बाँका । बाँका जिला का लाइफ लाइन कहा जाने वाला चांदन पुल के टूटने से 6 माह से भी अधिक समय हो गया है ।लेकिन नये पुल बनने की बात दूर अभी तक डायभरसन भी नहीं बन पाया है ।जिसके कारण बाँका की आधी आबादी को आवागमन में काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है ।
बाँका के पूर्वी हिस्से धोरैया, रजौन, बाराहाट, पंजबारा, बौंसी आदि प्रखंडों का जिला मुख्यालय से इतने दिनों से एक प्रकार से कटा रहना राज्य का निवर्तमान सरकार,निवर्तमान विधायक सह राज्य के निवर्तमान कबिना मंत्री राम नारायण मंडल, जद यू सांसद गिरधारी यादव सहित जिला प्रशासन के आला अफसरों के दूरदर्शिता को ठेंगा दिखाने का काम कर रहा है ।चांदन नदी में अभी तक डायभरसन नहीं बनने के कारण आम जनता को कष्ट हो ही रहा है खासकर रोगियों को और महिलाओं को नदी पार करने में काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है ।
वैसे चुनाव की दूदंभी भी बज गयी है ।बड़े नेता वर्चुअल रैली के माध्यम से अपने वोटरों को रिझाने में जुट गये हैं ।स्थानीय जनप्रतिनिधि भी वोटरों को सैल्यूट मारना स्टार्ट कर दिया है ।बाबजूद स्थानीय निवर्तमान भाजपा विधायक सह एनडीए जनप्रतिनिधि को जनता का कोपभाजन बनने से कोई रोक नहीं सकता ।
इधर कुछ दिनों से डायभरसन बनने की प्रक्रिया प्रारंभ हुई है ।लेकिन डायभरसन बनने में कितने दिन लगेंगे
पता नहीं चल रहा है। कारण कि काम काफी धीमा चल रहा है। यदि डायभरसन शीघ्र नहीं बन पाता है तो आम लोगों सहित विधानसभा चुनाव लड़ रहे दलीय और निर्दलीय प्रत्याशियों को काफी असुविधा का तो सामना करना ही पड़ेगा जिला प्रशासन को भी भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। कारण कि बाँका जिला में भी पहला चरण में ही 28 अक्टूबर 2020 को विधानसभा चुनाव संपन्न होना है। इसलिए जिला प्रशासन को इस ओर विशेष ध्यान
होगा। * के पी चौहान बाँका।

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