महान एथलीट मिल्खा सिंह के निधन से खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों में शोक की लहर
बाँका। उड़न सीख मिल्खा सिंह के निधन से जहाँ देश के विभिन्न विधाओं के खिलाडियों, राज नेताओं और खेल प्रेमियों ने अपने-अपने संदेशों में भारी दुःख जताया है। वहीं बाँका में भी कई खेल संघ के अध्यक्ष, सचिव, खिलाड़ियों एवं खेल प्रेमियों ने भारी शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
जिला खेल संघ के अध्यक्ष संजय कुमार झा ने दूरभाष पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित किया।
बाँका जिला क्रिकेट संघ के सचिव विष्णु कुमार चक्रवर्ती ने शोक सभा आयोजित कर उड़न सीख मिल्खा सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा किएथलीट में उनका सफर 1956 में मेलबोर्न समर ओलंपिक से प्रारंभ हुआ लेकिन उन्हें कोई कामयाबी नहीं मिली। 1960 रोम ओलंपिक और 1964 टोकियो समर ओलंपिक में भी हिस्सा लिया, इसमें कुछ सेकंड के कारण पदक से वे चुक गए। उनके नाम कम से कम 10 एशियन गोल्ड हैं।
फुटबाल संघ के सचिव संजीव कुमार सिन्हा ,वरिष्ठ खिलाड़ी सुवोद कुमार झा, मनोरंजन प्रसाद, अनिल चौधरी, राजीव कुमार झा, सोनू कुमार, प्रीतम कुमार, नीरज कुमार एंव प्रदीप कुमार ने भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि युवाओं को उनके खेल समर्पण से सीख लेनी चाहिए।
अम्बर मुखर्जी ने कहा कि उनका जन्म 1929में गोविन्दपुरा गाँव ( पाकिस्तान) में हुआ था। 91वर्ष की उम्र में कल देर रात चंडीगढ़ के पी जी आई अस्पताल में वे कोरोना महामारी से हार गए । पाँच दिन पहले ही उनकी पत्नी का भी कोरोना से ही मौत हो गयी थी। * के पी चौहान, बाँका।


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