सामाजिक कार्यकर्ता सह नेता को पत्नी शोक
बाँका। बाँका के मृदुभाषी सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में मशहूर ओमप्रकाश गुप्ता की पत्नी शीला गुप्ता का बिमारी के कारण निधन हो गया है। उनके निधन से श्री गुप्ता को शोक संदेश का तांता लग गया है।
श्री गुप्ता ने बताया कि मुझे आगे बढ़ाने में मेरी पत्नी का अहम योगदान रहा है।26 सितम्बर 1995 को बाँका में आए वो भयंकर बाढ़ जब बाँका के लाइफ लाइन कहा जाने वाला चांदन पुल सहित दर्जनों छोटे-बड़े पुल धराशायी हो गए थे, दो दर्जन से अधिक लोगों सहित सैकड़ों मवेशियों की जानें चली गई थी। गरीब निःसहाय लोगों को भोजन पर आफत आ गया था। हमारे करहरिया मुहल्ले तथा अगल-बगल में भी लोग खाने के तरस रहे थे तो मेरी पत्नी ने लोगों के सहयोग से खिचड़ी- चोखा बनायीं फिर हम हमरा बेटा कुछ मुहल्ले के साथियों के साथ ठेला पर खिचड़ी लेकर जरूरतमंदों के बीच बाँटा करते थे तो दिल को बहुत सुकून मिलता था। उनके निधन के बाद अब जब वो सीन उभरता है तो असहनीय पीड़ा देता है। अब वह मानसपटल पर एक यादगार के रूप में रहेंगे।
शीला गुप्ता अपने पीछे पति ओमप्रकाश गुप्ता, दो पुत्र रोहित उर्फ़ राजा, राहुल, दो पुत्री रजनी एवं रक्षा, दो पुत्रवधु, पोता-पोती, नाती-नतनी सहित भरा पुरा परिवार छोड़ गयी हैं। उनकी बड़ी पुत्र वधु सुनीता गुप्ता वार्ड 14 की पार्षद भी हैं। वहीं दोनों दामाद सावन कुमार और सिवान कुमार अपने-अपने कार्यों में व्यस्त हैं। * के पी चौहान, बाँका।


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