स्वराँजलि
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प्रकाशनार्थ
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सप्तस्वरों की मलिका हैं आशा जी
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** उनके गाने झूमने को करतें हैं
विवश : डा. ध्रुव कुमार
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"दिल चीज क्या है आप मेरी .......।
" झुमका गिरा रे बरैली के बाज़ार ...।
" तोरा मन दर्पण कहलाए .............।
" पिया तू sssss अब तो आजा......।
जैसे हज़ारों गानों को अपनी रेश्मी
आवाज से सबके दिलों पर राज
करने वालीं सदी की महान गायिका
आशा भोंसले जी सप्तस्वरों की ....
मलिका हैं , ये बातें आज पी. डी.
लेन स्थित "" व्योम "" सभागार में
आशा जी के जन्मदिन पर कार्यक्रम
की अध्यक्षता (वर्चुअल ) करते हुए
संगीत मर्मज्ञ डा. ध्रुव कुमार नें कही।
संयोजक अनिल रश्मि ... नें आशा
जी का मशहूर भजन " तोरा मन
दर्पण कहलाए ....।"
हैप्पी बर्थडे टू यू ......आशा जी
गाकर उनको जन्मदिन की बधाई
दी औऱ कहा अधिकांश लोगों को
मालूम नहीं है की महान गायिका
आशा जी मिमिक्री कलाकार भी
हैं , वो ग़ुलाम अली औऱ लता जी
की आवाज का हु - व - हु नकल
करती हैं।
संगीतकार पप्पू गुप्ता नें " पिया तू
अब तो आजा ............।" गाकर
उन्हें संगीतमय बधाई दी।
कलाप्रेमी डा. सूर्य प्रताप नें कार्यक्रम
संचालन किया जबकि नेक आलम
ने धन्यबाद ज्ञापन किया ।
मौक़े पर गायक करुणा निधि , सुरेंद्र
जितेंद्र कुमार पाल , नितिन कु.वर्मा
सुशील पंडित , सत्यराज पनवार ,
सन्नी पटेल , डा. शीला कुमारी ,
कुमारी ,बबली , सिमरन ने आशाजी
को बधाई दी।
ह. डा. ध्रुव कुमार
( महासचिव )
स्वराँजलि ,पटना सिटी



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