस्तुत की। बिखरे हुए सपने को जोड़ना सिखाते हो आप...पर कविता पाठ की।
सोनल ने मनमोहक डांस पेश की। वहीं बीए पार्ट वन की नेहा, सुप्रिया और संजना ने भी डांस की प्रस्तुति दी।
छात्राओं ने विभाग के शिक्षकों को पौधा भेंट कर सम्मानित की।
मौके पर डॉ नीलम महतो, डॉ राजीव कुमार सिंह, डॉ मुकेश कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में राजनीति विज्ञान विभाग की छात्राएं उपस्थित रहीं।


0 comments: