*वृद्धाश्रम सिद्धार्थनगर में सपा संस्थापक व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जी का मनाया गया 82वां जन्मदिवस*।
उत्तरप्रदेश
सिद्धार्थनगर:-
रविवार को समाजवादी पार्टी के संस्थापक व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जी का जनपद के बृद्ध आश्रम नौगढ़ में 82 वां जन्मदिवस *यादव सेना* के लोगो ने बड़े धूम धाम से मनाया और बृद्ध आश्रम में मौजूद बुजुर्ग महिलाओ व पुरुषों के बीच केक कट कर मुलायम सिंह के अच्छे स्वस्थ्य व लम्बे उम्र की कामना करते हुए बृद्ध आश्रम में फल वितरित किया और सपा संरक्षक मुलायम सिंह के नीतियों को जन- जन तक पहुचाने और गरीबो पीड़ितों असहायों का सहयोग करने का लोगो ने लिया संकल्प लिया उसी दौरान विजय यादव पहलवान, महेंद्र यादव,रामसागर यादव,वीरेंद्र यादव प्रधान ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते कहा कि
मुलायम सिंह यादव जी ने उत्तर प्रदेश में मण्डल कमीशन के तहत देश में सबसे पहले 1994 में अन्य पिछड़े वर्ग की जातियों को सरकारी सेवाओं व शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश हेतु 27 प्रतिशत आरक्षण का प्राविधान कर सामाजिक न्याय के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया। यहीं नहीं, उन्होंने एससी/एसटी को भी शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश हेतु 22.5 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था लागू किये।
अधिनियम-1994 व नगर निकाय अधिनियम-1995 के माध्यम से स्थानीय निकायों व नगर निकायों में अन्य पिछड़े वर्ग को 27 प्रतिशत, एससी/एसटी को 22.5 प्रतिशत के साथ-साथ ही सभी वर्ग की महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण कोटा दिये। इसी देन है कि पिछड़े दलित, अकलियत वर्ग के ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, पार्षद, सभासद, ब्लाक प्रमुख, चेयरमैन, मेयर व जिला पंचायत अध्यक्ष बनने लगे अन्यथा इन संस्थाओं पर सामन्तीयों व माफियाओं का एक तरफा कब्जा हुआ करता था। नेता जी ने सामाजिक न्याय व व्यवस्था परिवर्तन के क्षेत्र में अद्वितीय कार्य कर ओबीसी, एससी,एसटी जातियों को राजनीतिक सम्मान व संवैधानिक अधिकार दिलाया। 2006 में मुलायम सिंह यादव ने सरकारी सहायता प्राप्त शिक्षण - प्रशिक्षण संस्थानों में 49.5 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था कर गरीब वंचित समाज के बच्चों को आगे बढ़ने का अवसर दिये।
नेता जी ने कन्या विद्या धन व छात्रवृत्ति की सुविधा उपलब्ध कराकर बेटियों व गरीब परिवार के बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ने का अवसर दिये। गरीबों, किसानों के लिए मुफ्त पढ़ाई-मुफ्त सिंचाई-मुफ्त दवाई की योजना को संचालित किये। नेता जी ने रक्षा मंत्री रहते हुए सीमा पर सैनिकों के बीच रहकर उनकी परेशानियों को देखा। शहीदों की टोपी की जगह उनके शव को ताबूत में पैक कर उनके घर तक पहुॅचाने व आश्रित परिवार को दस लाख रूपया देने की व्यवस्था किये। उन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में संस्कृत प्रो. के रूप में चयनित डाॅ. फिरोज खान के खिलाफ आरएसएस कार्यकर्ताओं द्वारा धरना प्रदर्शन करने व उनसे संस्कृत न पढ़ने की बात करना भारतीय संविधान व प्रदेश की गंगा जमुनी संस्कृति के विरूद्ध बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में प्रतिभा को नहीं जाति विशेष को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा से हमारी धर्म निरपेक्षता, संस्कृति, भारतीयता, लोक तंत्र व संविधान खतरे में पड़ गया है।
रिपोर्ट
सुमित शर्मा


0 comments: