हिमाचल प्रदेश
जगत सिंह तोमर
सिरमौर जिला के पावँटा-गुम्मा एन एच 707 की हालत कुछ ऐसी हो गई है कि मर्ज बढ़ता गया, ज्यों ज्यों दवा की गई, मामला राष्ट्रीय राजमार्ग 707 का है जहां पर विभागीय लापरवाही के चलते कार्य कर रही कम्पनियां बेलगाम हो गई है तथा निजी, वन परिक्षेत्र भूमि के अतिरिक्त नदी, नालों में सरेआम हजारों ट्रक मलबा डाल रही है मलबा फेकने का खेल सम्बन्धित विभाग की नाक तले चल रहा है सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है, और कार्यवाही करने वाले अधिकारी कुम्भकर्णी नींद सोए हुए है। जानकारी के मुताबिक श्रीक्यारी से गुम्मा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर सड़क निर्माण कार्य प्रगति पर है कंपनी डंपिग साइड से बाहर निजी भूमि, वन परिक्षेत्र भूमि पर मलबा डम्प कर रही है जो मलबा सीधा टोंस नदी में जा रहा है मिनस के समीप धत्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी ने लगभग 5 हजार ट्रक से अधिक मलबा वन परिक्षेत्र भूमि को माध्यम बनाकर टोंस नदी में डाल दिया है यह क्रम लगातार जारी है। क्षेत्रीय लोगो में हीरा सिंह, कल्याण सिंह, तपेन्द्र सिंह, ध्यान सिंह, रूप राम की माने तो राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर जब से सड़क कटिंग कार्य शुरू हुआ है तबसे कोई अधिकारी मौका का निरीक्षण करने नही पहुँचा है धत्रवाल कंस्ट्रक्शन कम्पनी अपनी मनमानी कर रही है, निजी, सरकारी भूमि के अलावा नालो व नदियों में मलबा फेंका जा रहा है जिससे कई जगह पेयजल सोर्स बन्द हो गए है, पेयजल लाइने क्षतिग्रस्त हो रही है एक माहं बाद बरसात आनी है इसलिए भूमि कटाव का डर सता रहा है, कम्पनी व अधिकारियों की भर्ष्टाचार में मिलीभगत होने के कारण कम्पनी पर कार्यवाही नही हो रही है। देखरेख कर रहे विभाग को कई बार शिकायते की गई है बावजूद उसके मर्ज बढ़ता ही जा रहा है। आश्चर्य इस बात से हो रहा है कि मीडिया पहले ही मामले को प्रमुखता से उठा चुका है लेकिन अधिकारियों की छुपी व मौका पर न पहुँचना जहां सवाल खड़े कर रहा है वही भर्ष्टाचार में लिप्त होने की अटकलें लगाई जा रही है। यदि विभागीय अधिकारियों से सम्पर्क करने की कोशिशें की जाती है तो फोन ब्लैकलिस्ट किये जा रहे है, विकास के बहाने भर्ष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है इससे भी नकारा नही जा सकता है। जनता के करोड़ो रूपये सरकार सड़क पर खर्च कर रही है जिसमे पर्यावरण, वातावरण, पेयजल स्त्रोत, सरकारी व निजी भूमि सहित नदी व नालों को सुरक्षित रखने के बजट का प्रावधान तो रखा ही है साथ ही उलंघन करने वाली कम्पनी के खिलाफ कार्यवाही करने के सख्त कानून बनाए है। लेकिन यहाँ रक्षक ही भक्षक नजर आ रहै है जिससे क्षेत्र में विकास के नाम पर विनाश हो रहा है। शिलाई वन परिक्षेत्र अधिकारी विद्या सागर ने मामले पर बताया कि सड़क पर कार्य कर रही कम्पनी ने वन परिक्षेत्र के माध्यम से टोंस नदी में हजारों ट्रक मलबा फेंका है इसकी सूचना उन्हें मिली है इसलिए कम्पनी का चालान किया जाएगा साथ ही विभागीय कार्यवाही अम्ल में लाई जा रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग 707 का कार्य करवा रहे विभागीय अधिशासी अभियंता विवेक पांचाल बताते है कम्पनियां जिस तरह कार्य कर रही है वह सही है हम कार्यवाही करने में असमर्थ है इसलिए मौका का निरीक्षण नही कर सकते


0 comments: