संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान बेली रोड में पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट मोहम्मद अली शब्बर के द्वारा किया गया वाहन जांच।
पटना जंक्शन स्टेशन पुलिस चेक पोस्ट के बगल में खुली थी चाय की दुकान।
सनोवर खान ब्यूरो रिपोर्ट पटना के साथ मनोज कुमार की रिपोर्ट
पटना :पटना के बेली रोड में तैनात मजिस्ट्रेट के द्वारा हड़ताली मोड़ पर भी वाहन चेकिंग किया गया। वाहन चेकिंग करते समय पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट मोहम्मद अली सब्बर ने बताया कि सिर्फ और सिर्फ जरूरी कागजातों के साथ वाहन चालकों को जाने की इजाजत है। कोई भी वाहन चालक उल्टा पुल्टा अवैध पास के द्वारा वाहन का उपयोग नहीं कर सकते हैं पकड़े जाने पर चालान काटा जा रहा है गाड़ी भी जप्त की जा रही है।
आज पत्रकारों की टीम द्वारा अनीसाबाद मोड़, फुलवारीशरीफ मोड़, दानापुर स्टेशन गोलंबर, सगुना मोड़, गोला रोड एवं हड़ताली मोड़ पर कपिल देव राम के नेतृत्व में जबरदस्त वाहन चेकिंग करते देखा गया। पहली बार हड़ताली मोड़ के दोनों तरफ वाहन चेकिंग हो रही थी कोई चाह कर भी इस रास्ते से अवैध पास के द्वारा नहीं जा सकता था। वाहन चालकों के मनमानी को रोकने के लिए हलका बेरी केटिंग भी किया गया था। जरूरी सेवाओं में लगे वाहन जैसे एंबुलेंस एवं महामारी को रोकने के लिए विधि व्यवस्था हेतु लगाए गए पदाधिकारी को अलग से जाने का रास्ता दिया गया था किसी को आवाजाही में कोई परेशानी नहीं थी महिला जवान भी बिल्कुल मुस्तैद दिखी बखूबी वह अपना कर्तव्य समझ रही थी।
अनिसाबाद मोड़ पर गर्दनीबाग थाने के पदाधिकारी एवं मोहन कुमार तथा फुलवारी शरीफ मेआर एन यादव खगोल में सत्येंद्र नारायण सिंह, सगुना मोड़ ट्राफिक थाना प्रभारी दल बल के साथ सख्ती से वाहन चेकिंग कर रहे थे।
जहां एक तरफ सरकार संपूर्ण लॉक डाउन का पालन कराने के लिए अपने सारे अधिकारियों एवं जवानों को 24 घंटे रोड पर तैनात किए हैं वहीं दूसरी ओर पटना जंक्शन चेक पोस्ट के प्रभारी ए के राय अपने चाय की चुस्की लेने के लिए पोस्ट के बगल में दुकान खुलवा कर रखे हैं जोकि खुलेआम कानून का उल्लंघन है शायद खबर छपने के बाद आला अधिकारी इस पर संज्ञान लेंगे या करवाई नहीं भी कर सकते हैं यह उनकी इच्छा पर निर्भर है लेकिन कानून की धज्जियां उड़ाने वाले इन अधिकारियों पर कार्रवाई करने से प्रशासन क्यों हीचकति हैं। कोई रोड पर ड्यूटी के दौरान पदाधिकारी सोए हुए अवस्था में भी कुर्सी पर मिल जाए तो उस पर भी करवाई नहीं होती है आखिर अफसर के पास क्या ऐसी मजबूरी है क्यों कार्रवाई नहीं करते हैं यह तो वही बताएंगे। पत्रकार का काम सिर्फ आइना दिखाना है जनता के बीच लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में अपना कर्तव्य को इस महामारी के समय सही सही दिखाना ही ड्यूटी है जिस पर सरकार और समाज दोनों भरोसा करते हैं।


0 comments: