*बिहार में बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करते हुए सीएम नीतीश कुमार भागलपुर के नवगछिया पहुंचे|*
भागलपुर
बिहार में इन दिनों गंगा, कोशी सहित अन्य कई सहयोगी नदियां उफान पर रहने के कारण प्रदेश के अलग – अलग हिस्सों में बाढ़ का कहर जारी है। इसी क्रम में बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करते हुए सीएम नीतीश कुमार भागलपुर के नवगछिया पहुंचे| वहीं नवगछिया के लालजी उच्च विधालय में अस्थाई तौर पर बनाए गए बाढ़ राहत शिविर में सीएम नीतीश कुमार ने बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनका कुशलक्षेम जाना| इसके साथ ही सीएम ने अधिकारियों से बाढ़ पीड़ितों को दिए जाने वाली सुविधाओं की जानकारी ली है| इसके पश्चात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकरियों के साथ बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यों के साथ ही कम्यूनिटी किचन की समीक्षा की है| इसके अलावा मुख्यमंत्री ने हाई स्कूल पकरा, नवगछिया में चल रहे राहत शिविर में बाढ़ पीड़ितों को चिकित्सा सुविधा सुचारू रूप से उपलब्ध करवाने की बात कही है| बकायदा उन्होंने इस बारे में सिविल सर्जन उमेश प्रसाद से बात को कई आवश्यक निर्देश भी दिए हैं। सिविल सर्जन से मुख्यमंत्री ने शिविर में उपलब्ध दवाइयों के स्टॉक के बारे में भी जानकारी ली है। इन सब के बीच सीएम ने शिविर में भी कोराना वैक्सीन टीकाकरण करवाने के लिए सिविल सर्जन को निर्देश दिया है।
आंगनबाड़ी केंद्र में बाढ़ पीड़ित बच्चों को कविता पाठ करते सुनकर गदगद हुए सीएम नीतीश
वहीं दूसरी ओर आंगनवाड़ी केंद्र में बाढ़ पीड़ित बच्चों को कविता पाठ करते देखकर सीएम नीतीश कुमार काफी गदगद हो गए| इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद सेविका की जमकर तारीफ की| यही नहीं सीएम ने बाढ़ राहत शिविर में भोजन कर रहे बाढ़ पीड़ितों से मिलकर भोजन की गुणवत्ता के बारे में भी पूछा, जिसपर सभी लोगों ने कहा कि भोजन काफी अच्छा है|
बाढ़ पीड़ित महिला ने सीएम के सामने खोली अधिकारियों कि पोल, कहा पिछले तीन दिनों से भूखी हूं, पति भी सूरदास है
बाढ़ राहत शिविर का जायजा लेने के समय सीएम नीतीश के समक्ष अजीबो गरीब स्थिति उत्पन्न हो गई| एक ओर जहां जिला प्रशासन ने सीएम को दिखाने के लिए ओपचारिक तैयारी कर रखी थी वहीं बाढ़ पीड़ित एक महिला ने सीएम के समक्ष अधिकारियों की “ऑल इज वेल” वाली दावों कि पोल खोल दी| बाढ़ पीड़ित महिला चांदनी देवी ने बताया की वह इस्माइलपुर के छोटी परवत्ता, महराज जी टोला की रहने वाली है| उनका पति सियाराम मंडल सूरदास है| बांध टूटने के बाद उनका घर जलमग्न हो चुका है| घर में पिछले तीन दिनों से चुल्हा नही जला है। जिसके कारण वह तीन दिन से भूखी है| बाढ़ राहत शिविर में भी सुबह आठ बजे से पहुंची भोजन की आस में टकटकी लगाई बैठी है| लेकिन उन्हें अभी तक खाना नहीं मिला है। घर के चारो तरफ बाढ का पानी है। उनके सूरदास पति और मानसिक रुप से परेशान पुत्र , पुत्री एवं दमाद बाढ़ के पानी में घर में ही फंसा हुआ है। वहां से उन्हें निकालने वाला कोई नहीं है। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने त्वरित संज्ञान लेते हुए मौके पर मौजूद जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को जल्द रेस्क्यू कर महिला के परिजन सहित बाढ़ में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित निकालने का निर्देश दिया है।
सीएम नीतीश ने एक बार फिर कहा सरकारी खजानों पर आपदा पीड़ितों का पहला हक, हरसंभव मदद करेंगे
बाढ़ राहत शिविर का जायजा लेने के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य के खजानो पर पहला हक आपदा पीड़ितों का है| उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी| बाढ़ पीड़ित लोगों को गुणवत्ता युक्त भोजन उपलब्ध करवाने के लिए और स्वास्थ्य सुविधा सहित सभी प्रकार की आवश्यक मदद मुहैया के लिए उन्होंने जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिया है| मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल राहत शिविर में बीमार और गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा| प्रदेश में बेटी के जन्म होने पर 15,000 रुपए और बेटा के जन्मोपरांत 10,000 रुपए तत्काल प्रसूता को देने की बात कही|


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